8/15/08
बदला
बदला,
यह शव्द सुन कर हम सब के कान खडे हो जाते हे, फ़िर लगता हे अब लडाई जरुर होगी,या फ़िर बहस,अगर आप ब्लोगिंग करते हे, तो आप की किसी गलत बात पर लडाई, आप ने नारी के शरीर पर लिख दिया फ़िर लडाई, नही लिखा तो भी लडाई,
अजी हम लडने के लिये ही तो पेदा हुये हे,बचपन मे साथ के बच्चो से, स्कुल मे हम उम्र बच्चो से कालिज मे भी,शादी के बाद घर मे, अगर आप महिला हे तो सास, ननद से ओर देवरानी, जेठानी से,अजी यहां दाल ना गले तो पडोसी किस दिन काम आयेगे? क्या कहा!अच्छा आप के पडोसी नही हे, तो फ़िर आप बलांग पर ही सही, अजी बदला ही लेना हे ना फ़िर अनामी.सुनामी बन कर क्यो, हम से नये तरीके सिखे बदला लेने के..आज से शुरु... तो आज का पहला पाठ साथ वाले विडियो पर देखे फ़िर आजमाये,अगर आप कामजाब हुये इस **बदला** मिशन मे तो दुसरा पाठ उस के बाद ही मिलेगा... तो अब दबा कर देखे
यह शव्द सुन कर हम सब के कान खडे हो जाते हे, फ़िर लगता हे अब लडाई जरुर होगी,या फ़िर बहस,अगर आप ब्लोगिंग करते हे, तो आप की किसी गलत बात पर लडाई, आप ने नारी के शरीर पर लिख दिया फ़िर लडाई, नही लिखा तो भी लडाई,
अजी हम लडने के लिये ही तो पेदा हुये हे,बचपन मे साथ के बच्चो से, स्कुल मे हम उम्र बच्चो से कालिज मे भी,शादी के बाद घर मे, अगर आप महिला हे तो सास, ननद से ओर देवरानी, जेठानी से,अजी यहां दाल ना गले तो पडोसी किस दिन काम आयेगे? क्या कहा!अच्छा आप के पडोसी नही हे, तो फ़िर आप बलांग पर ही सही, अजी बदला ही लेना हे ना फ़िर अनामी.सुनामी बन कर क्यो, हम से नये तरीके सिखे बदला लेने के..आज से शुरु... तो आज का पहला पाठ साथ वाले विडियो पर देखे फ़िर आजमाये,अगर आप कामजाब हुये इस **बदला** मिशन मे तो दुसरा पाठ उस के बाद ही मिलेगा... तो अब दबा कर देखे
नाम
मजकिया फ़ुल झडी
11 comments:
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
Note: Only a member of this blog may post a comment.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
achha sabak hai
ReplyDeleteवंदे मातरम् !
ReplyDeleteभई पहलम तो लाग्या के कुम्हार कुम्हारी नै जीते कोनी तो गधे के कान उमेठे ! पर बाद मै दिखया की यो तो दोनूं कुम्हार नुरा कुश्ती करके बिचारी दोनु कुम्हारियाँ नै ही ठोक डाली ! पहले बार देखा !
बहूत ही झन्नाटेदार रहा, बहूत खूब।
ReplyDeletesahi badla hai Raj ji....
ReplyDeleteहा हा हा राज जी ये तो चलता ही रहेगा क्योंकि इसी में जीवन का आनन्द है। कहावत है ना- लड़नी रात हो बिछुड़नी ना हो। सस्नेह
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की बहुत बधाई एवं शुभकामनाऐं.
ReplyDeleteराजनीतिबाज लगते हैं. झगड़ा मर्दों का, पिट गई बेचारी औरतें.
ReplyDeleteमुझे शिकायत हैं उन से जो बदले को अभी भूल नहीं सके.
बहुत खूब। एक बार फिर 15 अगस्त की शुभकामनाएं।
ReplyDeleteबदला-बदला सा "बदला" देख मजा आ गया।
ReplyDeleteपंजाबी मे एक कहावत है कि - आटा गूंधते समय हिलती क्यों है। यानि मन तो बनाईए बहाने हजार मिलेंगे लडने के।
भाटिया साहब ,अब जाने भी दीजिये .....ये वीडियो निश्चित ही रील लाईफ है का है ना ?यह रीयल लाईफ में न तब्दील हो इसी शुभकामना के साथ स्वतंत्रता दिवस की बधाई !
ReplyDeleteteen saal pahale jaisaa hii majedaar abhii bhii hai.
ReplyDelete