12/23/08
बुझो तो जाने?? जबाब
नमस्कार आप सब को.
२२/१२/०८ की पहेली .... जी यह लखनऊ रेलवे स्टेशन ही है.
ओर आज के विजेता यह है
पहले विजेता के रुप मै अल्पना वर्मा
दुसरे विजेता के रुप मै स्मार्ट इंडियन (अनुराग शर्मा जी )
तीसरे विजेता के रुप मै अर्विंद मिश्रा जी
चोथे विजेता के रुप मै आये धीरु सिंह जी
पांचवे विजेता के रुप मै आये प्रवीण कुमार शर्मा जी
छठे विजेता के रुप मै आये अजीत जी.
सातवे विजेता के रुप मै आये हमारे प्रवीण त्रिवेदी...प्राइमरी का मास्टर जी
आठंवे विजेता के रुप मै आये डी के शर्मा "वत्स" जी
नोवे विजेता के रुप मै आये कार्तिकेय जी
दसवे विजेता के रुप मै आयी पारुल जी.
ग्यारवे विजेता के रुप मे अनुपम अग्रवाल जी.
सभी विजेताओ को हम सब की ओर से बधाई, ओर धन्यवाद
**************************
अब गलत जबाब देने वालो के बारे मै भी चर्चा की जाये.
सब से पहला गलत जबाब आया....रंजन जी का वो जयपुर के चोडे रास्ते मै चलेगये.
फ़िर आये हमारे ताऊ रामपुरिया जी, लेकिन आज हम ताऊ की पलटी लगने से पहले ही चुस्त होगये, ओर ताऊ हमे जयपुर के रेलवे स्टेशन पर ही ढुढते रहे, फ़िर आये रतन सिंह शेखावत जी ओर वो सीधे पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर चले गये, इन के जाते ही आये पी एन सुबर्मन्यम साहब जी ओर ताऊ के साथ जय पुर के स्टेशन पर घुमते रहे, मीत जी ने तो पलेट फ़र्म टिकट ली जय पुर की लेकिन थके होने के कारण नही गये, ओर हार मान ली,फ़िर आये अमित जी अरे वो तो दिल्ली ओर कलकता ही घुमते रहे,विधु जी ने भी पुरानी दिल्ली से लखनऊ घुमा दिया, अगर लखनऊ उतर जाती तो जीत जाती चलिये इस बार इन की कमपार्ट्मेन्ट सही,मोहन जी भी पुरानी दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर घुमते रहे, फ़िर आई सीमा जी अपने बेटे के साथ ओर बच्चे को पुरानी दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर घुमा लाई, रंजु जी आई ओर हार मान कर चली गई, फ़िर सीमा जी आई ओर वो भी पुरानी दिल्ली पहुच गई, अरे सभी पुरानी दिल्ली क्यो चले गये.... पता है मेरी ससुराल भी वही है,के मुस्कान जी भी सीमा जी के साथ पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुच गई,अरे मिश्रा जी तो ताऊ का लठ्ठ ले कर आ गये बाबा ,मोहन जी ना करोल बाग ना पुरानी दिल्ली, चलिये अब ठीक,दीपक "तिवारी साहब जी" आप भी दिल्ली के रेल अड्डॆ पर पहुच गये सोरी..ओर फ़िर आये ताऊ जी ओर वो दो घन्टे के लिये शरीफ़ आदमी बन गये, साथ साथ उन्होने लखनऊ भी बोल दिया, चलो ताऊ जी की भी कमपर्ट्मेन्ट,
आप सब का भी बहुत बहुत धन्यवाद, अगर किसी का नाम छुट गया हो तो माफ़ करना,
मिलते है नयी पहेली के संग.
फ़िर से आप सब का धन्यवाद
२२/१२/०८ की पहेली .... जी यह लखनऊ रेलवे स्टेशन ही है.
ओर आज के विजेता यह है
पहले विजेता के रुप मै अल्पना वर्मा
दुसरे विजेता के रुप मै स्मार्ट इंडियन (अनुराग शर्मा जी )
तीसरे विजेता के रुप मै अर्विंद मिश्रा जी
चोथे विजेता के रुप मै आये धीरु सिंह जी
पांचवे विजेता के रुप मै आये प्रवीण कुमार शर्मा जी
छठे विजेता के रुप मै आये अजीत जी.
सातवे विजेता के रुप मै आये हमारे प्रवीण त्रिवेदी...प्राइमरी का मास्टर जी
आठंवे विजेता के रुप मै आये डी के शर्मा "वत्स" जी
नोवे विजेता के रुप मै आये कार्तिकेय जी
दसवे विजेता के रुप मै आयी पारुल जी.
ग्यारवे विजेता के रुप मे अनुपम अग्रवाल जी.
