1/18/09
बूझॊ तो जाने? जबाब
नमस्कार, तो लिजिये आज की पहेली का हल हम आप के लिये ले कर आये है.
सब से पहले तो यह बता दुं कि मेने भी इसे पहली बार ही देखा है, ओर देख कर, हेरान रह गया. फ़िर घर मै बच्चो को ओर बीबी को भी दिखाया, फ़िर सोचा चलो आप सब से भी इसे बांट ले .
जी यह बैंगन ही है, लिसे हिन्दी मे आप लाल बैगन कह सकते है, ऊपर वाला चीन देश का है ओर नीचे वाला ब्राजील से, ओर सिर्फ़ लाल ही नही सफ़ेद ओर कई अन्य रंगो मे मै बैंगन मिलते है, जेसा कि मेने कहा कि आधा जबाब मेने दे दिया, सो वो जब मेने लिखा कि यह बहुत गुण* यानि बैंगुन, फ़िर मेने लिखा कि मेने इस का नाम एक बार लिख दिया, यानि बता दिया, अब दोबारा नही बताऊगां तो जनाब बैंगन को पंजाबी मे **बताऊ** ही बोलते है, अब अगर किसी पंजाबी के ख्याल मे बताऊ यानि बेंगन होता तो सही जबाब अपने आप आ जाता.
आप लाल बैंगन अग्रेजी मे लिख कर या जिन विजेताओ ने अलग अलग नाम दिये है गुगल मे लिखेगे तो आप की रसोई भर जायेगी , आज से नया नारा अजी बैंगन खाओगे तो लाल बैंगन जेसा लाल बन जाओगे :)
वेसे मेने बीच मै सही जबाब भी छोड दिये थे, लेकिन किसी ने उन पर ध्यान नही दिया.
अब चलते है विजेतओ की ओर...
सब से पहले ओर सब से जल्दी जबाब आया पहले विजेता का,
आज सब से पहले विजेता के रुप मे आई .....घुघूती बासूती जी.
दुसरे स्थान पर आई ............स्नेह जी .
तीसरे स्थान पर आई .............संगीता पुरी जी.
चोथे स्थान पर आई ............अल्पना जी.
पांचवे स्थान पर आये हमारे ..........वरुण जायसवाल जी
ओर छटें स्थान पर आये पलटी मार कर शुभम आर्य जी
सभी विजेताओ को हार्दिक बधाई , ओर आप सब का बहु बहु धन्यवाद.
आईये अब बात करते है जिन्होने कोशिश की, फ़िर कोशिश की, ओर कई कामयाब हो गये कई अगली पहेली मे कामयाव हो जाये गे.
पहेली के सब से पहले जबाब देने आये हमारे शशवत शेखर जी, ओर दो चित्र देख कर थोडा उलझन मै पड गये, ओर रात को ही टमाटर ओर शिमला मिर्च बोले, फ़िर सोच कर टमाटर को केद कर गये.
फ़िर आये शुभम आर्य जी वो खा कर भी आये थे शिमला मिर्च, इस लिये उन्होने इसे भी मिर्च बता दिया, चलिये जबाब गलत ही सही लेकिन शाम का खाना जल्दी खाया करो सेहत के लिये अच्छा है.
फ़िर आये हमारे स्मार्ट इंडियन जी , भाई सच मे बहुत स्मार्ट है, टमाटर भी बोल दिया साथ मै मिर्च भी इसे कहते है दोनो हाथो मे लड्डू, लेकिन खाया एक नही.
अनुराग जी के हाथ से हिमाशुं जी ने मिर्च लपक ली, अभी अनुराग जी समभल पाते तो यह क्या समीर जी लाल लाल ट्माटर ले कर उडन छु हो गये...
तभी पिछली गली से सीटी बजाते हुये अर्विन्द जी प्रकट हुये, सीटी की धुन पर गुन गुना रहे थे .. बन्दा परवर.... फ़िर वही दिल लाया हूं, बहुत मस्त गीत सुनाया, सोचा चलो कुछ हेरा फ़ेरी कर के इन के टमाटर को जीता दे,लेकिन तभी वकील साहब जी आ गये, मेने डर से मना कर दिया, लेकिन यह क्या दिनेशराय जी भी रोमा के टमाटर ले आये, मै उन्हे उलट पलट के देख ही रहा था, कि ताऊ अपने खेत से ताजे ताजे टमाटरो का टोकरा उठाये आगये, मेने उन्हे हेरानगी से देखा तो बोले..अब लो बोलो , ये भी कोई बताने की बात है कि ये टमाटर हैं. :) मेरे कुछ बोलने सेपहले ही सीमा जी बोल पडी ...लग तो टमाटर रहे हैं ... अरे भाई मेने कब कहा यह तरबूज है.
