9/4/09
हम नकली प्रोफाइल वालो से केसे बचे?
कल मै एक लेख पढ रहा था,जिसे लिखा था हमारे माननीय जी.के. अवधिया जी ने, "धान के खेत मै" नामक ब्लांग पर लेख पढ कर काफ़ी कुछ सोचने पर मजबुर हो गया, उन्होने जिस विषय पर लिखा उस विषय पर तो सब ने ही सोचा, लेकिन मेरी सोच अलग थी, ओर मै अकसर इस तरह की प्रोफ़ाइल देख कर टिपण्णी देने से बचता हूं, यानि ९९% ऎसे ब्लांग पर टिपण्णी नही देता जेसे...
जिस ब्लांग पर उस व्यक्ति की प्रोफ़ाईल साफ़ ना दिखे जेसे की जी.के. अवधिया ने आज बताया,
दुसरा जिस का चित्र ना लगा हो, यानि हमे पता ही ना हो हम किसे टिपण्णी दे रहे है.
तीसरा जिस के ब्लांग पर किसी हीरो हीरोईन, या बच्चे के चित्र हो ओर वो ब्लाग किसी व्यसक का हो( जेसे आदि का ब्लाग तो उसे रंजन जी चलाते है लेकिन बाते तो आदि की ओर उस के बचपन की है) यहा बच्चे का चित्र उचित है, अगर आप भी मेरी इस बात से सहमत हो तो फ़िर कभी भी ऎसी घटना नही घटेगी जिस का जिक्र अवाधिया जी ने अपने इस लेख मै किया है, ओर मेरी समझ मै इस का यही एक उपाय है
इन छंद लोगो से बचने का यही एक उपाय है, अगर आप लोगो के पास भी कोई उपाय हो तो जरुर बांटे
जिस ब्लांग पर उस व्यक्ति की प्रोफ़ाईल साफ़ ना दिखे जेसे की जी.के. अवधिया ने आज बताया,
दुसरा जिस का चित्र ना लगा हो, यानि हमे पता ही ना हो हम किसे टिपण्णी दे रहे है.
तीसरा जिस के ब्लांग पर किसी हीरो हीरोईन, या बच्चे के चित्र हो ओर वो ब्लाग किसी व्यसक का हो( जेसे आदि का ब्लाग तो उसे रंजन जी चलाते है लेकिन बाते तो आदि की ओर उस के बचपन की है) यहा बच्चे का चित्र उचित है, अगर आप भी मेरी इस बात से सहमत हो तो फ़िर कभी भी ऎसी घटना नही घटेगी जिस का जिक्र अवाधिया जी ने अपने इस लेख मै किया है, ओर मेरी समझ मै इस का यही एक उपाय है
इन छंद लोगो से बचने का यही एक उपाय है, अगर आप लोगो के पास भी कोई उपाय हो तो जरुर बांटे
29 comments:
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
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भाटिया जी, आपने सुन्दर सलाह दी है!
ReplyDeleteमेरे ब्लोग की चर्चा के लिए धन्यवाद!
आपने बिलकुल सही सलाह दी है।
ReplyDeleteवैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं, राष्ट्र को उन्नति पथ पर ले जाएं।
सही बात!
ReplyDeleteBilkul sahi..aise kisi bhi ajnyaat blog par comment dene se bachana chahiye..
ReplyDeletehame jaagruk hone ki jarurat hai..
उपयोगी सलाह के लिए आभार!
ReplyDeleteआपकी सलाह सही है |
ReplyDeleteसलाह अनमोल है । इस बारे मे भी विचार करना पडेगा ।
ReplyDeleteआपकी सलाह तो सही है. पर यहां तो लोग सरेआम बेनामी ब्लाग बनाकर लोगों की इज्जत का फ़ालूदा बनाते हैं और लोग मजे लेते हैं जब तक उनका खुद का कचरा ना हो. तो टिपणी का तो कोई क्या कर लेगा? बेहतर हो आपकी सलाह को सामुहिक रुप से माना जाये और सभी उसका बहिष्कार करें तो उनको प्रोत्साहन मिलना बंद हों.
ReplyDeleteरामराम.
सहमत !शुक्रिया !
ReplyDeleteआपका उपाय सही है राज जी...........
ReplyDeleteजो लोग अपनी पहचान छिपाते हैं ...
उनकी किसी भी बात का कोई मोल नहीं है खासकर लेखन के क्षेत्र में............
आपका धन्यवाद !