सभी विजेताओ को हम सब की ओर से बधाई, ओर धन्यवाद
**************************
अब गलत जबाब देने वालो के बारे मै भी चर्चा की जाये.
सब से पहला गलत जबाब आया....रंजन जी का वो जयपुर के चोडे रास्ते मै चलेगये.
फ़िर आये हमारे ताऊ रामपुरिया जी, लेकिन आज हम ताऊ की पलटी लगने से पहले ही चुस्त होगये, ओर ताऊ हमे जयपुर के रेलवे स्टेशन पर ही ढुढते रहे, फ़िर आये रतन सिंह शेखावत जी ओर वो सीधे पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर चले गये, इन के जाते ही आये पी एन सुबर्मन्यम साहब जी ओर ताऊ के साथ जय पुर के स्टेशन पर घुमते रहे, मीत जी ने तो पलेट फ़र्म टिकट ली जय पुर की लेकिन थके होने के कारण नही गये, ओर हार मान ली,फ़िर आये अमित जी अरे वो तो दिल्ली ओर कलकता ही घुमते रहे,विधु जी ने भी पुरानी दिल्ली से लखनऊ घुमा दिया, अगर लखनऊ उतर जाती तो जीत जाती चलिये इस बार इन की कमपार्ट्मेन्ट सही,मोहन जी भी पुरानी दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर घुमते रहे, फ़िर आई सीमा जी अपने बेटे के साथ ओर बच्चे को पुरानी दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर घुमा लाई, रंजु जी आई ओर हार मान कर चली गई, फ़िर सीमा जी आई ओर वो भी पुरानी दिल्ली पहुच गई, अरे सभी पुरानी दिल्ली क्यो चले गये.... पता है मेरी ससुराल भी वही है,के मुस्कान जी भी सीमा जी के साथ पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुच गई,अरे मिश्रा जी तो ताऊ का लठ्ठ ले कर आ गये बाबा ,मोहन जी ना करोल बाग ना पुरानी दिल्ली, चलिये अब ठीक,दीपक "तिवारी साहब जी" आप भी दिल्ली के रेल अड्डॆ पर पहुच गये सोरी..ओर फ़िर आये ताऊ जी ओर वो दो घन्टे के लिये शरीफ़ आदमी बन गये, साथ साथ उन्होने लखनऊ भी बोल दिया, चलो ताऊ जी की भी कमपर्ट्मेन्ट,
आप सब का भी बहुत बहुत धन्यवाद, अगर किसी का नाम छुट गया हो तो माफ़ करना,
मिलते है नयी पहेली के संग.
फ़िर से आप सब का धन्यवाद
नाम
पहेली
13 comments:
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
Note: Only a member of this blog may post a comment.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
एक अल्पना जी के आगे सब हारे ! वे सचमुच पहेली साम्राज्ञी के रूप में उभरी हैं ! हैट्स ऑफ़ !
ReplyDeleteअल्पना जी सहित सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई ! आज आपका रिजल्ट डीक्लेउअर करने का अन्दाज पसन्द आया !
ReplyDeleteरामराम !
सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई
ReplyDeleteहम इसे जोधपुर का स्टेशन समझे थे पर कन्फर्म नहीं थे तो जवाब देना उचित नहीं समझा। लखनऊ की ओर हमारा ध्यान नहीं गया। वैसे उसे देखा भी नहीं कभी।
ReplyDeleteपहेली साम्राज्ञी को हार्दिक बधाई!!!हार्दिक बधाई!!!
ReplyDeleteबहुत घुमाया भाटीया जी इस बार..
ReplyDeleteअल्पना जी सहित सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई
ReplyDeleteRegards
जब ही मैं सोच रहा था की बार बार मेरे दिमाग में लखनऊ क्यों घूम रहा है... पर कन्फर्म नहीं था...
ReplyDelete---मीत
sabhi winners ko congrates ji, hamari train jara bus thi so bahut din late ho gayi:)
ReplyDeleteजीतने वालो को बधाई।
ReplyDeleteअल्पना जी पहेली जगह में हर जगह विजेता बन कर उभर रही हैं।
ReplyDeleteबधाईयों के लिए धन्यवाद.
ReplyDeleteसभी विजेताओं को भी बहुत बहुत बधाई.
पहले अशोक पाण्डेय जी ने उपाधि दी 'पहेली पुंगव' की और
अब अरविन्द जी ने कहा 'पहेली साम्राज्ञी'...बहुत खुशी हुई इन उपाधियों को पा कर.:)
वैसे सच बात है की जीतना महज संयोग ही है..
अगली पहेली का इंतज़ार रहेगा.
Mahak kahan thin itne din??
सभी विजेताओं को लगातार जीत की हार्दिक बधाई
ReplyDelete