12/20/08

बुझो तो जाने??जबाब

नमस्कार, राम राम, ओर सलाम.....
यह तुलसी के ही फ़ुल है
मेरी हमेशा यही कोशिश रहती है कि पहेली ऎसी हो जो हमारे आसपास ही किसी चीज की हो, पुछने को तो बहुत कुछ है लेकिन उन से ज्यादा मजा नही आता, ना जबाब देने वाले को ओर ना ही पुछने वाले को,जिस वस्तु को हम ने देखा ही नही तो उस के बारे क्या बताये? लेकिन रुचि तब बढती है जब हम ने उसे देखा हो ओर ..... चलिये आज चलते है इस पहेली के जबाब की ओर...

आज का सब से पहला ओर सही जबाब देख कर मै थोडा हेरान भी हुया, ओर सोचा अरे यह पहेली भी पहली टिपण्णी पर ही हल हो गई.... लेकिन जब बुझी तो देखे जबाब क्या आता है ओर लोगो का...

सब से पहला सही जबाब दिनेश द्विवेदी ने वृन्दा कह कर दिया, जबकि मुझे भी नही पता था कि तुलसी को वृन्दा कहते है लेकिन एक पंडित जबाब केसे गलत देता, सो मेने झट से गुगल बाबा के पावं पकडे , आज के प्रथम विजेता दिनेश द्विवेदी हुये, मेरी तरफ़ से उन्हे हार्दिक बधाई ओर एक नया शव्द बताने के लिये धन्यवाद.

फ़िर अल्पना जी ने भी झट से दुसरा स्थान लेने मे कोई देरी नही की,तुलसी का फ़ुल कह कर विजेता के रुप मै दुसरे स्थान पर आ गई.

आशोक पाण्डेय जी ने भी सही जबाब दिया, भला एक किसान ओर उस विषय पर अधय्यन करने वाला कभी गलती कर सकता है ?? तीसरे स्थान पर विजेता के रुप मे आशोक पाण्डेय जी आये.

फ़िर कामोद जी आये, लेकिन थोडा आगे चले गये, अजी हम मेहन्दी के फ़ुल या पत्तो के बारे भी जरुर पुछेगे , चलिये अगली बार सही आप का धन्यवाद.


फ़िर आये नरेश सिंह राठोर साहब, अजी यह पहेली है, यहां हारने वाला तो सिर्फ़ एक है ओर वो मै, आप सब तो मेरे विजेता है आप सब से मै कुछ ना कुछ सीखता ही हु, आज दिनेश जी ने जेसे बताया कि तुलसी को वृन्दा भी कहते है, आशा करता हुं अगली बार आप दिल से जबाब जरुर देगे, आप का धन्यवाद.

फ़िर आये हमारे सब से स्मार्ट ईंडियन बाबु, ओर मुझे चक्कर मै डाल दियां उन्होने **श्यामा** दिया अब मुझे तो पता नही,यह सही है या गलत इस लिये पाठक ही बताये कि श्यामा किसे कहते है गुगल बाबा पर तो... राम राम..आप का भी धन्यवाद श्यामा असल मे तुलसी की उस प्रजाति को कहते है जिसके पत्ते गहरे हरे रंग के यानि कालापन सा लिये होते हैं और यह भी हमारे घरो मे बहुतायत से रहती है ! अत: स्मार्ट इन्डियन भाई साहब सौ प्रतिशत विजेता हैं ! ताऊ राम पुरिया जी ने अभी अभी बताया

फ़िर आये अर्विन्द मिश्रा जी ओर उन्होने भी इसे मकोन (सोलेनम निग्रम )कह कर पहेली मै अपना नाम दर्ज किया, आप क भी धन्यवाद

रंजना जी आई ओर पता नही कह कर हाजरी लगवा दी, धन्यवाद आप का भी,

राम पुरिया ताऊ जी ने इसे पक्की तरह से ठोक वजा कर तुलसी घोसित कर दिया , आप का धन्यवाद अब गोल गप्पे तेयार रख्नना तुलसी डाल कर, आप का धन्यवाद.



विवेक जी ने भी पक्का कर दिया की यह फ़ुल नही यह फ़ुल ही हे. आप क धन्यवाद

विनय जी ने भी इसे शायमा तुलसी ही कहा, यानि शायमा तुलसी ही है, आप क जबाब भी सही है,धन्यवाद.


फ़िर आई बिधु जी ओर शुभ प्रभात के सथ ही इसे सेम की फ़ली कह कर पहेली मे अपनी भागेदारी दर्ज कर ली, आप का भी धन्यवाद.

फ़िर सीमा जी ने भी सही जाबाब दे कर धन्यवाद हांसिल कर लिया.

मीत जी आये ओर उन्होने तो तुलसी माता जी की पुरी महिमा बताई, गुण बताये आप का भी धन्यवाद.

फ़िर मोहन जी आये ओर इसे आक बताया, रही सही कसर अल्पना जी के गले डाल दी, धन्यवाद आप क भी जी.

