11/22/09
अन्ताक्षरी ४ गीतो भरी
अब इस आंताक्षरी मै आगे बढने से पहले कुछ सुझाव हमे अन्तर सोहिल जी ने दिये जो बहुत उचित लगे, ओर मुझे लगता है अब लोगो को भी धीरे धीरे मजा आ रहा है, आज की अंताक्षरी के बाद हम एक दिन के बाद अगली अंताक्षरी किया करे गे, यानि एक दिन अंताक्षरी तो दुसरे दिन उसे से सम्बंधित कुछ बाते, विजेताओ कि, गलतिया करने वालो के बारे ओर कुछ सुझाव आप सब के.
अभी तो यह अपने छोटे छोटे कदमो पर है ओर इस मै आप सब का सहयोग भी जरुर चाहिये...
अब कुछ नियम जो अन्तर सोहिल जी के दुवारा दिये गये है,
१> अपने गाने के नीचे कृप्या अपने दिये अक्षर को भी " " यानि कोलन के बीच में लिख दें तो नये आने वालों को सुविधा होगी
२> कृप्या जो चेन चल रही है उसे टूटने ना दें, यानि जो टिप्पणी पहले प्रकाशित होती है उसी के दिये अक्षर से ही गाना गाएं
३> अगर एक ही समय मै एक ही शब्द पर दो लोगो ने अलग अलग या एक ही गीत लिख दिया तो जिस का गीत पहले (यानि ऊपर होगा) उसी के गीत से कडी आगे चलेगी
४> ओर आंताक्षरी का समय खत्म होने के बाद भी अगर आप खेल रहे है तो आप का नाम विजेतओ मै नही गिना जायेगा, लेकिन खेल सकते है, पुरे १० बजे भारतीय समय इस आंताक्षरी की समाप्ति का है, हां १,२ मिंट आगे पीछे हो सकते है......
******************************
तो हम चले आगे की ओर......
आज की विजेता है निर्मला कपिला जी जिन्होने आखरी गीत भारतीय समय अनुसार करीब ९,१२ पर लिखा,
कल सब से आखिर मै हमारे समीर जी आये थे, लेकिन समय के अनुसार बहुत बाद मे इस लिये जीत कर भी विजेता नही बन पाये, लेकिन अगली बार जरुर कोशिश करे, ओर मेरी मजबूरी भी समझे
तो आज की आन्ताक्षरी फ़िर से एक भजन से शुरु होती है...ओर उस भजन के आन्तिम अक्षर से आगे....
मन रे तू काहे न धीर धरे
वो निर्मोही मोह ना जाने
जिनका मोह करे...!
"र"
अभी तो यह अपने छोटे छोटे कदमो पर है ओर इस मै आप सब का सहयोग भी जरुर चाहिये...
अब कुछ नियम जो अन्तर सोहिल जी के दुवारा दिये गये है,
१> अपने गाने के नीचे कृप्या अपने दिये अक्षर को भी " " यानि कोलन के बीच में लिख दें तो नये आने वालों को सुविधा होगी
२> कृप्या जो चेन चल रही है उसे टूटने ना दें, यानि जो टिप्पणी पहले प्रकाशित होती है उसी के दिये अक्षर से ही गाना गाएं
३> अगर एक ही समय मै एक ही शब्द पर दो लोगो ने अलग अलग या एक ही गीत लिख दिया तो जिस का गीत पहले (यानि ऊपर होगा) उसी के गीत से कडी आगे चलेगी
४> ओर आंताक्षरी का समय खत्म होने के बाद भी अगर आप खेल रहे है तो आप का नाम विजेतओ मै नही गिना जायेगा, लेकिन खेल सकते है, पुरे १० बजे भारतीय समय इस आंताक्षरी की समाप्ति का है, हां १,२ मिंट आगे पीछे हो सकते है......
******************************
तो हम चले आगे की ओर......
