tag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post9195201280611721663..comments2023-10-19T13:57:21.013+02:00Comments on मुझे शिकायत है. Mujhe Sikayaat Hay.: तम्बाकू आदि पर बैन लगाने से क्या होगाराज भाटिय़ाhttp://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-83605987600455217882011-03-09T09:51:25.786+01:002011-03-09T09:51:25.786+01:00ये भी ठीक है पर बैन लगाने से कम से कम आसानी से तो ...ये भी ठीक है पर बैन लगाने से कम से कम आसानी से तो नहीं मिलती चीज़ .... कमसे कम बच्चों के हाथ इतनी आसानी से नहीं आती ये चीज़ें ..दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-21646369618885990182011-03-09T04:02:11.403+01:002011-03-09T04:02:11.403+01:00न रहे बांस , न बजे बांसुरी ।
आप ने बहुत सुंदर विषय...न रहे बांस , न बजे बांसुरी ।<br />आप ने बहुत सुंदर विषय चुना, धन्यवाद|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-59414924575344092722011-03-08T17:18:44.771+01:002011-03-08T17:18:44.771+01:00ये बैन भी दोधारी तलवार है। एक तरफ बैन से माल का द...ये बैन भी दोधारी तलवार है। एक तरफ बैन से माल का दाम बढ़ जाता है और दूसरी ओर सरकार का टैक्स भी। यदि सचमुच सरकार चाहे तो उसका बनाना ही बैन कर दें... पर नहीं, आमदनी जो बंद हो जाएगी:)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-28090909114738377872011-03-08T16:00:36.802+01:002011-03-08T16:00:36.802+01:00खूब हिसाब किताब लगाया है। लेकिन चोर फिर भी रास्ता ...खूब हिसाब किताब लगाया है। लेकिन चोर फिर भी रास्ता निकाल ही लेते हैं। शुभकामनायें।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-78161901696827656252011-03-08T06:41:16.768+01:002011-03-08T06:41:16.768+01:00अपनी दुकानदारी का आधा हिस्सा इन्ही वस्तुओं का है |...अपनी दुकानदारी का आधा हिस्सा इन्ही वस्तुओं का है | आप तो हमारे ही पेट पर लात मारने वाली बात कर रहे है | खैर समाज का भला हो तो अच्छा है हम तो अपना व्यवसाय बदल लेंगे लेकिन क्या समाज बदलेगा |naresh singhhttps://www.blogger.com/profile/16460492291809743569noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-22565155351067695882011-03-08T02:18:14.577+01:002011-03-08T02:18:14.577+01:00चोरी छिपे बिकने के डर से बुराई को रोका ही न जाये, ...चोरी छिपे बिकने के डर से बुराई को रोका ही न जाये, उस तर्क में कोई दम नहीं है। इस तर्क को मानें तो टैक्स की चोरी भी सारे देश में डटकर होती है, तो फिर कर लगाने या बढाने से क्या होगा? इसी प्रकार हत्या अपराध होते हुए भी भारत में दुनिया भर से अधिक होती है। बुराई पर नियंत्रण का प्रयास समाज और प्रशासन का कर्तव्य है और वह होना ही चाहिये।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-16239808223375972002011-03-07T22:05:40.384+01:002011-03-07T22:05:40.384+01:00शायद आप को पता नही इसे बेचने वाले आम आदमी नही, यह ...शायद आप को पता नही इसे बेचने वाले आम आदमी नही, यह सब इस नेताओ के ही रिश्तेदार होते हे, शराब बन्द हो तो भी इन्हे लाभ... खुली हो तो भी इन्हे लाभ, <br />अच्छा हो जो भी नशा करे उस से समाज ही बात करनी बन्द कर दे, ओर जब समाज ही बुराई से मुः मोडेगा तो आदमी समाज के डर से इन्हे मुफ़त भी नही लेगा,<br />आप ने बहुत सुंदर विषय चुना, धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-47044939616472546962011-03-07T20:26:06.165+01:002011-03-07T20:26:06.165+01:00aap ki baat sahi hai lekin sarkar yah karegi kya ?...aap ki baat sahi hai lekin sarkar yah karegi kya ?परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-72031400316630230882011-03-07T18:56:14.896+01:002011-03-07T18:56:14.896+01:00तम्बाकू, धूम्रपान, गुटखा, पान मसाला आदि पर बैन लगा...तम्बाकू, धूम्रपान, गुटखा, पान मसाला आदि पर बैन लगाने से कुछ नहीं होगा। इसीलिए सरकार बैन नहीं लगाती.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-75708670466932616082011-03-07T15:42:38.709+01:002011-03-07T15:42:38.709+01:00ससुरे बांस को ही तोड दो तो लठ्ठ पडने बंद हो जायेंग...ससुरे बांस को ही तोड दो तो लठ्ठ पडने बंद हो जायेंगे.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-12420059075170672272011-03-07T15:31:53.993+01:002011-03-07T15:31:53.993+01:00सरकार चाहे तो बहुत कुछ कर सकती है । लेकिन दुखद तो...सरकार चाहे तो बहुत कुछ कर सकती है । लेकिन दुखद तो ये है की वो कुछ करना ही नहीं चाहती । शामिल है सरकार भी इन काले धंधों में।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-78334900697686564892011-03-07T13:05:43.264+01:002011-03-07T13:05:43.264+01:00सरकार लगाये तो सही ।
काश कि न रहे बांस , न बजे बां...सरकार लगाये तो सही ।<br />काश कि न रहे बांस , न बजे बांसुरी ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-28693883944600853732011-03-07T12:56:35.225+01:002011-03-07T12:56:35.225+01:00बात तो आपकी ठीक है साहब
पर हमारा क्या होगाबात तो आपकी ठीक है साहब <br />पर हमारा क्या होगाDeepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-2856724099451223522011-03-07T11:40:12.291+01:002011-03-07T11:40:12.291+01:00"इससे बढिया तो सरकार को ऐसी वस्तुओं पर 4000-5..."इससे बढिया तो सरकार को ऐसी वस्तुओं पर 4000-5000 प्रतिशत के हिसाब से टैक्स लगा देना चाहिये। यानि तम्बाकू, गुटखा, शराब, सिगरेट, बीडी आदि 50पैसे मूल्य की चीज कम से कम 20रुपये की बिके, 200 रुपये की दारू 8-10हजार की बिके।"<br /><br />हे भाई ! रहम कर, ऐसी भी क्या दुश्मनी हमसे ?पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com