मेरा इतना कहना था कि स्नेह जी चिल्लाई ....Tomato....:) भाई मेरी पतली हालत देख कर झट से हमारे Pt.डी के शर्मा "वत्स" साहब आ गये, ओर बडे प्यार से बोले....भाटिया जी, देखने मे तो ये ट्माटर लग रहे हैं, लेकिन असल मे यो "मिर्ची" है.जिसका शायद अंग्रेजी नाम शायद Pigeon pepper या फिर Capsicum pubescens है.... बस इतना बोलना था कि पीछे से मीत जी बोल पडे .... लाल शिमला मिर्च...तभी साईकल पर सवार अमित जी ने भी मीत जी का साथ देना शुरु कर दिया... shimla mirch....
हमने प्यार से समझाया भाईयो ऎसा कुछ नही , आप नारे बाजी क्यो कर रहे है.... तभी दुर से आवाज आई हमारे नैनीताल में इसको काकू कहते हैं अंग्रेजी में शायद पर्सिमन हुआ.ओर जब मेने पलट कर देखा तो एक सुंदर से सुट पहने हमारे अनुराग जी खडे मुस्कुरा रहे थे. मेने राम राम की कुछ बाते घर बार की की इतनी देर मे मोहन जी आ गये. ओर
भाटिया जी नमस्कार कैसे हैं पडोसीऔर सुनाओ क्या चल रहा हेइसका जवाब है Red Pelati इसके बारे में जो जानकारी मेरे पास है उनका विवरण निम्न प्रकार से हे 1: यह सब्जी है2: यह खाने और खिलाने दोनों ही काम आती हे3: यह पेड पर लगती है लटककर चमगादड की तरह4: इसके पेड के पत्ते हरे रंग के होते हैं5: यह लाल हरा आदि रंगों में संसार में उपलब्ध होती है6: एक पेड पर इसकी संख्या 15 से लेकर 25 तक हो जाती है यह संख्या घट बढ भी सकती है 7: इस सब्जी को हम चाकू की मदद से काट भी सकते हैं और तो और इसे खाया भी जा सकता हे 8: जब यह सब्जी कच्ची होती है तो इसका रंग सुरख हरा होता है धीरे धीरे यह पीलापन भी लेने लगता है 9: यह सब्जी किलो के तोल में मिलती हैइतनी जानकारी क्या मुझे विजेता बनाने के लिए कम हें जो और पढने की इच्छा जाहिर कर रहे हो अब पहले मुझे विजेता घोषित करो फिर बाकी की जानकारी दूंगा
, ओर मे अभी दो कदम ही गया कि मोहन जी पिछे से बोले भाई यह तो....तोरई का फल.
मेने पंजाबी मै सब को बताया भाई यह बताऊ है यह बताऊ है, अब अभिषेक जी को पंजाबी कहा आती है सो वो बोले...गाल जैसे लाल तो टमाटर होवे है सरजी.
हम तो टमाटर ही कहेंगे.तभी अनुराग जी को मोहन जी ने बताया की भाटिया जी तो पंजाब से है, बस फ़िर कया अनुराग जी ने झट से कह दिया ठेठ पंजाबी मे.... चंगा जी, आ पहाडी (शिमला) मिर्च हैगी. अंग्रेजी विच कैप्सिकम हमे बहुत अच्छी लगी अपनी पंजाबी भाषा
चलिये आप सभी को बहुत बहुत बधाई, सभी का बहुत बहुत ध्न्यवाद, फ़िर मिलेगे.
किसी का नाम रह गया हो तो जरुर याद दिलाये.
सब से पहले तो यह बता दुं कि मेने भी इसे पहली बार ही देखा है, ओर देख कर, हेरान रह गया. फ़िर घर मै बच्चो को ओर बीबी को भी दिखाया, फ़िर सोचा चलो आप सब से भी इसे बांट ले .
जी यह बैंगन ही है, लिसे हिन्दी मे आप लाल बैगन कह सकते है, ऊपर वाला चीन देश का है ओर नीचे वाला ब्राजील से, ओर सिर्फ़ लाल ही नही सफ़ेद ओर कई अन्य रंगो मे मै बैंगन मिलते है, जेसा कि मेने कहा कि आधा जबाब मेने दे दिया, सो वो जब मेने लिखा कि यह बहुत गुण* यानि बैंगुन, फ़िर मेने लिखा कि मेने इस का नाम एक बार लिख दिया, यानि बता दिया, अब दोबारा नही बताऊगां तो जनाब बैंगन को पंजाबी मे **बताऊ** ही बोलते है, अब अगर किसी पंजाबी के ख्याल मे बताऊ यानि बेंगन होता तो सही जबाब अपने आप आ जाता.
