यह फ़ुल नीम का ही है.(neem)नमस्कार, इस बार की पहेली सच मे बहुत मजेदार रही. लेकिन सब ने अलग अलग कहा, ओर बहुत से फ़ुलो के नाम गिना दिये, ओर इस बार इस पहेली की प्रथम विजेता परुल जी रही,ओर दुसरे स्थान पर रही ओर कमुस्कां जी रही.
ओर तीसरे स्थान पर हमारे ताऊ राम पुरिया जी रहे, यह नीम का ही फ़ुल है जो हमारे चारो ओर रहता है, यह चित्र मेने यहां से लिया था.
हमारे आसपास कितने ही फ़ल फ़ुल है जिन्हे हम कभी भी ध्यान से नही देखते, जब कि यह बहुत ही उपयोगी होते है, लेकिन जब हम इन से दुर रहे , ओर इन की जरुरत हो तो यही हमे खुब याद आते है.
इस पहेली मे भाग लेने वालो का ओर टिपण्णी देने वालो का बहुत बहुत धन्यवाद. आप सब को भी बधाई.
जल्द मिलते है अगली पहेली के साथ. नमस्कार


कमाल है, इसके पहले तो मैंने कभी ध्यान नहीं दिया था कि नीम का फूल इतना सुंदर भी लग सकता है। वैसे इसके साथ लगी निंबोलीयों को नीमकौडी के नाम से भी जाना जाता है। कुछ पुरानी यादें ताजा कर दीं आपने।
ReplyDeleteहम इस बार भी पास ना हो सके। लेकिन फिर कोशिश करते रहेगें।;)
ReplyDeletesabhi vijeta ko hardik badhai ji,hum bhi kabhi kamyaab hone:);)
ReplyDeleteधन्यावाद भाटिया साहब ! पारुल जी और कमुसका जी को भी बधाई !
ReplyDeleteham honge kaamyaab! ek din nayii pahelii mein!
ReplyDeleteविजेताओं को हार्दिक बधाई! अगली बार कोई आसान सवाल पूछें तो हम भी ट्राई करें - जैसे कमल, सूरजमुखी या गोभी का फूल आदि!
ReplyDeleteहमारे इर्द गिर्द इतनी खूबसूरत चीजें हैं..हम हर रोज उनसे होकर गुजर जाते हैं, लेकिन गौर नहीं करते। प्रकृति से जुड़ी चीजों की पहेली लाकर आप खेल खेल में हमें इस मामले में जागरूक भी बना रहे हैं। हमारा अनुरोध है कि इसे आप इसी रूप में जारी रखिएगा। नीम के पेड़ को हम हर दिन देखते हैं, लेकिन कभी उसके फूल पर ध्यान नहीं गया। अब उसे गौर से देखेंगे..उसकी सुंदरता से परिचित होंगे। हार्दिक आभार।
ReplyDelete" congratulations to winners"
ReplyDeleteRegards