12/28/08
बुझो तो जाने?? जबाब
नमस्कार आप सब का, ओर बहुत बहुत धन्यवाद जिन्होने इस पहेली मे हिस्सा लिया, इसे पढा.
इस पहेली का सही जबाब ** यह आलू का ही फ़ुल है***
आज के विजेता
आज के प्रथम विजेता है.....प्रवीण कुमार शर्मा जी.
आज के दुसरे स्थान पर विजेता के रुप मै है...अल्पना वर्मा जी.
आज के तीसरे स्थान पर विजेता के रुप मै है...मोहन वशिष्ठ जी.
आज के चोथे स्थान पर विजेता के रुप मै है...Pt.डी.के.शर्मा"वत्स" जी.
आज के पांचवे स्थान पर विजेता के रुप मै है... शुभम आर्य जी.
आज के छटे स्थान पर विजेता के रुप मै है .. kmuskan जी.
***************************
अब बाकी पाठको की तर्फ़ भी आये जिन्होने सही जबाब देने की कोशिश की...
सबसे पहले गलत जबाब के साथ आये..varun jaiswal जिन्होने इसे बांस या घास का फ़ुल बताया, चलिये कभी इन के फ़ुलो के बारे भी पुछेगे, फ़िर आये हिमांशु जी ओर इन्हे यह फ़ुल लगा किसी बेल का, लेकिन बेल के फ़ुल ज्यादातर पीले रंग लिये होते है.कोई बात नही कभी इन फ़ुलो के बारे भी पुछेगे.
फ़िर आये विवेक जी इन्हे भी यह फ़ुल किसी बेल का ही लगा, इन के बाद आये अशोक पाण्डेय ओर उन्होने इसे हरी सब्जियो का फ़ुल बताया, फ़िर आये अनिल जी ओर उन्होने फ़ुल ही फ़ुल कर दिये, फ़िर आई महक जी जिन्होने इसे prajakta का फ़ुल बताया, लेकिन मुझे खुद नही मालुम की यह prajakta क्या है.
फ़िर आये Pt.डी.के.शर्मा"वत्स" जी ओर उन्होने इसे आलू बुखारा का फ़ुल बताया अजी सिर्फ़ आलू बताते तो बात बन जाती,ताऊ रामपुरिया ओर वो भी अल्पना जी की वाट जोतते रहे , लेकिन अल्पना जी को तो मेने रोक रखा था, ओर फ़िर आये हमारे दिनेश द्विवेदी जी ओर उन्होने इसे सफेद कटेली का फूल
का फ़ुल बताया, साथ ही मुझे भी एक नयी पहेली का नाम पता चल गया कभी इसे भी पहेली मे शामिल करुगां, मीत जी ने तो आते ही हरी मिर्च कह कर साथ ही हार भी मांग ली, ओर फ़िर आई के मुस्कान जी हां harsingar के फ़ुल देखने मै कुछ कुछ ऎसे ही है लेकिन उस फ़ुल की पत्तिया काफ़ी पतली लेकिन मोटी होती है, फ़िर अर्श जी आये ओर उन्होने लोकी की याद दिला दी, फ़िर आये शुभम आर्य जी जिन्होने इसे कुम्हडे का फ़ुल कहा, फ़िर आये विनय जी ओर इसे रस भरी / तारोयी का फ़ुल बताया,
फ़िर आये हमारे jamos jhalla अजी अगर इस फ़ुल के बारे थोडा भी बताते तो आप सब ने बहुत जल्द बुझ लेना था, ओर फ़िर आये मोहन वशिष्ठ जी ओर वो अपना जबाब ना देख कर घबरा रहे थे, कृप्या आप लिंक ना दे, वरना आप का जबाब अगली बार सही नही माना जायेगा, क्योकि लिंक देने के बाद पहेली का मजा नही रहता, फ़िर आये हमारे बाहदुर पटेल जी ओर वो एक बडा सा कद्दु उठा लाये, चलिये कभी इस का नाम भी पहेली मै पुछेगे,
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद, सभी विजेताओ को हार्दिक बधाई, सभी साथियो का धन्यवाद, मिलते है अगली पहेली मै, अगर किसी का नाम रह गया हो तो माफ़ी का हक दार हुं.
धन्यवाद
इस पहेली का सही जबाब ** यह आलू का ही फ़ुल है***
आज के विजेता
आज के प्रथम विजेता है.....प्रवीण कुमार शर्मा जी.
आज के दुसरे स्थान पर विजेता के रुप मै है...अल्पना वर्मा जी.
आज के तीसरे स्थान पर विजेता के रुप मै है...मोहन वशिष्ठ जी.
आज के चोथे स्थान पर विजेता के रुप मै है...Pt.डी.के.शर्मा"वत्स" जी.
आज के पांचवे स्थान पर विजेता के रुप मै है... शुभम आर्य जी.
आज के छटे स्थान पर विजेता के रुप मै है .. kmuskan जी.
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अब बाकी पाठको की तर्फ़ भी आये जिन्होने सही जबाब देने की कोशिश की...
सबसे पहले गलत जबाब के साथ आये..varun jaiswal जिन्होने इसे बांस या घास का फ़ुल बताया, चलिये कभी इन के फ़ुलो के बारे भी पुछेगे, फ़िर आये हिमांशु जी ओर इन्हे यह फ़ुल लगा किसी बेल का, लेकिन बेल के फ़ुल ज्यादातर पीले रंग लिये होते है.कोई बात नही कभी इन फ़ुलो के बारे भी पुछेगे.