आप लाल बैंगन अग्रेजी मे लिख कर या जिन विजेताओ ने अलग अलग नाम दिये है गुगल मे लिखेगे तो आप की रसोई भर जायेगी , आज से नया नारा अजी बैंगन खाओगे तो लाल बैंगन जेसा लाल बन जाओगे :)
वेसे मेने बीच मै सही जबाब भी छोड दिये थे, लेकिन किसी ने उन पर ध्यान नही दिया.
अब चलते है विजेतओ की ओर...
सब से पहले ओर सब से जल्दी जबाब आया पहले विजेता का,
आज सब से पहले विजेता के रुप मे आई .....घुघूती बासूती जी.
दुसरे स्थान पर आई ............स्नेह जी .
तीसरे स्थान पर आई .............संगीता पुरी जी.
चोथे स्थान पर आई ............अल्पना जी.
पांचवे स्थान पर आये हमारे ..........वरुण जायसवाल जी
ओर छटें स्थान पर आये पलटी मार कर शुभम आर्य जी
सभी विजेताओ को हार्दिक बधाई , ओर आप सब का बहु बहु धन्यवाद.
आईये अब बात करते है जिन्होने कोशिश की, फ़िर कोशिश की, ओर कई कामयाब हो गये कई अगली पहेली मे कामयाव हो जाये गे.
पहेली के सब से पहले जबाब देने आये हमारे शशवत शेखर जी, ओर दो चित्र देख कर थोडा उलझन मै पड गये, ओर रात को ही टमाटर ओर शिमला मिर्च बोले, फ़िर सोच कर टमाटर को केद कर गये.
फ़िर आये शुभम आर्य जी वो खा कर भी आये थे शिमला मिर्च, इस लिये उन्होने इसे भी मिर्च बता दिया, चलिये जबाब गलत ही सही लेकिन शाम का खाना जल्दी खाया करो सेहत के लिये अच्छा है.
फ़िर आये हमारे स्मार्ट इंडियन जी , भाई सच मे बहुत स्मार्ट है, टमाटर भी बोल दिया साथ मै मिर्च भी इसे कहते है दोनो हाथो मे लड्डू, लेकिन खाया एक नही.
अनुराग जी के हाथ से हिमाशुं जी ने मिर्च लपक ली, अभी अनुराग जी समभल पाते तो यह क्या समीर जी लाल लाल ट्माटर ले कर उडन छु हो गये...
तभी पिछली गली से सीटी बजाते हुये अर्विन्द जी प्रकट हुये, सीटी की धुन पर गुन गुना रहे थे .. बन्दा परवर.... फ़िर वही दिल लाया हूं, बहुत मस्त गीत सुनाया, सोचा चलो कुछ हेरा फ़ेरी कर के इन के टमाटर को जीता दे,लेकिन तभी वकील साहब जी आ गये, मेने डर से मना कर दिया, लेकिन यह क्या दिनेशराय जी भी रोमा के टमाटर ले आये, मै उन्हे उलट पलट के देख ही रहा था, कि ताऊ अपने खेत से ताजे ताजे टमाटरो का टोकरा उठाये आगये, मेने उन्हे हेरानगी से देखा तो बोले..अब लो बोलो , ये भी कोई बताने की बात है कि ये टमाटर हैं. :) मेरे कुछ बोलने सेपहले ही सीमा जी बोल पडी ...लग तो टमाटर रहे हैं ... अरे भाई मेने कब कहा यह तरबूज है.
मेरा इतना कहना था कि स्नेह जी चिल्लाई ....Tomato....:) भाई मेरी पतली हालत देख कर झट से हमारे Pt.डी के शर्मा "वत्स" साहब आ गये, ओर बडे प्यार से बोले....भाटिया जी, देखने मे तो ये ट्माटर लग रहे हैं, लेकिन असल मे यो "मिर्ची" है.जिसका शायद अंग्रेजी नाम शायद Pigeon pepper या फिर Capsicum pubescens है.... बस इतना बोलना था कि पीछे से मीत जी बोल पडे .... लाल शिमला मिर्च...तभी साईकल पर सवार अमित जी ने भी मीत जी का साथ देना शुरु कर दिया... shimla mirch....
