12/13/08

बुझो तो जाने??? जबाब.....

Beware: This flower belongs to autumn crocus (Colchicum autumnale), a highly toxic plant common in Europe.
आज शाम से मुझे कुछ भी अच्छा नही लग रहा, जब से मेने अपनी गलती देखी, पहले तो सोचा छोडो जो हो गया सो हो गया, लेकिन मेरी आत्मा नही मानी, यह गलती मेने जल्दवाजी मे कर दी, अगर आप सब मुझे माफ़ कर दे तो , मुझे शांति होगी.


मेरा मकसद किसी का दिल दुखाने का नही था...... ओर ना ही अपने आप को ज्यादा होशियार दिखाने का बस इंसान से गलती हो जाती है, आज वही गलती मेरे से हो गई, अब चाहो तो आप सब टिपण्णीयो मे मुझे गालियां भी दे दो, लेकिन माफ़ कर दो.....

अब चलता हु असली बात की ओर.....

मेरे कल ्के सवाल मे सही जबाब सिर्फ़ दो लोगो का ही हे, जिस का मुझे भी पता नही था, लेकिन जब अल्पना जी ने लिखा की राज जी जब कह रहे है तो सच ही होगा , तो मुझे लगा कही मेने गलती कर दी है, ओर फ़िर मेने वो साईड ढुढी, जहां से यह फ़ोटो लि थी, ओर जब ध्यान दिया तो मुझे अपनी बेब्कुफ़ी का पता चला.


तो इस पहेली का पहला विजेता है रचना जी, जिन्होने बिलकुल सही जबाब दिया, ओर दुसरे स्थान पर आई अल्पना जी, जिन होने मेरे गलत फ़ेसले को भी सर माथे पर रखा, ओर मुझे अन्दर तक झंक्झोर दिया, ओर मै खाना भी ना खा सका, असल मे मै भी इसे केसर का ही फ़ुल समझ रहा था....... लेकिन...

यह फ़ुल मेने इस साईट से लिया था, आप सभी खुद देख ले मेरी गलती .

12 comments:

  1. राज जी इस में बुरा महसूस करने वाली कोई बात ही नहीं है.
    आप ने इस ग़लती को सुधार लिया और सही जानकारी मिल गयी यही क्या कम है.
    एक बार केबीसी के प्रोग्राम में अमिताभ ने एक मेडिकल related question एक डॉक्टर से पूछा था.औरडॉक्टर साहब के सही जवाब को ग़लत कर दिया गया था और बाद में जवाब की तफ्तीश होने पर डॉक्टर साहब को दोबारा हॉट सीट पर बुलाया गया .
    कहने का मतलब है की इतने बड़े प्रोग्राम में ऐसी गलतियाँ होती हैं तो यहाँ तो हम साधारण जानकारी रखने वाले लोग हैं.
    इस में कोई बुरा महसूस करने वाली कोई बात नहीं है.
    आप को कोई क्यूँ गाली देगा??आप से सब प्रेम भाव रखते हैं और आप की पहेलियों का इंतज़ार करते हैं.
    आप इन पोस्ट्स को हटाना चाहें तो कोई बुराई नहीं.कोई भी बुरा नहीं मानेगा.
    पहेलियाँ जानकारी बढ़ने के साथ साथ हम सभी ब्लोग्गेर्स को एक मंच देती हैं आपस में interaction करने का और अपने भीतर के बच्चे को पहचानने का जिस में अब भी जीतने का जज्बा रहता है.मुझे पहले जवाब देना है मुझे प्रथम आना है-इस की होड़ रहती है--बस इसी भाव से हम सब हलके फुल्के इन पहेलियों को लेते हैं.
    --रचना जी को बधाई .
    मैं कुछ minutes पीछे रह गयी -
    मोहन जी अब तो कोई शिकायत नहीं है??आप भी विजेता हुए न!:)

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  2. भाटिया जी,
    तनाव में मत रहिए। ये सब चीजें परस्पर सद्भावना बढ़ाने के माध्यम ही होते हैं। इन्हें इसी भाव से लेना चाहिये। जीत और हार जैसी कोई बात ही नहीं है। मुझे नहीं लगता कि कोई भी दौड़ में आगे रहने के लिए इन्हें बूझने की जद्दोजहद करता होगा। सभी अपने हैं, सभी प्यारे हैं। सब साथी हैं। किसी का कुछ नहीं बँट रहा। और न ही हार-जीत से किसी के अपनेपन में कोई अन्तर आना चाहिए।

    रचना जी व अल्पना जी को हमारी हार्दिक शुभकामनाएँ व बधाई।

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  3. हमारे आने तक में ३ पोस्ट आ गई सवाल और जवाब दोनों. वैसे बता दूँ जवाब नहीं आता था :-)

    और इसमें परेशान होने की कोई बात नहीं !

