tag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post8996444006225482912..comments2023-10-19T13:57:21.013+02:00Comments on मुझे शिकायत है. Mujhe Sikayaat Hay.: पाठकों और टिप्पणियों के लिये क्या ये तरीका सही है?राज भाटिय़ाhttp://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comBlogger33125tag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-42490384920846185112010-10-29T13:09:08.252+02:002010-10-29T13:09:08.252+02:00बहुत देर से पढ पाई ये पोस्ट मै भी दुखी हूँ क्या कर...बहुत देर से पढ पाई ये पोस्ट मै भी दुखी हूँ क्या करें। कोई उपाय भी बताओ इन से बचने का? मै तो सीधे लिख देती हूँ कि मेरे ब्लाग पर आ कर कहो जो कहना है बस ।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-92051498855024776182010-08-28T04:42:13.433+02:002010-08-28T04:42:13.433+02:00देरेंचे शक बाबेयोदेरेंचे शक बाबेयोjamos jhallahttps://www.blogger.com/profile/13984195512782941103noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-53484796664369453622010-08-26T04:40:58.480+02:002010-08-26T04:40:58.480+02:00ऐसी ईमेलस को हम स्पॉमरूपी लाईटर दिखा देते हैं, बाद...ऐसी ईमेलस को हम स्पॉमरूपी लाईटर दिखा देते हैं, बाद में फिर कभी राख तक नजर नही आती।निठल्लाhttps://www.blogger.com/profile/11136742746740869332noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-58712811084251141172010-08-25T16:01:35.209+02:002010-08-25T16:01:35.209+02:00Aisee mail ko ignore karen. yahee ek upay hai. Kuc...Aisee mail ko ignore karen. yahee ek upay hai. Kuch din bad aana band ho jayegi ya fir. Waise Lalit Sharma ji ka Gandhigiri wala tareeka bhee achcha hai.Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-64740865267649081882010-08-24T14:22:22.748+02:002010-08-24T14:22:22.748+02:00आपकी बात सही है ।आपकी बात सही है ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-83217235421916674572010-08-24T11:11:03.659+02:002010-08-24T11:11:03.659+02:00मेल पढ़ने में दो घंटे लग जाते हैं
ख़ाक क्या टीप लिख...मेल पढ़ने में दो घंटे लग जाते हैं<br />ख़ाक क्या टीप लिख पाएंगे.... <br />यही मैं भी भुगत रहा हूँ ..... <br />समस्या है कई मेल पढ़ें की ब्लॉग <br /><br />आपके विचारों से सहमत ,,,, आपकी शिकायत जायज हैसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-8811638821133258262010-08-23T15:13:52.560+02:002010-08-23T15:13:52.560+02:00हाहा, पाबला जी का तरीका बहुत सही है। अपन की समस्या...हाहा, पाबला जी का तरीका बहुत सही है। अपन की समस्या तो यह है कि मैं इन दुखदायकों का नाम ही भूल जाती हूँ सो को विशेष क्रोध महसूस नहीं होता। हर बार नए सिरे से बुरा लगता है। खाते में पुराना गुस्सा होता ही नहीं।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-25481197162662750612010-08-20T20:21:42.481+02:002010-08-20T20:21:42.481+02:00ऐसे टिप्पणी माँगना सही नही है..पर सही बात है जैसा ...ऐसे टिप्पणी माँगना सही नही है..पर सही बात है जैसा जाकिर जी ने कहा जब आदमी खुद ही ना समझें फिर क्या करें..विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-86507033322871815002010-08-20T12:29:05.214+02:002010-08-20T12:29:05.214+02:00बेहद प्रभावशाली!बेहद प्रभावशाली!मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-4014797833390441262010-08-20T07:44:57.599+02:002010-08-20T07:44:57.599+02:00अपने परिचितों को लिंक भेजना गलत नहीं लगता ....हाँ ...अपने परिचितों को लिंक भेजना गलत नहीं लगता ....हाँ अनजान लोगों को भेजना ज़रूर उचित नहीं है ...क्यों कि इससे परेशानी होती है ...बाकी स्पैम है ही ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-18620780931526399552010-08-20T07:16:40.935+02:002010-08-20T07:16:40.935+02:00विचारणीय सवाल है,,ऐसा होता तो है हमारे साथ भी ...ल...विचारणीय सवाल है,,ऐसा होता तो है हमारे साथ भी ...लेकिन कई बार हम ऐसे ब्लोगो पर चले जाते हैं....वैसे पाबल जी की का तरीका अच्छा लगा...;))परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-20867741461716228252010-08-20T06:32:24.952+02:002010-08-20T06:32:24.952+02:00टिप्पणी पाने के लिए लोगों को बिना उनकी मर्जी के मे...टिप्पणी पाने के लिए लोगों को बिना उनकी मर्जी के मेल भेजने को मैं तो अनुचित ही समझता हूँ। पता नहीं हिन्दी ब्लोगिंग में टिप्पणियों को क्यों इतना महत्वपूर्ण बना दिया गया है कि लोगों टिप्पणी की भीख तक माँगनी पड़ रही है?Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-91936476696672925462010-08-20T04:59:55.974+02:002010-08-20T04:59:55.974+02:00ऐसे लोगों को तो मैं ज़वाब में अपनी ही एक पोस्ट का ...