राम पुरिया जी आप की बात बिलकुल सही है, इस लिये हम सब को मिल कर भी ऎसे लोगो को समझाना होगा जो किसी दुसरे का मजाक बनाते है, आज किसी ने मेरा मजाक बनाया ओर सब नही अगर १०% भी उस मजाक उडाने वाले का साथ दे रहे है तो वो गलती कर रहे है, क्योकि आज मै तो कल वो भी तो उन के शिकार बने गे, इस लिये यहां फ़ुट डालो नीति को घुसने ही मत दो, आओ हम सब मिल कर इस ब्लांग को तो साफ़ रखे,
ReplyDeleteओर अगर मजाक करने वाला, खिल्ली उडाने वाला नही समझता तो सब उस के साथ एक सप्ताह के लिये कट्टी कर दे, फ़िर भी ना समझे तो राम राम हमेश के लिये.
आप ने बात सॊ प्रतिशत सही कही
धन्यवाद
सलाह के लिए आभार !!
ReplyDeleteआप इसी तरह आगे भी लिखते रहें ....राज भाई साहब
ReplyDelete- लावण्या
भाटिया जी, वाकई आपकी सलाह काबिलेगौर है!!
ReplyDeleteसलाह ठीक है. बस, मॉडरेशन सक्षम रख इनकी बातें शुरु में ही खत्म कर दें. आखिर कब तक इनका प्रलाप चलेगा, जब कोई पूछेगा नहीं.
ReplyDeleteबात आपकी काफी हद तक सही है पर हर किसी के लिये नहीं....
ReplyDeleteकुछ बेचारों के लिये ऐसा करना उनकी निहायत जरूरी मजबूरी है, जैसे सत्यकाम की...
कृपया अपनी टिप्पणियों से मुझे तो वंचित नहीं ही कीजिये...प्लीज...
aap ki salaah sach mein kaam ki hai..durghtna se surksha bhali...
ReplyDeleteसही बात साथ ही समीर जी सहमत।
ReplyDeleteभाटिया जी,
ReplyDeleteऐसे बेशर्म बहरूपिये के बारे में बताने के लिए शुक्रिया. आपको शायद पता नहीं हो, मगर ऐसी खबरें हैं कि चीनी और पाकिस्तानी गुप्तचर संस्थानों ने हिन्दी में प्रोपेगंडा करने के लिए बहुत से लोगों को अनेकों छद्म नामों से (अधिकाँश को भारतीय मुसलमान, पत्रकार या छात्रा जैसा दिखाकर) भावनाएं भड़काने के लिए छोडा हुआ है. यह अकेला नहीं है बल्कि इसके कई अन्य सहकर्मी भी एक एजेंडा के तहत काम कर रहे हैं. अगर कोई टिप्पणीकार नहीं मिलता तो ये खुद ही एक दुसरे की टी आर पी भी बढाते रहते हैं.
पहली बार ब्लॉग पर आपकी टिपण्णी पाकर हम तो गदगद हुए जा रहे थे..आपके इस लेख को पढ़कर तो डर ही गए..कृपया अपनी टिपण्णी से हमें वंचित मत कीजियेगा ..!!
ReplyDeleteमुझे तो आपने सदा ही एक संरक्षक की तरह सलाह दी है चाहे आपको इस के लिये मेल ही करनी पडी हो। आपकी पोस्ट और स्मार्ट ईँडियन के कम्मेन्ट पढ कर सावधान होना पडेगा आभार्
ReplyDeleteसहमत हूं आपसे।
ReplyDelete100 फीसदी सहमत हैं राज जी..
ReplyDelete"जब भी जी चाहे नया ब्लोग बना लेते है लोग / एक पोस्ट के आगे कई टिप्पणी लगा देते है लोग " जमी नही ना ये पैरोड़ी ?
ReplyDeleteRaj ji,
ReplyDeletebahut samay ke baad aapke darshan hue hain...
kaise hain aap?
bahut acchi aur sahi baat batayi aapne..
ise dhyan mein rakhenge ham..
dhanyawaad..
शरद जी बहुत सुंदर लगी आप की यह पैरोडी
ReplyDelete*********************************
ReplyDeleteप्रत्येक बुधवार सुबह 9.00 बजे बनिए
चैम्पियन C.M. Quiz में |
प्रत्येक रविवार सुबह 9.00 बजे शामिल
होईये ठहाका एक्सप्रेस में |
प्रत्येक शुक्रवार सुबह 9.00 बजे पढिये
साहित्यिक उत्कृष्ट रचनाएं
*********************************
क्रियेटिव मंच
मेरी समझ से यदि पोस्ट की क्वालिटी एवं उपयोगिता पर ध्यान रखा जाए, तो इस तरह के विवाद स्वत समाप्त हो जाएंगे।
ReplyDeleteवैसे ताउ के बारे में आपका क्या विचार है?
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
@ज़ाकिर अली ‘रजनीश जी सलाम, भाई ताऊ को हम बहुत अच्छी तरह जानते है, इस लिये उन के बारे विचार नेक है, हमारी तो बात भी हो जाती है उन से, ओर राय भी काफ़ी लेते है. आप का ओर बाकी सभी टिपण्णी देने वालो का बहुत बहुत ध्न्यवाद
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