5/6/08

मुझे शिकायत हे (लाईन)

अकसर आप सब ने देखा हो गा जब भी कभी हम फ़िल्म देखने, बस की लाईन मे, बिजली का बिल देने केलिये लाईन मे लगे हो तो कई लोग.....लाईन तोड कर ओर दुसरो की भावानयो का खयाल ना रखते हुये...
मुझे शिकायत हे, ऎसे लोगो से जो किसी भी जगह जरुरत के हिसाब से ओर लोगो की सहुलिय्त के हिसाब से लाइन मे ना लग कर,ओर धक्का मुकी कर के अपना नम्बर से पहले जाते हे, जिस से महिलाओ , बच्चो ओर हमारे बुजुर्गो कॊ बहुत दिक्कत होती हे , ओर कई बार इन लोगो की अधिक गर्मी से या अधिक सर्दी से तबियत भी खराब हो जाती हे,क्यो नही हम सब इन्सानो की तरह से लाईन मे लग कर ओर अपने नमबर आने का इन्तजार करते ? यह हाल कई बार हर जगह देखा जाता हे जेसे बस स्टाप पर, बिजली ओर टेली फ़ोन के बिल के भुगतान पर, सिनेमा के बाहर.

5 comments:

  1. जायज शिकायत है.

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  2. ग्रेजुएशन तक हमने जरुर सिनेमा खिड़की पर जोर आजमाइश की और बदमाशों से पहले टिकट लिया। पर उस के बाद न लाइन तोड़ी और न किसी को तोड़ने दी।
    आप की शिकायत जायज है।

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  3. आवाज उठाने का बेहतर तरीका है...

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  4. shikayat to bahut jayaz hi hai,baki sab jagah line mein hi lag ke kaam hona chahiye,except movie theater:):),varna to ticket hi na mile,ya black mein kharido ya vapas ghar jana padhta hai.
    and am in favour of alag line for ladies ,ek to kaam jaldi hota hai,and some damn silly people just push fom behind (never liked that )atleast in some places,but in bamks its fine,crowd is good there.

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  5. आप सब का हर्दिक स्वागत.

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नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******

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मुझे शिकायत है !!!

मुझे शिकायत है !!!
उन्होंने ईश्वर से डरना छोड़ दिया है , जो भ्रूण हत्या के दोषी हैं। जिन्हें कन्या नहीं चाहिए, उन्हें बहू भी मत दीजिये।