tag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post5585700841710957514..comments2023-10-19T13:57:21.013+02:00Comments on मुझे शिकायत है. Mujhe Sikayaat Hay.: हैंड पर फ्री धर दिया था हैंडफ्रीराज भाटिय़ाhttp://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-45965131271359689392010-02-17T10:53:23.125+01:002010-02-17T10:53:23.125+01:00इस समस्या का एक ही हल है कान में रूई डाल ले | इसके...इस समस्या का एक ही हल है कान में रूई डाल ले | इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है | यह समस्या तो सभी जगह पैर पसार चुकी है मैं ने तो अपनी दूकान में एक स्लोगन लिख रखा है | <i><b>"मै एक रूपया दूँगा भिखारी समझ कर अगर आप अपने मोबाइल पर गाना बजा रहे है |"</b></i>naresh singhhttps://www.blogger.com/profile/16460492291809743569noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-21437509227037832022010-02-01T07:51:58.794+01:002010-02-01T07:51:58.794+01:00bilkul satya hai....
logon ko show off karne mein ...bilkul satya hai....<br />logon ko show off karne mein bada maja aata hai, bhale hi koi pareshan hota ho.vishnu-luvinghearthttps://www.blogger.com/profile/01417685226982660076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-13230476217962094852010-02-01T05:57:02.136+01:002010-02-01T05:57:02.136+01:00जरुरी बात कही है.
उन्हें प्रेम से ही समझाया जा सक...जरुरी बात कही है.<br /><br />उन्हें प्रेम से ही समझाया जा सकता है. वैसे किसी ख़ास वक़्त पर ही ऐसे लोग समझने को तैयार होते हैं.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-80162349737436300592010-01-31T11:56:04.765+01:002010-01-31T11:56:04.765+01:00-"आप बतायें ऐसे लोगों का क्या किया जा सकता है...-"आप बतायें ऐसे लोगों का क्या किया जा सकता है?"<br /><br />-इन्हें ट्रेन से नीचे फेंक देना चाहिये (लेकिन पहले चैक कर लें कि ट्रेन अच्छे से चल रही हो).Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-68578739060230729772010-01-31T07:00:47.492+01:002010-01-31T07:00:47.492+01:00मैं दो साल तक दिल्ली से पानीपत तक का दैनिक यात्री ...मैं दो साल तक दिल्ली से पानीपत तक का दैनिक यात्री रह चुका हूँ...इसलिए आपकी मुश्किल समझ सकता हूराजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-22929510789815807892010-01-31T04:34:29.546+01:002010-01-31T04:34:29.546+01:00शायद हम हिन्दुस्तानियों की श्रवण शक्ति थोड़ी कमज़ोर...शायद हम हिन्दुस्तानियों की श्रवण शक्ति थोड़ी कमज़ोर होती है। <br />तभी तो हम भगवन को भी याद करते हैं तो हजारों वाट का लाउड स्पीकर लगा कर।<br />आदत डाल लो भैया, हम ऐसे ही हैं।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-5963999721065253052010-01-31T01:30:42.590+01:002010-01-31T01:30:42.590+01:00समस्या पर सटीक दृष्टि डाली है ...
क्या ऐसा नही हो ...समस्या पर सटीक दृष्टि डाली है ...<br />क्या ऐसा नही हो सकता कि तेज आवाज़ में गाना सुनने वाले को कहा जाय कि आप इस गायक से भी बहुत अच्छा गाना गाते हैं जरा गा कर तो बताएं...उनका वोल्यूम तो निश्चित ही कम होगा ...!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-13056525656818582112010-01-30T19:00:33.433+01:002010-01-30T19:00:33.433+01:00बिल्कुल सही, मुंबई में लोकल में अक्सर ही चीनी मोबा...बिल्कुल सही, मुंबई में लोकल में अक्सर ही चीनी मोबाईलों से गाने सुनने को मिलते हैं, "शिरडी वाले सांई बाबा...."विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-28521275975837290042010-01-30T17:36:38.954+01:002010-01-30T17:36:38.954+01:00सही बात.सही बात.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-45029307268904739232010-01-30T16:07:16.677+01:002010-01-30T16:07:16.677+01:00एक सार्थक आलेख।एक सार्थक आलेख।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-1500998879315131222010-01-30T15:36:49.305+01:002010-01-30T15:36:49.305+01:00अभी पिछले दिनों एक से झड़प होते-होते बची। रात में ब...