मुझे जबाब के साथ साथ आप सभी का सहयोग भी चाहिये,
तो सुनिये इस सुंदर गीत की धुन, सोचिये? ओर झटपट बताईये.... इस गीत के बोल, या फ़िर इस गीत की फ़िल्म का नाम.
वक़्त आने पर बता देंगे तुझे ए आसमाँ हम अभी से क्या बताएँ क्या हमारे दिल में है
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"मैं कहता हूं कि आप अपनी भाषा में बोलें, अपनी भाषा में लिखें। उनको गरज होगी तो वे हमारी बात सुनेंगे। मैं अपनी बात अपनी भाषा में कहूंगा। जिसको गरज होगी वह सुनेगा। आप इस प्रतिज्ञा के साथ काम करेंगे तो हिंदी भाषा का दर्जा बढ़ेगा।" -- महात्मा गांधी
"अंग्रेजी का माध्यम भारतीयों की शिक्षा में सबसे बड़ा कठिन विघ्न है।...सभ्य संसार के किसी भी जन समुदाय की शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं है।" -- महामना मदनमोहन मालवीय
बड़ा कठिन है यूँ कुछ बता पाना!
ReplyDelete---
चाँद, बादल और शाम
जी ये फ़ोटू तो सुचित्रा सेन का है जो कलकता मे मेरे घर के पडोस मे ही रहती थी और टालीगंज स्टुडियो मे मैने इनको कई बार शूटींग पर जाते भी देखा था.
ReplyDeleteबाकी अभी गाना सुनकर शाम को बतायेंगे गाने के बारे में.
रामराम.
माफ कीजियेगा मेरा महिलाज्ञान और चलचित्रज्ञान दोनों ही बहुत कम है, किंतु यह महिला "माला सिन्हा" लग रही है। गीत का तो मुझे कोसों तक कुछ पता नहीं चला, लेकिन गायिका आशा भोंसले लग रही थीं।
ReplyDeleteyah tasweer film actress 'Suchitra sen 'ki hai Jo 1950 mein bani Devdas film mein thin.Aur Aandhi mein bhi..
ReplyDeleteHindi film actress Mun Mun Sen ki mother aur Riya sen ki Nani..:)
sorry 1955 mein bani Devdas mein yah thin .
ReplyDeleteतस्वीर तो मधुबाला की है लेकिन गाना समझ में नहीं आ रहा है. एक तो पुराना गाना उसपर एक हलकी झलक ऐ तो बेइंसाफी है.
ReplyDeleteSuchitra Sen was Bengal cinemas most famous actress. She made only about a dozen Hindi Bollywood films the first being Bimpal Roy's, " Devdas "(1955) in which she immortalized the character of Parvati or 'Paro'. For that role Suchitra Sen won the Filmfare Best Actress award.
ReplyDeleteHer name is forever tied to that of fellow actor, Uttam Kumar with whom she acted in films for over 20 years. They were a hugely successful pairing in romantic melodramas and have been again compared to Hollywood cinema as the Tracy and Hepburn of Bengali cinema
One final Hollywood reference has been pinned to Suchitra Sen as she has been called the 'Garbo' of Indian film. She has gone into a sort of seclusion since her retirement in 1978. She is a devotee of the Ramakrishna Mission and spends the majority of her energy in meditation and prayer.
regards
" please suggest how to listen this sound clip in absence of adobe flash player???"
ReplyDeleteRegards
चित्र तो निश्चित ही मेरी पसंदीदा अभिनेत्री का है...
ReplyDeleteसुचित्रा सेन...
सारी detail पहले ही आ चुकी है...
हाँ गीत पहचानने में ज़रा वक्त लगेगा...
मीत
प्लीस राज सर कुछ हिंट दीजिये न गीत के बारे में...
ReplyDeleteगाना तो सुना हुआ लगता है पर ज़बान पे नहीं आ रहा, शायद बहुत कम बार सुना है...
प्लस हिंट दीजिये...
मीत
तस्वीर तो सुचित्रा सेन की है... गाना सुन के बताता हूँ.
ReplyDeleteभाटिया जी,राम राम.........
ReplyDeleteफिल्मों के बारे में तो हमारा ज्ञान बिल्कुल ही नगण्य है.इसलिए हम पहेली बूझने के लिए तो आए नहीं.
सोचा कि चलो भाटिया जी से दुआ सलाम ही करते चलें.
रामराम जी.....
