tag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post368821080634528604..comments2023-10-19T13:57:21.013+02:00Comments on मुझे शिकायत है. Mujhe Sikayaat Hay.: उलझन सुलझ गयीराज भाटिय़ाhttp://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-54358295211313473552010-01-17T19:05:35.149+01:002010-01-17T19:05:35.149+01:00उलझन सुलझ गई सबसे बढ़िया बात है...उलझन सुलझ गई सबसे बढ़िया बात है...विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-24324771437597209702010-01-16T03:12:55.208+01:002010-01-16T03:12:55.208+01:00... बहुत खूब, रोचक पहेली !!!... बहुत खूब, रोचक पहेली !!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-43244017546096754772010-01-14T16:11:47.797+01:002010-01-14T16:11:47.797+01:00यह सवाल बहुत मजेदार रहा जी.
रामराम.यह सवाल बहुत मजेदार रहा जी.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-65799189686622114342010-01-14T15:38:22.092+01:002010-01-14T15:38:22.092+01:00भाई आज ही पहुँचे हम तो इस पोस्ट पर ......... जब सब...भाई आज ही पहुँचे हम तो इस पोस्ट पर ......... जब सब के जवाब आ गये ........ पर दोनो पोस्ट को पढ़ कर मज़ा आ गया भाटिया जी .........दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-26051230075491867332010-01-14T14:56:59.947+01:002010-01-14T14:56:59.947+01:00धत तेरे की ...!
मैंने न जाने कितने ३ पैसे के सिक्...धत तेरे की ...!<br /><br />मैंने न जाने कितने ३ पैसे के सिक्के खर्च किये हैं इन हाथों से मगर मौके पर एकदम भूल गया. लगता है दिमाग कुछ ढीला हो गया है अपना.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-31759276891379287352010-01-14T08:28:41.770+01:002010-01-14T08:28:41.770+01:00badhai aapaki uljhan sulajh gaye..:)badhai aapaki uljhan sulajh gaye..:)रंजन (Ranjan)https://www.blogger.com/profile/04299961494103397424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-48769926458126246172010-01-13T21:28:41.550+01:002010-01-13T21:28:41.550+01:00चलिए उलझन सुलझी तो सही...
आप सब को लोहडी ओर मकर सं...चलिए उलझन सुलझी तो सही...<br />आप सब को लोहडी ओर मकर संक्रान्ति पर्व की शुभकामनाऎँ!!!Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-8689472616744012562010-01-13T17:48:18.040+01:002010-01-13T17:48:18.040+01:00आखिर लोहड़ी की रेवड़ी, फुल्लाँ और मूंगफली मिल ही ग...आखिर लोहड़ी की रेवड़ी, फुल्लाँ और मूंगफली मिल ही गई। पडौस में स्व. डाक्टर रतनलालजी शर्मा साहब के अमरीका में पोता हुआ था। वहाँ डाक्टरनी भाभी ने लोहड़ी सुलगाई है। कोई हल्ला नहीं हुआ तो हमने जा कर दिया और दोनों हाथों को भर लाए। यहाँ दफ्तर में बैठ कर खा रहे हैं।<br />सब को लोहड़ी की बधाई! <br />कल मिलते हैं बड़ी सँकराँत पर।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-68575660329700228752010-01-13T15:46:58.456+01:002010-01-13T15:46:58.456+01:00लोहिड़ी पर्व और मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाए...लोहिड़ी पर्व और मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-80214048969959038932010-01-13T15:27:02.897+01:002010-01-13T15:27:02.897+01:00चलिए सुलझी तो,बधाई.चलिए सुलझी तो,बधाई.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-61570191315315024342010-01-13T15:18:29.775+01:002010-01-13T15:18:29.775+01:00एक एक पैसे के चालीस सिक्के भी दे सकते थे।
पर खैर ...एक एक पैसे के चालीस सिक्के भी दे सकते थे। <br />पर खैर उनकी मर्ज़ी। <br />हम तो खुश हैं की उलझन सुलझ गयी।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-67991134860134247562010-01-13T13:58:22.545+01:002010-01-13T13:58:22.545+01:00ha..haa.. sameerji 40 paise le kar aaye the!!!ha..haa.. sameerji 40 paise le kar aaye the!!!Murari Pareekhttps://www.blogger.com/profile/16625386303622227470noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-19978778604680914852010-01-13T13:56:22.401+01:002010-01-13T13:56:22.401+01:00चलो मसिं दो दिन आ नहीं सकी तो मेरे आने से पहले ही ...चलो मसिं दो दिन आ नहीं सकी तो मेरे आने से पहले ही सुलझ गयी बधाई लोहडी की शुभकामनायेंनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-22719467786998032372010-01-13T13:39:43.749+01:002010-01-13T13:39:43.749+01:00हम तो यह सोच कर इधर आये थे कि अगर अभी भी मामला अटक...हम तो यह सोच कर इधर आये थे कि अगर अभी भी मामला अटका होगा तो अपनी तरफ से ४० पैसे देकर टंटा खत्म करवा देंगे मगर यहाँ सब निपट गया है. शुभ है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-46836727365984145182010-01-13T12:57:21.715+01:002010-01-13T12:57:21.715+01:00उलझन सुलझ गयी!!बहुत ही रोचक!