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  4. आपकी पहेली इतनी आसान तो होती नहीं की सब जवाब दे दें . इसलिए मै जरा दूर रहता हूँ . क्योकि मेरा दिमाग कुछ पुराणी ट्यूब लाइट जैसा है थोडा देर से ............

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  5. राज जी, इसमें इतना दुखी होने जैसी बात नहीं है, जैसा कि कविताजी ने कहा कि यहाँ सभी अपने हैं, बस वही असल बात है । हम खुद ये सोच सोच कर परेशान होते हैं कि सामने वाला क्या सोचेगा.....खैर बेफिक्र हो पहेली पूछें। धीरू जी की तरह अपने पास तो पुरानी ट्यूबलाईट तो क्या एक आदिम दीपक तक नहीं है :) सो मैं भी धीरू जी की तरह परीक्षा से Drop कर जाता हूँ।

    वैसे मै इसे केसर समझ रहा था :)

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  6. कोई बात नहीं राज भाई ,टू इर्र इज ह्युमन ...और ऐसा होना असहज नही है -लवली जी ने ऐसी ही गलती सापो को लेकर कर दी थी ..याद है ? आप कुछ ज्यादा काम कंप्यूटर पर कर रहे हैं शायद ..पर आप ने सही अज्वाब देकर अच्छा किया ! अब काहें को कोई ग्लानिबोध !अल्पना और कविता जी ने भी आपको क्षमां दान दे ही दिया है ! और ये ही पहेली के मुख्य बूझने वालों में से थे !
    एक बात जोड़ दूँ काल्चीसीन के इस पौधे से जो विष निकलता है वह वैज्ञानिक प्रयोगों में गुणसूत्र के अध्ययन में उपयोगी है -किसी भी जंतु के गुणसूत्रों के अध्ययन के करीं एकाध घंटे पहले इसका एक बहुत तनु घोल उस जंतु को इंजेक्ट किया जाता है जिससे उसकी कोशिका विभाजन में ठहराव आ जाता है -गुणसूत्र प्रामिनेंट हो उठते हैं !

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  7. सबसे पहले तो रचना जी और अलपना जी को रिकन्सीडेरेशन मे विजयी होने पर हार्दिक स्वागत और बधाईयां ! अल्पना जी आपके साथ ना जाने का सीधा नुक्सान अब मुझे मालूम पड गया !आगे से गल्ती नही करुंगा ! :)

    भाटिया जी जीवन मे गल्ती का मह्सूस हो जाना ही बडी बात है और आपने तो लम्बी चौडी पोस्ट लिख डाली ! सब अपने ही हैं !

    आपको कोई ग्लानी नही रहे , इस लिये आज मैने एक पहेली पूछी है और पेनल्टी स्वरूफ उसके इनाम आप की तरफ़ रखवा दिये हैं ! :)

    हरयाणवी आदमी तो इससे बडी बडी गल्ती करके भी कबूलता नही और आप कैसे हरयाणवी हो ? :)एक बार कह दिया सो कह दिया ! :)

    राम राम !

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  8. aap bhi kehaa sae keha pahuch gaye
    agli paheli daetey aur usii mae is baat ko likh daetey
    aur is khel ko saarthak banaanaa hae to apne kheecyae huae chitr daale

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  9. rachna je or alpana je ko bdhaee. Raj je itna preshan hone ke jrurt nahe, hum sub ek parivar hain or galte to sub se ho jate hai na. Dekeye aapka ye blog parivar apke sath hai, so tanav chodeye or take it easy. Jo bhe hua fir bhe rochak he rha. Hume to kesar he lga to uske agey socha he nahe ha ha. Agle pheli dejeye lakin thode easy taki kabhe to hum shi answr de sken ha ha. Regards

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  10. अजी राज जि, काहे को चिन्ता करते हैं.यहां जीत-हार कुछ मायने नहीं रखती.ये चीजें सिर्फ आपसी प्रेम ओर सदभावना बढाने के माध्यम मात्र् है.

    बहरहाल विजेताओं को हार्दिक बधाई.

    अगली पहेली का ईन्तजार रहेगा.

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  11. राज इसमें परेशान होने की कोई बात नहीं.यहां जीत-हार कुछ मायने नहीं रखती है.

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  12. आप सब का बहुत बहुत धन्यवाद

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नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******

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मुझे शिकायत है !!!

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उन्होंने ईश्वर से डरना छोड़ दिया है , जो भ्रूण हत्या के दोषी हैं। जिन्हें कन्या नहीं चाहिए, उन्हें बहू भी मत दीजिये।