हमने प्यार से समझाया भाईयो ऎसा कुछ नही , आप नारे बाजी क्यो कर रहे है.... तभी दुर से आवाज आई हमारे नैनीताल में इसको काकू कहते हैं अंग्रेजी में शायद पर्सिमन हुआ.ओर जब मेने पलट कर देखा तो एक सुंदर से सुट पहने हमारे अनुराग जी खडे मुस्कुरा रहे थे. मेने राम राम की कुछ बाते घर बार की की इतनी देर मे मोहन जी आ गये. ओर
भाटिया जी नमस्कार कैसे हैं पडोसीऔर सुनाओ क्या चल रहा हेइसका जवाब है Red Pelati इसके बारे में जो जानकारी मेरे पास है उनका विवरण निम्न प्रकार से हे 1: यह सब्जी है2: यह खाने और खिलाने दोनों ही काम आती हे3: यह पेड पर लगती है लटककर चमगादड की तरह4: इसके पेड के पत्ते हरे रंग के होते हैं5: यह लाल हरा आदि रंगों में संसार में उपलब्ध होती है6: एक पेड पर इसकी संख्या 15 से लेकर 25 तक हो जाती है यह संख्या घट बढ भी सकती है 7: इस सब्जी को हम चाकू की मदद से काट भी सकते हैं और तो और इसे खाया भी जा सकता हे 8: जब यह सब्जी कच्ची होती है तो इसका रंग सुरख हरा होता है धीरे धीरे यह पीलापन भी लेने लगता है 9: यह सब्जी किलो के तोल में मिलती हैइतनी जानकारी क्या मुझे विजेता बनाने के लिए कम हें जो और पढने की इच्छा जाहिर कर रहे हो अब पहले मुझे विजेता घोषित करो फिर बाकी की जानकारी दूंगा
, ओर मे अभी दो कदम ही गया कि मोहन जी पिछे से बोले भाई यह तो....तोरई का फल.
मेने पंजाबी मै सब को बताया भाई यह बताऊ है यह बताऊ है, अब अभिषेक जी को पंजाबी कहा आती है सो वो बोले...गाल जैसे लाल तो टमाटर होवे है सरजी.
हम तो टमाटर ही कहेंगे.तभी अनुराग जी को मोहन जी ने बताया की भाटिया जी तो पंजाब से है, बस फ़िर कया अनुराग जी ने झट से कह दिया ठेठ पंजाबी मे.... चंगा जी, आ पहाडी (शिमला) मिर्च हैगी. अंग्रेजी विच कैप्सिकम हमे बहुत अच्छी लगी अपनी पंजाबी भाषा
चलिये आप सभी को बहुत बहुत बधाई, सभी का बहुत बहुत ध्न्यवाद, फ़िर मिलेगे.
किसी का नाम रह गया हो तो जरुर याद दिलाये.
नाम
पहेली
19 comments:
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
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बड़ी मुश्किल पहेली है भाई.....गणित की पहेली तो अभिषेक के हवाले ..
ReplyDeleteआभार
ReplyDeleteराज अंकल, सही में बहुत ही मुश्किल पहेली थी,सोच ही नही जा सकता था की ये बैगन भी हो सकता है | :)
ReplyDeleteअगली बार से ध्यान से देखूँगा |
वाह.. वाह... क्या बैंगन दिखाये आपने भाटिया जी, कइयों की सिट्टी-पिट्टी गुम कर दी....
ReplyDeleteबचपन से ही पढ़े हैं: बैगन का रंग बैगनी. अब कौन जाने कब से लाल बैगन आने लगे. हम कोर्ट में जायेंगे द्विवेदी जी की.
ReplyDeleteभाटिया जी,
ReplyDeleteएक मशविरा है, आप मानें तो बेहतर। जवाब में भी पूछी गई पहेली का चित्र होना चाहिए। अच्छा लगेगा।
आप यह भी कर सकते हैं कि सब से पहले ऊपर नयी पहेली का चित्र हो और पहेली पूछी जाए। फिर उस का दूसरा भाग प्रारंभ हो और वहाँ आप पिछली पहेली का चित्र लगाएँ, और पिछली पहेली का जवाब हो।
यदि आप इस तरह इस ब्लाग को रूपाकार करें को शायद और भी महत्वपूर्ण हो कर निखरेगा यह ब्लाग।
हाँ, एक दिन में दो बार पोस्ट करने से भी बचेंगे।
sabhi vijetaon ko badhaayee.taau ji ki paheli jitni mushkil lagi thi ,is baar aap ki paheli mujhey utni asaan lagi thi.aur main ne aap ko turant is ka botanical naam bhi de diya tha.
