11/2/08

काम की बाते

एक मिनी पोस्ट
मनुष्य क्रोध को प्यार से, लोभ को दान से, झुठ को सत्य से ओर पाप को सदा चार से जीत सकता है।
गोतम बुद्ध

14 comments:

  1. sahi baat
    bachpan me school ki divaro pe likhi thi ye bate.
    par us waqt etni samagh kahan thi.

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  2. पोस्ट मिनी और संदेश बड़ा | सुंदर

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  3. बीच बीच में इन चीजों पर गौर करना बहुत अच्छा है ।

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  4. सत्य वचन। सुंदर पोस्ट।

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  5. सत्य वचन, महाराज।

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  6. और सिर्फ मानव ही है, जिसे ये बातें वरदान स्वरूप मिली हैं।

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  7. बिल्कुल सोलह आने सच कहा जी।

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  8. बहुत सही कहा ! शुभकामनाएं !

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  9. सत् का आचार से संयोग हुआ, विवाद हुआ तो सत आचार का आ ले भागा। विवाद को हल कर इन्हें फिर से मिला दें।
    सुंदर विचार!

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  10. इस छोटी पोस्ट में तो मुझे अंगुलिमाल की पूरी कथा दिख गई.

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  11. मिनी नही महान पोस्ट है,ये भाटिया जी।

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नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******

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मुझे शिकायत है !!!

मुझे शिकायत है !!!
उन्होंने ईश्वर से डरना छोड़ दिया है , जो भ्रूण हत्या के दोषी हैं। जिन्हें कन्या नहीं चाहिए, उन्हें बहू भी मत दीजिये।