मैं तो इस लिए हैरान ...उलझन सुलझ गयी!!बहुत ही रोचक!<br /><br />मैं तो इस लिए हैरान थी कि दूकानदार सिर्फ १० पैसे के लिए क्यों कर रहा है हमे परेशान!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-36849050032720132652010-01-13T11:49:10.115+01:002010-01-13T11:49:10.115+01:00बहुत अच्छा लगा कि उलझन सुलझ गई....बहुत अच्छा लगा कि उलझन सुलझ गई....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-35249443516863583152010-01-13T09:56:26.052+01:002010-01-13T09:56:26.052+01:00भाई हम तो कल चिल्लड़ गिनने आ नहीं पाए !! आज गिनी ग...भाई हम तो कल चिल्लड़ गिनने आ नहीं पाए !! आज गिनी गिनाई मालुम करने आ गए दिनेशजी को बधाई !!!खुला सांडhttps://www.blogger.com/profile/12966838728570505280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-76197697434966287622010-01-13T09:45:26.542+01:002010-01-13T09:45:26.542+01:00श्री दिनेशराय द्विवेदी जी को बहुत बहुत बधाई, बाकी ...श्री दिनेशराय द्विवेदी जी को बहुत बहुत बधाई, बाकी यह पेसे हम ने भी देखे है, जब हम छोटे थे तो हमे तांबें वाले पेसे आना दुयन्नी ओर छोटा पेसा, छेद वाला पेसा दिखते थे ओर जेब खर्ची कभी कभार मिलता था दो पेसे या तीन पेसे, ओर तीन पेसो मै चाट का डोना ओर इमली आ जाती थी एक पेसा फ़िर भी बच जाता था, बाकी अवधिया जी से सहमत हैराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-57208179994169175022010-01-13T08:52:41.345+01:002010-01-13T08:52:41.345+01:00हाँ जी, यह पुराने और नये पैसों वाली बात तो आ ही नह...हाँ जी, यह पुराने और नये पैसों वाली बात तो आ ही नहीं पाई दिमाग में, बचपन में हमने भी अधन्ना, इकन्नी, दुअन्नी, चवन्नी, अठन्नी आदि का प्रयोग किया है। रुपया आना पैसा का रुपया और (नये) पैसे में परिवर्तन हमारे देखते में ही हुआ है। बचपन में हमें जेबखर्च के रूप में एक पुराना पैसा ही मिला करता था रोज। त्यौहारों में ही एक आने से चार आने तक मिल पाते थे हमें। कुछ समय तक पुराने सिक्के और नये सिक्के साथ साथ चलन में रहे थे। एक आने को छः पैसा माना जाता था और एक चवन्नी को पच्चीस पैसे। जब हम एक चवन्नी देकर दो आने का सामान खरीदते थे और दुकानदार वापस बारह नये पैसे देने लगता था तो हम झगड़ भी पड़ते थे उससे और एक नया पैसा देने के लिये।<br /><br />द्विवेदी जी को बधाई उलझन सुलझाने के लिये।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-10592856466267543042010-01-13T08:15:46.913+01:002010-01-13T08:15:46.913+01:00उलझन सुलझ गयी!बधाई !उलझन सुलझ गयी!बधाई !Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-42442325829871619802010-01-13T08:05:15.947+01:002010-01-13T08:05:15.947+01:00बधाई सबों को .. उलझन जो सुलझ गयी सबकी !!बधाई सबों को .. उलझन जो सुलझ गयी सबकी !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.com