इस के बाद शनिवार की रात को अगली पहेली लाऊगां, फ़िर इस पहेली श्रांखला से कुछ महीनो की छुट्टी, लेकिन इस की जगह कुछ नया लाने की सोच रहा हुं ? जी लेकिन क्या...
तो चलिये आज की पहेली के पाठकओ की ओर चलते है ...
सब से पहले विजेताओ की ओर..
आज सब से पहले विजेता के रुप मे आये हमारे...Pt.डी.के.शर्मा"वत्स" जी.
दुसरे स्थान पर विजेता आई हमारी seema gupta जी.
तीसरे स्थान पर विजेता आऎ हमारे मीत जी.
चोथे स्थान पर विजेता आई हमारी अल्पना वर्मा जी.
पांचवे स्थान पर विजेता आई हमारी सब की ताई... ताई राम पुरिया जी ( ताऊ रामपुरिया जी)
छटे स्थान पर विजेता आई हमारी संगीता पुरी जी.
सांतवे स्थान पर विजेता आई हमारी varsha जी, पुरी ईमान दारी के संग.
आठंवे स्थान पर विजेता आई हमारी PREETI BARTHWAL जी.
आप सभी को बहुत बहुत बधाई,
अब तालियां
तालियां
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तो चले उन लोगो की तरफ़ जिन्होने बहुत सी जनकारी दी, ओर कईयो ने कोशिश की लेकिन सही जबाब याद नही आया, या भूल गये...
सब से पहले आये...
इष्ट देव सांकृत्यायन
भई जगह तो देखी हुई सी लग रही है, पर नाम याद नहीं आ रहा है.
कोई बात नही...
Anil Pusadkar
सोच रहा हूं,थोड़ा टाईम तो लगेगा?आज कल लोग ज़ल्दी सवाल हल नही कर पा रहे हैं,खैर आता हूं थोड़ा घूम-फ़िर के। अरे वाह शायद उस बस की तरफ़ जा रहे है,ठहरिये हम भी चलेगे उस बस के दर्शन करने,
Pt.डी.के.शर्मा"वत्स"
भाटिया जी,आजकल आप बहुत आसान पहेलियां पूछने लगे है.ये राजस्थान में अभनेरी नामक स्थान पर स्थित चांद बावडी है. जिसका निर्माण 8वीं सदी में हुआ था.इसकी गहराई 65 फीट तथा 3500 सीढियों के steps है.
seema gupta
Chand Baori is a famous stepwell situated in the village of Abhaneri near Jaipur in the Indian state of Rajasthan. This step well is located opposite Harshat Mata Temple and is one of the deepest and largest stepwells in India. It was built in the 9th century and has 3500 narrow steps and 13 stories and is 100 feet deep.
चाँद बोरी एक विश्व प्रसिद्ध stepwell भारत में जयपुर के पास राजस्थान के आभानेरी गावं में स्थित है. यह stepwell ठीक हरषत माता मंदिर के सामने स्थित है और भारत में सबसे deep और बड़ा कुओं में से एक है.यह 9 वीं शताब्दी में बनाया गया था और 3500 संकीर्ण सीडियां और 13 मंजिले और 100 फुट गहरा हैयह अतीत में प्रचलित वास्तुशिल्प की उत्कृष्टता का एक अच्छा उदाहरण है.किंवदंती है कि भूत ने एक रात में इसका निर्माण किया और इतनी सारी सीडियां बनाई की एक बार इसमे सिक्का डालने या गिरने के बाद उस सिक्के को दुबारा प्राप्त न किया जा सके...यह अविश्वसनीय चाँद बोरी का कुँआ भारत के इस क्षेत्र में पानी की समस्या का व्यावहारिक समाधान हुआ करता था .Regards
मीत यह चाँद बावड़ी है, जो की राजस्थान के बांदीकुई में है... इसे अंग्रेजी में stepwell भी कहते हैं...जो तीसरा चित्र है वो तो राजस्थान की बावड़ी का ही है...ऊपर के दो भी शायद उसी के हों..एक और बात इसे शाहरुख़ खान और रानी मुखर्जी अभिनीत फिल्म पहेली में देखाया गया था...
ताऊ रामपुरिया
ये तो बावडी है जी. और गांव का नाम भूल रहे हैं. अहमदाबाद के पास ही है. कौण सी बाव है.रामराम.
COMMON MAN
दिमाग का दही हो गया, सर. करलो बात......
मीत
ताऊ जी! common man जी के दिमाग का दही हो गया है...गाँव का नाम याद आते ही लस्सी बनवा लेना ताई से...साथ में पीवेंगे...क्यों गलत कही क्या...?मीत
अल्पना वर्मा
in pictures ko bada karen to us site ka naam likha hua hai jahan ye sabhi pictures hain..lekin ve sites UAE mein blocked sites hain..so india mein jo ye site dekh sakta hai..wahin se pata kar len ye kya jagah hai..aur is mein jo effects hain wo opticle illusion ka best example hai...
Chand Baori -This step well is located opposite Harshat Mata Temple and is one of the deepest and largest step wells in India. It was built in the 9th century and has 3500 narrow steps and 13 stories and is 100 feet deep
aaj bhi der se pahunchi lekin ek hi search mein jawab mil gaya--wahi enough hai :)
Chand Baori is a famous stepwell situated in the village of Abhaneri near Jaipur in the Indian state of Rajasthan.
waise ab tak aap ko wikipedia se copy-paste material mil gaya hoga.nahin --to wahan likha yah sentence bada amazing hai.... Legends say that ghosts build it in one night and that it has so many steps to make it impossible for someone to retrieve a coin once it’s been dropped in the well.