आज की विजेता है निर्मला कपिला जी जिन्होने आखरी गीत भारतीय समय अनुसार करीब ९,१२ पर लिखा,
कल सब से आखिर मै हमारे समीर जी आये थे, लेकिन समय के अनुसार बहुत बाद मे इस लिये जीत कर भी विजेता नही बन पाये, लेकिन अगली बार जरुर कोशिश करे, ओर मेरी मजबूरी भी समझे
तो आज की आन्ताक्षरी फ़िर से एक भजन से शुरु होती है...ओर उस भजन के आन्तिम अक्षर से आगे....
मन रे तू काहे न धीर धरे
वो निर्मोही मोह ना जाने
जिनका मोह करे...!
"र"
नाम
अन्ताक्षरी
184 comments:
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
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निर्मला जी को बहुत बहुत बधाई !!
ReplyDeleteरोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो आएगा .. वो मुकद्दर का सिकंदर जानेमन कहलाएगा !!
ReplyDeletegaata rahe mera dil,tu hi meri manzil,kahi tute na irade,kahi beete na ye din..... (न)
ReplyDeletenaa tum hame jaano naa ham tumhe jane magar lgtaa hai kuchh aisaa ki mera hamdam mil "gaya"
ReplyDelete(aur ye mahak jee ka truimp card "na" hee hai kyaa )
यहाँ कोई नहीं तेरा मेरे सिवा
ReplyDeleteकहती है झूमती गाती हवा
तुम सबको छोड़ कर आ जाओ आ जाओ आ जाओ ("ओ")
निर्मला कपिला जी को बहुत बहुत बधाई!
आज पुरानी राहो से कोई मुझे आवाज न दे
ReplyDeleteदर्द में डूबे गीत न दे...
dदे दी हमे आज़ादी बिना खडक बिना ढाल साबर मति के संत तूने कर दिया कमाल
ReplyDelete*ळ*
लाख छुपाओ छुप न सकेगा राज हो कितना गहरा
ReplyDeleteदिल की बात बता देता है, असली नक़ली चेहरा
"र"
राही मनवा दुख की चिंता क्यों सताती है
ReplyDeleteदुख तो अपना साथी है
सुख है इक छाँव ढलती
आती है जाती है
दुख तो अपना साथी है (ह)
है इसी में प्यार की आबरू
ReplyDeleteवो ज़फ़ा करें मैं वफ़ा करूँ
जो वफ़ा भी काम न आ सके
तो वोही कहें के मैं क्या करूँ
"र"
भी कोई नहीं आया? चलो ल पर भी मै ही सुना देती हूँ
ReplyDeleteलगता नहीं है दिल मेरा उजडे दयार मे---- *म* पर्
अजी "र" पर
ReplyDeleteये कमेन्ट के समय मे गडबडी हो जाती है क्या भाटिया जी आप हैं?
ReplyDeleteरघुपति राघवराजा राम पतित्पावन सीता राम्
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteनमस्कार निर्मला जी अब र से शुरु करे
ReplyDeleteम पर्
ReplyDeletemai koee ayesaa geet gaaoo, ke aarajoo jagaaoo, agar tum kaho
ReplyDeletetum ko bulaaoo, ke palake bichhaoo, kadam tum jahaa jahaa rakho
jameen ko aasamaan banaaoo, sitaaron se sajaaoo, agar tum kaho
'Ha'
भाटिया जी कहाँ गये?*म् * से गायें
ReplyDeleteमुझे देख कर आपका मुस्कराना
ReplyDeleteमुहब्बत नहीं है तो फिर और क्या है
"ह" निर्मला जी सोचने के लिये भी समय चाहिये:)
ReplyDeletehaa, maine bhee pyaar kiyaa, pyaar se kab inkaar kiyaa
ReplyDeletebheegee bheegee raate, meethhee meethhee baate, aaur maine dil ko nisaar kiyaa
'a'
रोना कभी नहीं रोना .. चाहे टूट जाए कोई खिलौना !! 'न' से
ReplyDeleteआप की नज़रों ने समझा, प्यार के काबिल मुझे
ReplyDeleteदिल की ऐ धड़कन ठहर जा, मिल गई मंज़िल मुझे
संगिता जी अ" से गाना था, चलिये अब झ" से गाईये
ReplyDeleteझूम बराबर झूम शराबी .. झूम बराबर झूम !!