बहुत कोशिश की फ्लैश प्लेयर काम ही नहीं कर रहा :(
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ReplyDeleteभाटिया जी नमस्कार
ReplyDeleteऔर सुनाओ कैसे हैं ताऊ के पडोसी
भाटिया जी आज पहेली पूछकर आपने बहुत अच्छा किया क्योंकि एक तो मुझे मेरे पुराने दिन याद आ गए
बात सन 1955 की है। जब मैं शूटिंग में व्यस्त होता था तो अक्सर लेट हो जाता था एक बार फिल्म देवदास की शूटिंग चल रही थी और मैं फिर लेट हो गया तो सुचित्रा सेन जो इस फिल्म की नायिका थी काफी इंतजार करती थीं मेरा। क्योंकि वो शूटिंग पर अक्सर समय से पहुंच जाती थीं।
एक बात और जिसका आज खुलासा हुआ है कि ताऊ रामपुरिया का मुझे पता चल गया क्योंकि उन्होंने अपने घर के बारे में बता दिया कि वो भी कलकत्ता में रहते हैं बाकी का काम आप करो उन्हें ढूंढने का
नमस्कार, एक बात यह सुचित्रा सेन नही है, एक बहुत ही हिट अभिनेत्री है, जिस के किस्से हर जुबान पर थे, अब भी आप को इन के चित्र ब्लांग पर कहीं ना कही मिल जायेगे,लेकिन अब यह जीवंत नही.
ReplyDeleteगीत कॊ आज शाम को बच्चे से बोल कर कही ओर डालने की कोशिश करुगां, गीत का हिंट शाम को दुगां, तब तक इस हिरोईन को ढुढे, यह सचित्रा सेन नही है,
इन्तजार करते हैं ..कभी यह सुचित्रा लगती है .कभी यह माला लगती है ..:)
ReplyDeleteye suchitra sen ka hi portrait hai. same picture yhan hai.
ReplyDeletehttp://bollywood501.com/classic_f/suchitra_sen/pic/suchitra02.jpg
regards
Birth name: Roma Dasgupta
ReplyDeleteDate of Birth: 6 April 1931
ye suchitra sen ka hi portrait hai. same picture yhan hai.
http://bollywood501.com/classic_f/suchitra_sen/pic/suchitra02.jpg
Regards
@ Respected Raj ji song nahi sun paa rhi hun.....pls kuch kijeyega.."
ReplyDeleteregards
सीमा जी के लिंक के बाद तस्वीर की तस्वीर तो साफ़ हो गयी- सुचित्रा सेन. रह गया गीत तो मेरा सब कुछ काम कर रहा है, बस दिमाग ही काम नहीं कर रहा. गीत सुन लिया, सोच रहे हैं, बताते हैं.
ReplyDeleteदो गाने दिमाग में आये हैं - ’पंख होती तो उड़ आती रे, रसिया ओ बालमा’- सेहरा फ़िल्म से और ’होठों में ऐसी बात मैं दबा के चली आयी’- ज्वेलथीफ़ फ़िल्म से.
ReplyDeleteइतना ही बहुत है.
yah geet hai--'nadi naare na jao shyam paiyyan padun'----film--mujhey jeene do---jaidev ka likha hua.1963 ki film hai---
ReplyDelete100% sahi jawab hai..:)
ReplyDeletesorry Jaidev ji ka sangeetbaddh kiya hua....
ReplyDeleteFILM - MUJHE JEENE DO [1963]
CAST : SUNIL DUTT, WAHEEDA REHMANMUSIC : JAIDEV LYRICS : SAHIR LUDHIANVI
SINGER : ASHA BHONSLE.
[aur kya jaankari dun???]
aur ye suchitra sen hi hain aur most probably--devdas film ke hi scene ka still hai....
Lyricist Sahir Ludhianvi (real name-Abdul Hayie) [1921-1980] ke 20 behatreen geeton mein se ek geet hai ..
ReplyDeleteLink aap ne manaa kiya is liye main ne nahin diya tha---suchitra sen ki film devdas ke description mein un ki yah tasweer hai ek site par--
ReplyDeleteसोचा था पहला जवाब मेरा सही होगा पर यहाँ तो अल्पना जी ने बाज़ी मार ली है...
ReplyDeleteगाना वही नदी न रे न जाओ श्याम पैयाँ पडू...
फ़िल्म मुझे जीने दो वहीदा रहमान...
मीत
suchitra sen
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