11/25/08

बुझो तो जाने, जबाब


यह पत्ती सरसो की ही है,


नमस्कार, आज तो खुब मजा आया आप सब की टिपण्णीयो से, आज के विजेता है हमारे अशोक पाण्डेय जी, सब से पहला सही जबाब, बात भी सही है जब
जब खेती बाडी के बारे इतना जानते है तो गलती का सवाल ही नही, दुसरे स्थान पर अल्पना वर्मा जी आई ओर अपने जबाब से डगमग नही हुयी, बल्कि ताऊ को ताई से सलाह लेने की बात भी कह दी, जरुर अल्पना जी खाना भी बहुत अच्छा बनाती होगी, तभी तो उन्होने गोर से इस पत्ते को देखा,ओर तीसरे स्थान पर Arvind Mishra जी आये ओर बहुत ही सुन्दर सी सलाह दे कर ओर समझा कर हम सब को सरसॊ का साग खिला दिया,

पुदीने की पतियां थोडी गहरे रंग की होती है, उस के बारे अल्पना जी ने विस्तार से लिखा है, आप सब का बहुत बहुत धन्यवाद, यह पत्ता सरसॊ का ही है, इस लिये मै एक पो्धे के साथ फ़िर से नया चित्र भी दे रहा हुं.
फ़िर से आप सब का धन्यवाद

10 comments:

  1. अरे भाटिया जी आज तो हमारी लुटिया ही डूब गई ! काश कभी बच्चो की यानी अल्पनाजी की सलाह मानी होती ! खैर पांडे जी किसान हैं तो उनका हक़ है , बधाई उनको और सब विजेताओं को ! और अल्पनाजी को विशेष बधाई ! क्योंकि उन्होंने मुझे चेताया था ! पर क्या करे ? आज का दिन अपनी लुटिया डूबने का था ! :)

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  2. hum bhi dub gaye,ab sarson ka paudha hamne kabhi asiyat mein dekha tak nahi kaise pehchanenge:(

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  3. हम तो एक बार फ़िर आपकी परिक्षा में फेल हो गए हालांकि अल्पना वर्मा और ताऊ रामपुरिया की वार्ता पढ़कर मज़ा आया.

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  4. ताऊ और अल्‍पना जी की वार्ता सचमुच बड़ी रोचक रही। वैसे ताऊ तो अभी लु‍टिया ही डुबो रहे हैं, मेरा पूरा विश्‍वास है कि अगली पहेलियों में पूरी की पूरी बालटी ही डुबो दूंगा :)

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  5. पहेली बड़ी ही रोचक थी.
    अशोक पाण्डेय जी को बहुत बहुत बधाई.
    देखें अगली पहेली कैसी होगी???

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  6. विजेताओं को बहुत बहुत बधाई
    Regards

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  7. धत तेरे की अपना जवाब तो ग़लत हो गया...
    तभी में सोच रहा था की आपके ब्लॉग से सरसों की खुशबु क्यों आ रही है...
    वो क्या है की कभी सब्जियां खरीदने नहीं गया...
    कोई बात नहीं अगली पहेली का उत्तर तो सही देंगे...
    --- मीत

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  8. अरे ये क्‍या कर दिया मैंने बधाई मुझे मिलनी चाहिए थी अब देनी पडेगी तो सबसे पहले तो अशोक पाण्डेय जी को बारम्‍बार बधाई इस प्रतियोगिता को जीतने के लिए भाटिया जी प्रेस नोट बंटवाए कि नहीं और हां जो न्‍यूज बनाओ उसमें मेरा नाम नहीं लिखनी कि मैंने भी सही जवाब दिया था कोई नहीं सच कहूं तो मुझे पता था लेकिन मैंने बताया ही नहीं था मैं सोच रहा था कि देखूं कौन कौन बता पाता है हा हा हा :)

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  9. मुझे तो सदियों पहले से पता था कि ये क्या है मगर मैं जान बूझ कर नहीं बताया

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मुझे शिकायत है !!!

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उन्होंने ईश्वर से डरना छोड़ दिया है , जो भ्रूण हत्या के दोषी हैं। जिन्हें कन्या नहीं चाहिए, उन्हें बहू भी मत दीजिये।