ReplyDeletejhilmil sitaro ka aangan hoga
ReplyDeleterimjhim barasata sawan hoga
esa sundar sapna apna jeeevan hoga'
"a'
मुझे कितना प्यार है तुम से
ReplyDeleteअपने ही दिल से पूछो तुम
जिसे दिल दिया है वो तुम हो
मेरी जिन्दगी तुम्हारी है (ह)
मैया मोरी, मैं नहीं माखन खायो
ReplyDeleteकहत सुनत में आकर काहे झूठा दोश लगायो
रि मैया मोरी, मैं नहीं माखन खायो
रेखा जी आपने देर कर दी 'म' से गाइए !!
ReplyDeleteहाल कैसा है जनाब का क्या ख्याल है आपका !!! 'क'
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteकभी रात दिन हम दूर थे दिन रात का अब साथ है (ह)
ReplyDeleteआदमी मुसाफिर है .. आता है जाता है 'ह'
ReplyDeletehai duniyaan useekee jamaanaa useekaa
ReplyDeletemohabbat mein jo ho gayaa ho kisee kaa
'a'
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ReplyDeleteयारी है ईमान मेरे यार मेरी जिंदगी 'ग' से
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ReplyDeleteगाता रहे मेरा दिल तू ही मेरी मंजिल (ल)
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ReplyDeleteअवधिया जी कहा गये ओर यह सब मिटा दिया
ReplyDeleteले जाएंगे ले जाएंगे दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे 'ग'
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ReplyDelete'ग' से रेखाजी !!
ReplyDeleteराज जी, जब तक हम ब्राउसर रिफ्रेश करते हैं या टिप्पणी में गाना लिखते हैं कोई दूसरा गाना आ जाता है और अक्षर बदल जाता है। कुछ उपाय कीजिये।
ReplyDeletegaataa rahe meraa dil too hee meree manzil
ReplyDeletekahee beete naa ye raate, kahee beete naa ye din
'na'
अवधिया जी हम भी सोच रहे है, आप लोग भी कुछ राय दे
ReplyDeleteना ना करते प्यार तुम्ही से कर बेठे, करना था इन्कार मगर्न इकरार तुम्ही से कर बेठे
ReplyDelete"ठ"
नाम हरि का जप ले वंदे फिर पीछे पछताएगा 'ग'
ReplyDeleteRaj ji aapko maine bataya to tha.
ReplyDeleteek chat box tool laga leejiye.
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ReplyDeletethumak thumak chalat ram chandra bajat paijaniya
ReplyDelete'a'
@sangita koi gaana "ठ" se hai kya
'ठ' से मुझे एक और गाना मालूम है .. बारी आने दीजिए .. अभी तो जरूरत नहीं !!
ReplyDeleteये कहां आ गए हम यूं ही साथ साथ चलते !! 'त' से कहिए !!
ReplyDeletetadabeer se bigadee huyee, takadeer banaa le
ReplyDeleteapane pe bharosaa hain to, yek daanw lagaa le
'la'
लागा चुनरी में दाग छुपाऊं कैसे .. घर जाऊं कैसे .. लागा चुनरी में दाग !! 'ग' से
ReplyDeletegaa mere man gaa, gaa mere man gaa
ReplyDeletetoo gaa mere man gaa, gaa mere man gaa
yoo hee bitaaye jaa, din jindagee ke
'ka'
कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना
ReplyDeleteछोड़ो बेकार की बातों में कहीं बीत ना जाए रैना
"न"
अरे सब कहा गये? कोई तो "न" से लिखे.....