फ़िर आये विवेक जी इन्हे भी यह फ़ुल किसी बेल का ही लगा, इन के बाद आये अशोक पाण्डेय ओर उन्होने इसे हरी सब्जियो का फ़ुल बताया, फ़िर आये अनिल जी ओर उन्होने फ़ुल ही फ़ुल कर दिये, फ़िर आई महक जी जिन्होने इसे prajakta का फ़ुल बताया, लेकिन मुझे खुद नही मालुम की यह prajakta क्या है.
फ़िर आये Pt.डी.के.शर्मा"वत्स" जी ओर उन्होने इसे आलू बुखारा का फ़ुल बताया अजी सिर्फ़ आलू बताते तो बात बन जाती,ताऊ रामपुरिया ओर वो भी अल्पना जी की वाट जोतते रहे , लेकिन अल्पना जी को तो मेने रोक रखा था, ओर फ़िर आये हमारे दिनेश द्विवेदी जी ओर उन्होने इसे सफेद कटेली का फूल
का फ़ुल बताया, साथ ही मुझे भी एक नयी पहेली का नाम पता चल गया कभी इसे भी पहेली मे शामिल करुगां, मीत जी ने तो आते ही हरी मिर्च कह कर साथ ही हार भी मांग ली, ओर फ़िर आई के मुस्कान जी हां harsingar के फ़ुल देखने मै कुछ कुछ ऎसे ही है लेकिन उस फ़ुल की पत्तिया काफ़ी पतली लेकिन मोटी होती है, फ़िर अर्श जी आये ओर उन्होने लोकी की याद दिला दी, फ़िर आये शुभम आर्य जी जिन्होने इसे कुम्हडे का फ़ुल कहा, फ़िर आये विनय जी ओर इसे रस भरी / तारोयी का फ़ुल बताया,
फ़िर आये हमारे jamos jhalla अजी अगर इस फ़ुल के बारे थोडा भी बताते तो आप सब ने बहुत जल्द बुझ लेना था, ओर फ़िर आये मोहन वशिष्ठ जी ओर वो अपना जबाब ना देख कर घबरा रहे थे, कृप्या आप लिंक ना दे, वरना आप का जबाब अगली बार सही नही माना जायेगा, क्योकि लिंक देने के बाद पहेली का मजा नही रहता, फ़िर आये हमारे बाहदुर पटेल जी ओर वो एक बडा सा कद्दु उठा लाये, चलिये कभी इस का नाम भी पहेली मै पुछेगे,
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद, सभी विजेताओ को हार्दिक बधाई, सभी साथियो का धन्यवाद, मिलते है अगली पहेली मै, अगर किसी का नाम रह गया हो तो माफ़ी का हक दार हुं.
धन्यवाद
नाम
पहेली
14 comments:
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
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राज अंकल आप के आशीर्वाद से मैं जीत गया |
ReplyDeleteअभी मैं छोटा बच्चा हूँ | और आलू के फूल तो कभी देखे ही नही थे लेकिन अल्पना आंटी के जवाब की नक़ल की और
पांचवा स्थान प्राप्त किया | अगली बार प्रथम की कोशिश रहेगी |
आप इसी तरह की मजेदार पहेलियाँ बुझाते रहें |
धन्यवाद ||
जीतने वालों को बधाई!
ReplyDelete---
आनन्द बक्षी
http://anandbakshi.blogspot.com/
अवश्य पधारें
प्रवीण जी आप तो हर जगह प्रथम विजेता के रूप में छाये हुए हैं!
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई!
और बाकि सभी विजेताओं को भी बधाई.
सभी विजेताओँ को बधाई
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बधाई ! अल्पना जी का जवाब रोक कर आपने हमको जीतने से रोक लिया जी ! :)
ReplyDeleteधन्यवाद
ReplyDeleteसभी विजेताओँ को बधाई!
ReplyDeleteभाटिया जी,आलू खाए बहुत, एक बार उगाया भी पर फूल आने के पहले ही उसे उखाड़ कर जड़ समेत फार्मलीन में डाल कर नमूना बना दिया जो बरसों तक स्कूल की प्रयोगशाला में बना रहा। लेकिन फूल कभी देखा नहीं। कल्पना में भी नहीं था कि यह आलू का फूल होगा। पर सफेद कटेली यानी भटकटैया घर में पिताजी ने लगा रखी थी। उस से इस का अदभुत साम्य है। दोनों के चित्र साथ रख दिए जाएँ तो आप शायद ही पहचान पाएँ।
ReplyDeleteफूलों की इन पहेलियों से अपने ज्ञान को पुनर्जीवित करने का जो अवसर आप ने प्रदान किया है वह अनोखा है। वास्तव में इस में थोड़ा श्रम किया जाए तो बहुत सी वनस्पतियों के बारे में जानकारी प्राप्त हो सकती है।
सभी विजेताओँ को बधाई
ReplyDeleteregards
sabhi vijetawo ko badhai....
ReplyDeleteविजेताओं को बधाई के साथ ही भाटिया जी आप भी धन्यवाद के पात्र है, जो कि नई-नई पहेलियों के माध्यम से पाठकों के ज्ञान की वृध्दि मे सहायक सिद्ध हो रहे हो.
ReplyDeleteपुन: धन्यवाद स्वीकार करे़
सभी विजेताओं मीत की तरफ़ से बधाई...
ReplyDelete---मीत
जीतने वालों को बधाई!
ReplyDeleteसभी विजेताओँ को बधाई
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