ऐसे लोगों को तो मैं ज़वाब में अपनी ही एक पोस्ट का लिंक भेज देता हूँ कि <a href="http://blogbukhar.blogspot.com/2009/08/blog-post_24.html" rel="nofollow"> ब्लॉग पढ़वाने के लिए ईमेल क्यों भेजना? आपकी पोस्ट खुद चल कर जाती है, ईमेल में!</a><br /><br />मेरा संदेश भी पहुँच जाता है ,उनका काम भी बन जाता है और मेरे ब्लॉग का ट्रैफ़िक भी बढ़ जाता है :-)<br /><br /><a href="http://www.google.com/profiles/bspabla" rel="nofollow"> बी एस पाबला</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-32663756367623781492010-08-20T04:48:57.829+02:002010-08-20T04:48:57.829+02:00एक बेहद उम्दा पोस्ट के लिए आपको बहुत बहुत बधाइयाँ ...एक बेहद उम्दा पोस्ट के लिए आपको बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएं !<br /><a href="http://blog4varta.blogspot.com/2010/08/4_20.html" rel="nofollow">आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है यहां भी आएं !</a>शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-75681404197854567262010-08-20T04:17:50.463+02:002010-08-20T04:17:50.463+02:00क्या बताए जी,
अब लोग मेल भेज कर ही पढ्वाना चाहते ह...क्या बताए जी,<br />अब लोग मेल भेज कर ही पढ्वाना चाहते हैं।<br />एक बंदे ने तो मुझे इतनी मेल भेजी की <br />मेरा खोपड़ी ही खसक गयी।<br /><br />फ़िर मैंने उसके ब्लाग पर ऐसी स्तुति की उसकी की मत पुछिए,उसके बाद आज तक मेल नहीं आई।<br /><br />अच्छी पोस्ट आभारब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-65303473994035339402010-08-20T03:30:50.574+02:002010-08-20T03:30:50.574+02:00मैं भी ऐसी मेल के लिए स्पेम बटन का इस्तेमाल करता ह...मैं भी ऐसी मेल के लिए स्पेम बटन का इस्तेमाल करता हूँGyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-62002723578747361202010-08-20T01:29:53.934+02:002010-08-20T01:29:53.934+02:00आपसे सहमत हूं !!आपसे सहमत हूं !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-48064869063158057152010-08-20T00:24:53.799+02:002010-08-20T00:24:53.799+02:00लोगों को ऐसा नहीं करना चाहिए... आपसे किसी दिन फोन ...लोगों को ऐसा नहीं करना चाहिए... आपसे किसी दिन फोन पर बात करके अपनी मजबूरी बताता हूँ तब आप खुद ही समझेंगे कि मैं क्यों नहीं आ पाया सर..दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-73859612398952205732010-08-19T20:21:46.393+02:002010-08-19T20:21:46.393+02:00अपने को तो जी मजा आता है ये सब देखकर। पोस्ट की गुण...अपने को तो जी मजा आता है ये सब देखकर। पोस्ट की गुणवत्ता के बारे में कोई विचार नहीं देते और सिर्फ़ अपना लिंक थमाने चले आते हैं भाई लोग। चलो यार, कुछ देकर ही जाते हैं। हर दूसरे दिन स्पैम फ़ोल्डर में एक दो मेल ऐसी भी होती हैं कि ट्रैफ़िक बढ़ाईए अपनी साईट पर और इतने पैसे कमाईये टाईप। भैया हम इस सड़क वाले ट्रैफ़्क जाम से ही बहुत परेशान रहते हैं, तुम यहां भी जाम लगवाना चाहते हो।<br />डिलीट मारा करो बॉस या इग्नोर करो, बस्स।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-16528464743440593952010-08-19T20:05:33.764+02:002010-08-19T20:05:33.764+02:00इस से परेशां तो हम भी हैं पर स्पाम बटन काम आ जाता ...इस से परेशां तो हम भी हैं पर स्पाम बटन काम आ जाता हैshikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-7961793883886778412010-08-19T19:21:43.777+02:002010-08-19T19:21:43.777+02:00काजल जी वाला उपाय अपनाते हैं तो.:)
रामरामकाजल जी वाला उपाय अपनाते हैं तो.:)<br /><br />रामरामताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-90168007514621489662010-08-19T18:36:27.709+02:002010-08-19T18:36:27.709+02:00ओह ! लेकिन मेरे ई-मेल साफ़्टवेयर में spam बटन भी ह...ओह ! लेकिन मेरे ई-मेल साफ़्टवेयर में spam बटन भी है :-))Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-67303690469232316932010-08-19T17:59:22.831+02:002010-08-19T17:59:22.831+02:00सभी त्रस्त है लेकिन समाधान किसी के पास नहीं है | अ...सभी त्रस्त है लेकिन समाधान किसी के पास नहीं है | अगर जवाब भी देते है तो पता नहीं कैसी कैसी धमकिया मिलने लग जाती है | सबसे ज्यादा तो एक साईट है विचार मीमांसा उसकी मेल से परेशान है | जवाब देने पर इसके एडिटर साहब ने फोन पर हमें अपनी ओकात भी बताई | और हम ताऊ की तरह फिर से पजामे में है | लेकिन मेल का सिलसिला बदस्तूर जारी है |naresh singhhttps://www.blogger.com/profile/16460492291809743569noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-3958641436996440812010-08-19T17:11:08.735+02:002010-08-19T17:11:08.735+02:00इधर भी यही हाल है....इधर भी यही हाल है....Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-83551916935951936342010-08-19T17:08:02.808+02:002010-08-19T17:08:02.808+02:00भई हम भी बस यही कुछ झेल रहे हैं...भई हम भी बस यही कुछ झेल रहे हैं...Niranjan Mishrahttps://www.blogger.com/profile/08597819389525467318noreply@blogger.com