ReplyDeletena jane kyun hota hai yun zindagi ke saath...achanak ye man kisi ke jane ke baad kare fir uskee yaad..chhoti chhoti see baat--
ReplyDelete--t se gayen
नील गगन के उडते बादल आ आ आ ... 'अ' से
ReplyDeleteतेरी दुनिया से दूर चले होके मजबूर हमें याद रखना 'न' से
ReplyDeletenaina barse rimjhim jhim ,piya tore aavan ki aas....nain na barse--
ReplyDeletes se
सावन का महीना पवन करे शोर ... 'र' से
ReplyDeleteसिमटी सी शरमाई सी, किस दुनिया से तुम आई हो
ReplyDeleteकैसे जहाँ में समायेगा, इतना हुस्न जो लाई हो
"ह"
रोज़ अकेली आए, रोज़ अकेली जाए
ReplyDeleteचाँद कटोरा लिए भिखारन रात
रोज़ अकेली आए, रोज़ अकेली जाए
ए*
wah sundar geet=parwaana film ka--
ReplyDeletehai tere saath meri wafa main nahin to kya...
y se
ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनको जरा याद करो कुर्बानी ... 'न' से
ReplyDeleteअल्पना जी "ए" शुरु करना है ह से नही
ReplyDeleteन किसी की आँख का नूर हूँ
ReplyDeleteन किसी के दिल का क़रार हूँ
जो किसी के काम न आ सका
मैं वो एक मुश्त-ए-गुबार हूँ
"ह
है अपना दिल तो आवारा न जाने किसपे आएगा !! 'ग' से
ReplyDeleteअल्पना जी कहां गयी ??
ReplyDeleteगुज़रे हैं इस तरह से दुनिया में दिन हमारे
ReplyDeleteभीगे रहें हमेशा आँखों के दो किनारे
"र"
रूक जा ओ जानेवाले रूक जा .. मै हूं राही तेरी मंजिल का !!
ReplyDeleteकभी कभी मेरे दिल मे ख्याल आता है कि जैसे तुझ को बनाया गया है मेरे लिये
ReplyDelete*य* प
ये मेरा दीवानापन है या मुहब्बत का कुसूर ... 'र' से
ReplyDeleteरात भी है कुछ भीगी-भीगी
ReplyDeleteचाँद भी है कुछ मद्धम-मद्धम
तुम आओ तो आँखें खोलें
सोई हुई पायल की छम छम
"म"
मैं जिन्दगी का साज बजाता चला गया।
ReplyDeleteहर फिक्र को धुएँ में उड़ाता चला गया।।
"य"
कोई है क्या?
ReplyDeleteये ज़िन्दगी उसी की है जो किसी का हो गया--- य पर
ReplyDeleteअभी ले य पर
ReplyDeleteये हरियाली और ये रास्ता
ReplyDeleteइन राहों पर तेरा-मेरा जीवन भर का वास्ता
ये हरियाली और
"र"
रहे ना रहे हम महका करेंगे
ReplyDeleteबन के काली, बन के सबा, बागे वफ़ा में
रहे ना रहे हम
'म' से गाइए
मैं प्यार का राही हूँ
ReplyDeleteतेरी ज़ुल्फ़ के साए में
कुछ देर ठहर जाऊँ
ऊ से
उलझन सुलझे ना रास्ता सूझे ना
ReplyDeleteजाऊं कहा मैं जाऊं कहा??
मेरा दिल का अंधेरा
हुवा और घनेरा
कुछ समझ ना पौ
क्या होना हैं मेरा
उलझन सुलझे ना रास्ता सूझे ना
'न' से गाईये
न जाओ सैंया छुड़ा के बैंया
ReplyDeleteक़सम तुम्हारि मैं रो पड़ूँगी, रो पड़ूँगी
मचल रहा है सुहाग मेरा
जो तुम न हो तो, मैं क्या करूँगी, क्या करूँगी
ग से
चलुए अगर कोई नहीं है तो अकेले ही खेल लेती हूँ य पर सुने
ReplyDeleteयाला याला दिल ले गयी याला याला दिल ले गयी-----
य पर्
ReplyDeleteनिर्मला जी ...ग... से
ReplyDeleteये रास्ते हैं प्यार के चलना सम्भल सम्भल के----- *क* पर्
ReplyDeleteगाए जा गीत मिलन के, तू अपने लगन के
ReplyDeleteसजन घर जाना है
सजन घर जाना है
(फ़िल्म - मेला)
'ह' से गाईये
निर्मला जी Namastey
ReplyDeleteअबकी बार आप बताईयेगा
ओके ?