मीत
क्या बात है आज सब कहाँ चले गए किसी की टिप्पणी देखने को ही नहीं मिल रही...सब ठीक तो है ना...या फिर राज सर आप ही व्यस्त हैं...मीत अरे मीत जी रोटी भी तो कमानी है, अजी यहां ओफ़्फ़िस मे प्राईवेट जाना मना है, ओर अगर कोई पकडा जाये तो ..... गया काम से.
ताऊ रामपुरिया
भाटिया जी रामराम. पहले मैं समझा था कि ये अहमदाबाद के पास अडालज की बाव (बावडी) है. पर ताई ने मना किया.मेरे नही मानने पर उसने पुराने अलबम मे से ्फ़ोटो निकाल कर बताये. और उसका कहना है कि ये जयपुर के पास की चांद बावडी की तसवीरें हैं जिसे भूतिया बावडी भी कहते हैं.वो कह रही है कि उसने ये जगह देखी है उस दिन मैं इन लोगो के साथ घूमने नही गया था और इसी लिये वहां के कोई फ़ोटो हमारे संग्रह मे नहीं हैं.अगर ये भूतिया बावडी है तो ताई सही कह रही है और नही तो वो भी गप्पें हांक रही हैं.रामराम.
संगीता पुरी
देर से खोला ... राजस्थान में बांदीकुई के निकट आभानेरी गांव का चांद बावरी है यह।
varsha
sab chaand bol rahe hain to chaand hi hoga.. baaki baavdi hai ye to hame pata chal gaya tha..
विष्णु बैरागी
ये चित्र देख कर मुझे भी अहमदाबाद की एक बावडी ही याद आ रही है।
PREETI BARTHWAL
ये ते चांद बावडी है। राजस्थान के दौसा जिले में आभानेरी गांव में हर्षत माता के मन्दिर में है।
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद, मिलते है अगली ओर आखरी पहेली मै,
हाय राम! इस बार भी बेईमानी! हमने भी तो सपने में ये ही बताया था। टिपियाना भूल गए तो क्या।
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बधाई। शुभकामनाएं कि सभी इसी तरह परिवार की तरह जुटते रहें।
...Pt.डी.के.शर्मा"वत्स" जी को बहुत बहुत बधाई ... अन्यों को भी क्रम से बधाई ... अगली पहेली का इंतजार है।
ReplyDeleteइसका मतलब ताई भी सही बोलती है.?
ReplyDeleteरामराम.
भाटिया जी, मुझे और बहुत लोगों को यह बावड़ी देखी लगी थी। इस लिए की हमने पहेली फिल्म देखी थी। आप ने न देखी हो तो जरूर देख डालिए इस की सानी की दूसरी कोई फिल्म किसी भाषा में नहीं मिलेगी। विशुद्ध राजस्थानी लोककथा पर आधारित है।
ReplyDeleteपहेली के प्रथम विजेता को आप सब लोगों की तरफ से बोहत सारी बधाई......और मेरी तरफ से सभी विजेताओं,अन्य प्रतिभागियों तथा निर्णायक मंडल को ढेर सारी बधाईयां....
ReplyDeleteअर भाटिया जी, आप पहेली बन्द करने का विचार त्याग ही दो तो बढिया रहेगा.आप क्या समझते हैं कि आपकी पाठक मंडली ऎसे ही मान जाऎगी?.
शर्मा जी, सीमा जी और अन्य सभी विजेताओं को बहुत बहुत बधाई।
ReplyDeleteसबसे पहले सभी विजेताओं को बधाई...
ReplyDeleteढेर सारी बधाई...
और राज सर आप ऐसे क्यों कह रहे है की पहेली श्रृंख्ला से छुट्टी...
मीत
" sbhi viyetaon ko bhut bhut bdhai....respected raj ji aapke new creation ka intjaar rhega.."
ReplyDeleteRegards
प्रिय भाटिया जी, इस पहेली को उत्तर आने के बाद ही देख पाया. कोई नुक्सान नहीं हुआ क्योंकि उत्तर नहीं मालूम था.
ReplyDeleteदेर से पढा तो न केवल उत्तर का पता चल गया, बल्कि भारतीय संस्कृति के एक और विरासत का पता चला.
जहां भी मुड कर देख लें, वास्तुकला और शिल्पकला देख कर दांतो तले उंगली दबाना पडता है -- यह है हमारा हिन्दुस्तान!!
सस्नेह -- शास्त्री
राज जी मेरे लिए तो यह बिलकुल नयी जगह से परिचय था..तो मेरी तो आँखें खुली रह गयीं!
ReplyDeleteपूरा दिन यही जगह दिमाग में घुमती रही.लोग पानी लेने उतर तो जाते होंगे लेकिन फिर उप्पर तक पानी के साथ कितनी देर में पहुंचते होंगे यही सोच रही थी.
सभी विजेताओं को बधाई.
पहेली बंद करने का विचार क्यों आया..शायद इस लिए की इस के जावाबपोस्ट लिखने में भी समय लगता है.और नयी पहेली तैयार करने में जिम्मेदारी और समय चाहिये.
वैसे आप की श्रृंखला अच्छी चल रही है.
sabhi ko bahut badhai.
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