अभी पिछले दिनों एक से झड़प होते-होते बची। रात में बिगड़े नवाब रेल की सीटी जैसी आवाज में गाना सुन कम सुनवा ज्यादा रहे थे। लोग बुड़बुड़ा रहे थे पर बोल कोई नहीं रहा था। आखिर मुझे उठ कर जाना पड़ा। समझाने पर उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसकी बेइज्जती हो रही हो। खैर बात ज्यादा नहीं बढी और आवाज धीमी हो गयी।गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-38089869130293751572010-01-30T14:54:00.476+01:002010-01-30T14:54:00.476+01:00भाटिया जी, लोग भी कहाँ समझते हैं....हर आदमी सिर्फ ...भाटिया जी, लोग भी कहाँ समझते हैं....हर आदमी सिर्फ अपने मन की करने में लगा है.Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-8412959520133468742010-01-30T13:18:14.596+01:002010-01-30T13:18:14.596+01:00हमारी स्वतंत्रता वहीं खत्म हो जाती है जहाँ से दूसर...हमारी स्वतंत्रता वहीं खत्म हो जाती है जहाँ से दूसरे की स्वतंत्रता का हनन शुरू होता है.<br />...अच्छी पोस्ट.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-67679630165274456232010-01-30T12:41:41.496+01:002010-01-30T12:41:41.496+01:00आदरणीय संजय जी
क्या यह सामंती फार्मूला सही रहेगा।
...आदरणीय संजय जी<br />क्या यह सामंती फार्मूला सही रहेगा।<br />कमजोर और ताकतवर को कैसे परिभाषित करेंगें? हल्के-पतले शरीर वाले भी आक्रामक हो सकते हैं। उनके साथ ग्रुप हो सकता है।<br />(वैसे आज के समय में हथियारबंद और समूह ही ताकतवर है) <br />दूसरी बात जो ताकतवर है, जरुरी नहीं कि वो विनती सुनेगा। ज्यादा चांस यही हैं कि वो अपने मनोरंजन के बारे में ही सोचेगा। <br /><br />प्रणाम स्वीकार करेंअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-26352556867091803222010-01-30T11:23:06.870+01:002010-01-30T11:23:06.870+01:00.... बिलकुल सही समस्या की ओर ध्यान केंद्रित किया ह....... बिलकुल सही समस्या की ओर ध्यान केंद्रित किया है.... प्रभावशाली अभिव्यक्ति ..... ऎसे अव्यवहारिक लोगों को प्रेम से ही समझाया जा सकता है, प्रेम की भाषा तनिक कठोर भी हो सकती है!!!!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-62762918733916970702010-01-30T10:54:57.612+01:002010-01-30T10:54:57.612+01:00अपने से कमजोर हो तो धमाकाओ, ताकतवर हो तो बिनती करे...अपने से कमजोर हो तो धमाकाओ, ताकतवर हो तो बिनती करें...संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-41800898054011738892010-01-30T10:26:05.971+01:002010-01-30T10:26:05.971+01:00सच है भाटिया जी .......... दरअसल अधिकतर लोग इस बात...सच है भाटिया जी .......... दरअसल अधिकतर लोग इस बात से कोई मतलब नही रखते की किसी को तकलीफ़ हो सकती है ऐसी बातों से ......... बस अपना अपना देखने की आदत होती जा रही है ..........दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-33768458061802131672010-01-30T10:06:58.803+01:002010-01-30T10:06:58.803+01:00आपने बड़ी अच्छी जानकारी दी कि अधिक तेज आवाज वाले म...आपने बड़ी अच्छी जानकारी दी कि अधिक तेज आवाज वाले मोबाइल मेड इन चाइना होते हैं। अब कोई बजाएगा तो उससे पूछ लेंगे कि क्यों भाईसाहब आपका मोबाइल मेड इन चाइना है क्या? यदि वह बोलेगा कि नहीं तो, तो आप कहेंगे कि इतनी तेज आवाज तो चाइना के मोबाइल की ही होती है।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-48228448794389194272010-01-30T08:55:33.355+01:002010-01-30T08:55:33.355+01:00बिल्कुल सही मुद्दा उठाया है आपने राज जी! आजकल गाने...बिल्कुल सही मुद्दा उठाया है आपने राज जी! आजकल गाने तो गाने कम और शोर ज्यादा होते हैं। पर क्या करें उन्हें बजाने से रोकने के लिये सिर्फ उनसे अनुरोध ही तो कर सकते हैं।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-60711575836823364782010-01-30T08:49:03.509+01:002010-01-30T08:49:03.509+01:00अच्छी नब्ज पकड़ी है जी!
बहुत मीठी मार मारते हो!अच्छी नब्ज पकड़ी है जी!<br />बहुत मीठी मार मारते हो!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3938724245035517728.post-75361268125753553032010-01-30T08:11:26.083+01:002010-01-30T08:11:26.083+01:00बहुत सुन्दर, Simply gr8, बात बहुत छोटी है लेकिन ह...बहुत सुन्दर, Simply gr8, बात बहुत छोटी है लेकिन हमारे लोग इसका बिलकुल भी ध्यान नहीं रखते !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com