हमको तुम्हारे इश्क़ ने क्या-क्या बना दिया
ReplyDeleteजब कुछ न बन सके तो तमाशा बना दिया
य से....
यादों में वो, सपनों में वो
ReplyDeleteजाए कहाँ, धड़कन का बंधन तो धड़कन से है
साँसों से हूँ मैं कैसे जुड़ा
अपनों को दूँ मैं कैसे भूला
यादों में वो, सपनों में वो
जाए कहाँ, धड़कन का बंधन तो धड़कन से है
(फिल्म - स्वामी)
'ह' से गाईये
हम तेरे प्यार में सारा आलम खो बैठे
ReplyDeleteतुम कहते हो कि ऐसे प्यार को भूल जाओ, भूल जाओ
अ से या ऒ से
आजा आई बहार दिल है बेकरार
ReplyDeleteओ मेरे राजकुमार.
रामराम.
रोका कई बार मैंने दिल की उमंग को
ReplyDeleteक्या करूं मैं अपनी निगाहों की पसंद को
क से
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ReplyDeleteकौन है जो सपनों मे आया
ReplyDeleteकौन है जो दिल मे समाया
रामराम.
ये समा
ReplyDeleteसमा है ये प्यार का
किसी के इंतज़ार का
दिल ना चुराले कहीं मेरा
मौसम बहार का
क से
yaad aa rahi hai,teri yaad aa rahi hai,yad aane se ,tere jane se,jaan ja rahi hai
ReplyDeleteमहक जी से अंतिम अक्षर को देखे
ReplyDeleteकान में झुमका, चाल में ठुमका, कमर पे चोटी लटके
ReplyDeleteहो गया दिल का, पुर्जा-पुर्जा, लगे पचासी झटके,
हो तेरा रंगा है नशीला, अंग-अंग है नशीला
'ल' से गाइए
कहदो कोई ना करे यहां प्यार
ReplyDeleteइसमे खुशियां है कम, बेशुमार हैं गम
रामराम.
लाख छुपाओ छुप न सकेगा राज हो कितना गहरा
ReplyDeleteदिल की बात बता देता है, असली नक़ली चेहरा
अजी र सेआगे ताऊ जी जल्दी
ok Taau ji ab aap thodi der seat sambhaliye
ReplyDeletebas haarna nahi hai
राम करे ऐसा हो जाये
ReplyDeleteमेरी निंदियां तोहे लग जाये
मैं जागूं और तू सो जाये.
रामराम.
अरे प्रकाश जी, मैं तो यूं ही भाटिया जी के साथ मनोरंजन करने आगया था. अब मैं जारहा हूं बाजरे के रोट तोडने..आप संभालिये.
ReplyDeleteरामराम.
ये रातें नई पुरानी
ReplyDeleteआते आते-जाते कहती हैं कोई कहानी
न से
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ReplyDeleteना ना करते प्यार तुम्ही से कर बैठे.. करना था इन्कार मगर इकरार तुम्ही से कर बैठे..
ReplyDelete"ठ"
ठंडी हवाये.. लहरा के गाये.. रुत है जवां तुम हो कहां.. याद सताये..
ReplyDeleteye wala gaana maine suna nahi hai
ReplyDeletekoyi doosra gaayiye
ढुमका लगा,कजरा लगाके मै तो आई आई रे...
ReplyDeleteर से
रमया वस्ता वया.. रमया वस्ता वया.. मैने दिल तुमको दिया,, मैने दिल तुमको दिया...
ReplyDelete"य"
ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे
ReplyDeleteतोड़ेंगे दम मगर तेरा साथ ना छोडेंगे
ग से
gaa mere mN gaa..gaa mere mN gaa..
ReplyDeleteyun hi bitaye jaaa din zindagi ke..[Bina Roy par filmaya]
'K 'se --
[Aap ke blog ka page jaldi refresh nahin hota hai]
कोई सागर दिल को बहलाता नहीं
ReplyDeleteबेखुदी में भी क़रार आता नहीं, कोई सागर
र से
कहीं दूर जब दिन ढल जाये सांझ की दुल्हन बदन चुराये..