ReplyDelete-ek din mein -tht too saturday-teen paheliyan ek saaath pochhi gayin---badi nainsaafi hai!!!!:)
--waise Diwedi ji ka sujaav bahut achcha hai..is sey paheli ka sirf jawab padhne walon ke gyan mein bhi vradhi hogi.
-aap bhi badi mehnat se paheliyan aur unka jawabi post tayyar kartey hain is mein koi doubt nahin..aap ke is prayaas ko hamara naman hai.
with regards
sabhi vijetawon ko dhero badhi/........
ReplyDeletearsh
भाटिया जी नमस्कार और सुनाओ कैसे हैं पडोसी
ReplyDeleteसर्वप्रथम विजेताओं को हार्दिक बधाई
दूसरा भाटिया जी आपने ठीक नहीं किया कम से कम हरियाणा वालों की लाज तो रख लेते इत्तफाक से मैं भी ताऊ के ही देश का हूं
खैर कोई नहीं सही जवाब तो मैंने किसी को बताया ही नहीं था ही ही ही
मुझे पता था लेकिन अगर मैं बता देता तो ताऊ ने अर समीर जी और खासकर आपने बी बेरा पाट ज्याता इसकर कै मैंने कोनी बताया हा हा हा
भाटिया जी एक बात और मन्ने बता दियो कि आज थारे ब्लाग पै ताऊ के भेजे हीरे मोती टपक रे सैं इननै लेण खात्तर कि करना होवेगा जो ये सारे मेरे ब्लाग पै बी टपकण लग ज्यावें मन्ने जरूर बता दियो फिर आपका आभारी हो जाऊंगा
भाटिया जी नमस्कार और सुनाओ कैसे हैं पडोसी
ReplyDeleteसर्वप्रथम विजेताओं को हार्दिक बधाई
दूसरा भाटिया जी आपने ठीक नहीं किया कम से कम हरियाणा वालों की लाज तो रख लेते इत्तफाक से मैं भी ताऊ के ही देश का हूं
खैर कोई नहीं सही जवाब तो मैंने किसी को बताया ही नहीं था ही ही ही
मुझे पता था लेकिन अगर मैं बता देता तो ताऊ ने अर समीर जी और खासकर आपने बी बेरा पाट ज्याता इसकर कै मैंने कोनी बताया हा हा हा
भाटिया जी एक बात और मन्ने बता दियो कि आज थारे ब्लाग पै ताऊ के भेजे हीरे मोती टपक रे सैं इननै लेण खात्तर कि करना होवेगा जो ये सारे मेरे ब्लाग पै बी टपकण लग ज्यावें मन्ने जरूर बता दियो फिर आपका आभारी हो जाऊंगा
अप्ने तो इस पहेली पर पाठकों को पीएचडी करवा दी ब्धाई आपको भी और विजेताओं को भी
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteलो जी कर लो बात. अब इस से ज्यादा घोर कलयुग क्या आएगा कि अब तो इन्सानों की तरह बैंगनों नें भी रंग बदलना शुरू कर दिया है.
ReplyDelete"हे ऊपर वाले कैसे-कैसे ये तेरे खेल निराले.
अब तो बैंगन मिलें लाल ओर टमाटर हो गए काले"
चलिए विजताओं को ढेर सारे बैगन अर्र बधाईयाँ!
ReplyDeleteसब कुछ सीखा हमने,
ReplyDeleteन सीखा पहेलियां बुझाना
बैगन वो भी लाल ....बडा घुमाया इस लाल बैगन ने इस बार ...कोई गल नि अगली बार सही....विजताओं को बधाईयाँ..
ReplyDeleteRegards
कमबख्त गूगल वालो ने शिमला मिर्च पे ऐसी ही फोटो लगा रखी है...
ReplyDeleteचलिए कोई बात नहीं किसी को तो जितना था और जितने वालो को ढेर सी बधाई...
मीत
भाटिया जी बेंगन तो हमें बिल्कुल पसंद नही...मान लीजिये जवाब इसी लिए नही दिया...दूसरा एक कहावत भी है दूसरे की थाली का बेंगन,तीसरे समीर जी की हाँ मैं हाँ ......नही जी ऐसी बात है की हम ल्पहेली देख नही पाये थे ...खेद सहित
ReplyDeleteआदरणीय दिनेशजी का सुझाव क़ाबिलेग़ौर है राज साहब । बड़ा आनन्द आया बैंगन एपीसोड में। अभी भाग लेने की हिम्मत जुटा नहीं पाया हूँ देख समझ बूझ रहा हूँ।
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