फ़िर शर्मा जी वत्स आये ओर सही जबाब दे कर राम राम हासिल कर ली,

महेन्दर मिश्रा जी ने पक्का बता दिया कि यह फ़ुल ही है. राम राम जी की.
प्रवीण त्रिवेदी जी तो अर्विन्द जी के साथ चले गये आप का भी धन्यवाद

अनुपम जी ने एक दाम साफ़ लिख दिया की नही आता , आप का भी धन्यवाद.
सभी को मेरी तरफ़ से धन्यवाद मेरा साथ देने के लिये मिलते है अगली पहेली मे.गलती से किसी का नाम छुट गया हो या कुछ गलत लिख दिया हो तो माफ़ी क हक दार हू. माफ़ कर दे.
धन्यवाद

10 comments:

  1. धन्यवाद भाटिया साहब , सभी विजेताओं और खासकर प्रथम स्थान पर रहे द्विवेदी जी को बधाई !

    श्यामा असल मे तुलसी की उस प्रजाति को कहते है जिसके पत्ते गहरे हरे रंग के यानि कालापन सा लिये होते हैं और यह भी हमारे घरो मे बहुतायत से रहती है ! अत: स्मार्ट इन्डियन भाई साहब सौ प्रतिशत विजेता हैं !

    राम राम !

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  2. दिनेश द्विवेदी Sir के साथ सभी विजताओं को बधाई..राज जी आप की पहेलियाँ कितनी लोकप्रिय हैं यह
    अब आप को पता चल ही गया होगा.
    वृंदा -गुजराती में बहुत ही common नाम है.एक दम से तस्वीर देख कर ही पता चल गया था की तुलसी का ही है.रोज़ देखते हैं तुलसी जी को.मैंने दो तरह की तुलसी के बारे में सुना है--श्याम तुलसी जिसके पत्ते गहरे रंग के होते हैं और बहुत पवित्र मानी जाती है.दूसरी सामान्यत घर घर में पाए जाने वाली हलके रंग के पत्तों वाली 'राम ' तुलसी.यहाँ अरब देशों में basil यानि तीसरी तरह की तुलसी होती है -jisey basil kahtey hain-जिस के पत्ते लड़कियां hair में लगा लेती हैं -ऐसी मान्यता है कि इस से 'जिन्न' दूर रहता है.
    --घर में पिज्जा ,पास्ता,soup बनाते समय हम basil के सुखी पत्तों का पाउडर ही तो डालते हैं.
    -एक्साम से निकते समय तुलसी [होली basil]का पत्ता मुंह में डाल कर जन भारत में सामन्य है--आयुर्वेद में तुलसी के पत्तों को स्मरण शक्ति बढ़ाने वाला भी बाते गया है.
    बहुत और भी कई घरेलू उपचार तुलसीजी से होते हैं-

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  3. आप अक्सर बडे ऊ की मात्रा की जगह छोटे उ की मात्रा से काम चलाते हैं . हमने ध्यान दिलाया तो आपने उसे भी तोड मरोड कर पेश किया . यह अच्छी बात नहीं है जी .

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  4. आप अक्सर बडे ऊ की मात्रा की जगह छोटे उ की मात्रा से काम चलाते हैं . हमने ध्यान दिलाया तो आपने उसे भी तोड मरोड कर पेश किया . यह अच्छी बात नहीं है जी .

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  5. भाटिया जी, हम भी तुलसी ही कहते हैं। पर न जाने क्यों आप की पहेली में खूबसूरत फूल देख कर नाम वृन्दा ही दिमाग में आया और वही लिख दिया। मुझे नहीं पता था कि आप को गूगल बाबा की शरण लेनी पड़ेगी। वृन्दावन नाम ही उसी से पड़ा है, वृन्दा+वन+वृन्दावन।

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  6. सभी विजेताओं को बधाई।

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  7. सुनो-सुनो-सुनो.....
    सभी विजेता
    भाइयो और बहनों सुनो...
    पर मै आने में थोड़ा लेट हो गया हूँ!आप लोगो को हुई असुबिधा के लिए हमें खेद है!पर कोई बात नही इस असुबिधा के लिए मै अपने आप माफ़ कर देता हूँ!दरअसल मै आप लोगो से ये कहने आया था की सभी विजेताओ को जो इनाम में गोलगप्पे भाटिया वितरण करने वाले है,उसके लिए आप सभी विजेता भाई-बहनों अपने-अपने मुह का नाप और मुह का रजिस्ट्रेशन जल्दी से ताऊ रामपुरिया के पास जाकर कराले!जितनी जल्दी मुह का नाप देंगे उतनी जल्दी इनाम मिलेगा!
    धन्यवाद !

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  8. सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई मुझे शुभकामनाएं और भाटिया जी को नमस्‍कार पिन्‍टू जी कह रहे हैं कि हम सभी नाप दे दें भाई उसकी क्‍या जरूरत है आप अपने मुह के नाप से दो इंच छोटा और दो इंच बडा साईज काफी रहेगा फिर बिना पानी के गोल गप्‍पे तो जिस तरह मर्जी खा ल्‍यो हा हा हा

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  9. सभी विजेताओं को बधाई.
    अगली पहेली का इन्तजार रहेगा.

    जै राम जी की

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नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******

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मुझे शिकायत है !!!

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उन्होंने ईश्वर से डरना छोड़ दिया है , जो भ्रूण हत्या के दोषी हैं। जिन्हें कन्या नहीं चाहिए, उन्हें बहू भी मत दीजिये।