ReplyDelete’य"
रंजन जी र से....
ReplyDeleteYe dil tum bin kahin lagta nahin ,
ReplyDeleteham kya karen
'R' se gayeeye--
Roz Roz ankhon tale ek hi sapnaa pale..[Asha sang it]
ReplyDeleteL se
रहते थे कभी जिनके दिल में
ReplyDeleteहम जान से भी प्यारों की तरह
बैठे हैं उन्ही के कूचे में
हम आज गुनहगारों की तरह
ह से
haay re wo din kyun na aaye..
ReplyDeletejaa jaa ke ritu laut aaye....
Y se
ये दुनियां ये महफ़िल मेरे काम की नही.
ReplyDeleteरामराम.
ये दिल है मुहब्बत का प्यासा
ReplyDeleteइस दिल का तड़पना क्या कहिये
मायूस हैं हम मग़रूर हो तुम
और तुमपे ही मिटना क्या कहिये
य से
ये मेरा दिवानापन है या मुहब्बत क शुरुर
ReplyDeleteरामराम.
गाये जा गीत मिलन के
ReplyDeleteरामराम.
काली घटा छाई, प्रेम ऋतु आई
ReplyDeleteआई आई आई आई तेरी याद आई
इस भरी दुनियां मे कोई भी हमारा ना हुआ.
ReplyDeleteरामराम.
आओ बच्चो आज तुम्हें एक कहानी सुनाता हूँ मैं
ReplyDeleteशेर की कहानी सुनोगे
हुँ
हम तो तेरे आशिक हैं सदियों पुराने
ReplyDeleteचाहे तू माने चाहे ना माने
रामराम.
नैना जब लड़ी है तो भैय्या मन में कसक होइबे करी
ReplyDeleteथैक थैक तिक था
भाटिया जी ये थैक थैक तिक था कहां से ले आये?
ReplyDeleteथाडे रहियो ओ बांके यार रे थाडे रहियो
ReplyDeleteरामराम.
ताऊ जी याद करो बहुत से गीत है था पर... जल्दी
ReplyDeleteये न थी हमारी क़िसमत कि विसाल-ए-यार होता
ReplyDeleteअगर और जीते रहते यही इंतज़ार होता
तौबा ये मतवाली चाल झुक जाये फ़ूलों की डाल
ReplyDeleteचाम्द और सूरज आकर मांगे तुझसे रंगे जमाल
हंसीना तेरी मिसाल कहां.
रामराम.
हुस्न वाले तेरा जवाब नहीं
ReplyDeleteकोई तुझ-सा नहीं हज़ारों में
महबूब मेरे महबूब मेरे
ReplyDeleteरामराम.
रातों को जब नींद उड़ जाए
ReplyDeleteघड़ी घड़ी याद कोई आए
एक मण्जिल राही दो फ़िर प्यार ना कैसे हो?.
ReplyDeleteरामराम.
हो गये दो रोज मै आवाद भी बरवाद भी अब यही तमन्ना है आये ना उन की याद भी
ReplyDeleteयादों की बारात निकली है आज दिल के द्वारे ...
ReplyDeleteभैया मेरे राखी के बंधन को निभाना.
ReplyDeleteरामराम.
अजी भ से शुरु करे स्तोगी जी
ReplyDeleteना से करिये
ReplyDeleteरामराम.
न मैं धन चाहूँ, न रतन चाहूँ
ReplyDeleteतेरे चरणों की धूल मिल जाये
तो मैं तर जाऊँ, हाँ मैं तर जाऊँ
ओम शांती औम.
ReplyDeleteरामराम.
ताऊ जी समय समाप्त हुया, लेकिन आप खेल सकते है, आज के विजेता आप हुये
ReplyDeleteमुहब्बत की झूठी कहानी पे रोये
ReplyDeleteबड़ी चोट खाई
भाटियाजी ये विजेता कैसे हो गये हम?
ReplyDeleteहमको नियम कायेदे मालूम नही हैं. धूल मे लठ्ठ लग गया आज तो ताऊ का?:)
रामराम
इस भरी दुनियां मे कोई भी हमारा ना हुआ.
ReplyDeleteरामराम.
न किसी की आँख का नूर हूँ
ReplyDeleteन किसी के दिल का क़रार हूँ
जो किसी के काम न आ सका
मैं वो एक मुश्त-ए-गुबार हूँ
हम तो तेरे आशिक हैं सदियों पुराने
ReplyDeleteचाहे तू माने या ना माने.
रामराम.
अटकन बटकन दही चटोकन राजा गए दिल्ली
ReplyDeleteसात कटोरी लाये
एक कटोरी टूट गई
मुन्ने का दिल लूट गई
इस भरी दुनियां मे कोई भी हमारा ना हुआ.
ReplyDeleteरामराम.
नैन का चैन चुराकर ले गई
ReplyDeleteकर गई नींद हराम
चन्द्रमा सा मुख था उसका
चन्द्रमुखी था नाम
मस्त बहारों का आशिक हुं
ReplyDeleteरामराम.
हमें उन राहों पर चलना है
ReplyDeleteहमें उन राहों पर चलना है
जहाँ गिरना और संभलना है
हमें उन राहों पर चलना है
हम तुम युग युग से ये गीत मिलन के गाते रहे हैं गाते रहेंगे.
ReplyDeleteरामराम.
गरजत बरसत सावन आयो रे,
ReplyDeleteगरजत बरसत सावन आयो रे
लायो न संग में, हमरे बिछड़े बलमवा
वो तेरे प्यार का गम इक बहाना था सनम
ReplyDeleteरामराम.
मैं ने शायद तुम्हें पहले भी कहीं देखा है
ReplyDeleteअजनबी सी हो मगर गैर नहीं लगती हो
वहम से भी जो हो नाज़ुक वो यकीं लगती हो
हम दोनो मिलके कागज पे दिल के
ReplyDeleteचीठ्ठी लिखेंगे जवाब आयेगा.
रामराम.
गा रही है ज़िंदगी हर तरफ़ बहार में किस लिये
ReplyDeleteचार चांद लग गये हैं तेरे मेरे प्यार में इस लिये
ये राखी बंधन है ऐसा...३
ReplyDeleteजैसे चंदा और किरण का
ये राखी बंधन अहि ऐसा.
रामराम
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा
ReplyDeleteहम बुलबुले हैं इसकी, वो गुलसितां हमारा
रात और दिन दिया जले फ़िर भी मेरे मन मे अंधियारा है.
ReplyDeleteरामराम.
हाय रे वो दिना क्यों न आये
ReplyDeleteज ज के ऋतु
ज ज के ऋतु लौट आये
हाय रे वो दिना क्यों न आये
याद रखना चांद तारों इस सुहानी रात को
ReplyDeleteदो दिलो मे चुपके २ जो हुई हो बात को
रामराम.
क्या बुरा किया है हुज़ूर मैने
ReplyDeleteहाँ थोड़ी सी पी है ज़रूर मैने
क्या बुरा किया
भाटिया जी आज के आनंद की जय बोले क्या अब?:)
ReplyDeleteरामराम.
धन्यवाद राम पुरिय जी बहुत मजा आया
ReplyDeleteयाद रहेगा प्यार काये रंगीन जमाना याद रहेगा.
ReplyDeleteरामराम.
बढिया रही आज की महफ़िल.
ReplyDeleteरामराम.
अब कब होगी ये महफ़िल?
ReplyDeleteरामराम.
चलिये अब शुभ रात्रि बोले
ReplyDeleteजी भाटिया जी, अब रात के पोने ग्यारह बज गये. फ़िर मिलते हैं अगली बार फ़ुरसत रही तो. शुभरात्रि.
ReplyDeleteरामराम.
शुभ रात्रि!! आज तो हम वायरस निपटाते रह गये क्म्प्यूटर पर जी.
ReplyDeleteनिर्मला जी को बहुत बहुत बधाई... बढिया रही आज की महफ़िल ...
ReplyDeleteye mahfil mere kaam ki thi par aa nahi payaa !!! par dekh jarur liyaa!!!
ReplyDelete