5/31/10
साबधान कही आप अपना पास पोर्ट ना० खुद ही तो नही बता रहे....
आज कल मुझे सभी जान पहचान वालो की तरफ़ से एक मेल आ रही है, जूस नाम से उस का चित्र मै नीचे दे रहा हुं,कल मैने तंग आ कर इस पर जाना चाहा, तो आगे जा कर यह मेरा ई मेल पास पोर्ट ना मांगने लगा, सो मैने दे दिया, क्योकि मेल किसी पुराने ब्लांगर की थी, ओर मुझे विशवास था,लेकिन जब थोडा ओर आगे गया तो यह मेरे से ओर ज्यादा जानकारी मांगने लगा, तो मेरी छ्टी इंद्री ने काम किया ओर मै वहां से भागा, ओर आज एक दो ब्लांगरो ने मुझे मेल किया कि राज जी हमारा एकाऊंट तो इस जुस पर नही है, आप का धन्यवाद, तो आप सभी को मै सुचित करना चाहता हुं कि मैने आज तक किसी को इस निक्कमे जुस पर निमंत्रण नही भेजा हैअगर मेरे नाम से किसी को कोई ऎसा निमंत्रण आये तो समझे यह झुस या जुस्न ने खुद भेजा है, कृप्या आप इस के धोखे मै मत आये, आज मै अपना पास्पोर्ट बदल रहा हुं, ओर आप सब को साबधान करना मैने अपना फ़र्ज समझा
यह मेल भी जिस ने भेजी है या जिस के नाम से आई है वो मेरा विश्वासनिया है, ओर मुझे लगता है कि उसे नही मालुम कि उस के नाम से यह मेल मुझे आई है. अगर आप लोगो ने इस मेल को खोला है ओर अपना पास पोर्ट इस मै दिया है तो अब अपना पास पोर्ट ना जल्द से जल्द बदल ले
यह मेल भी जिस ने भेजी है या जिस के नाम से आई है वो मेरा विश्वासनिया है, ओर मुझे लगता है कि उसे नही मालुम कि उस के नाम से यह मेल मुझे आई है. अगर आप लोगो ने इस मेल को खोला है ओर अपना पास पोर्ट इस मै दिया है तो अब अपना पास पोर्ट ना जल्द से जल्द बदल ले
28 comments:
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
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है राम हम तो लूट गए फिर !! अभी चेक करता हूँ और पासवर्ड बदलता हूँ ..........आभार आपका !
ReplyDeleteआजकल ऐसे बहुत से मेल आ रहे हैं। हम तो ऐसे मेल को बिना पढ़े ही डिलिट कर देते हैं।
ReplyDeleteआजकल ऐसे बहुत से मेल आ रहे हैं। हम तो ऐसे मेल को बिना पढ़े ही स्पैम कर देते हैं।
ReplyDeleteझूस का वह जूस देखने से लगता है की किसी अफ़्रीकी ने ही निकाला है क्योंकि चरण सिंह नाम वह कही से सही पकड़ गया मगर अमी कोई जात( सरनेम ) नहीं है !
ReplyDeleteगोदियालान के जी यह चरण सिह जी तो जान पहचान के ही है, जेसे मैने कल झ्स को खोला. वेसे ही चरण सिंह जी ने पंगा लिया होगा... ओर फ़िर उन के एड्रेस बुक से सब को मेल हो गये... तो बचिये इस झुस से कही यह हमारा जुस ना निकाल दे
ReplyDeletebe alert and beware
ReplyDeleteइस प्रकार की मेल का एक ही इलाज है बगैर पढ़े ही स्पैम रिपोर्ट करे | ताकी आगे से इस प्रकार की मेल पर रोक लग जाए |
ReplyDeleteमुझे भी दिन भर ना जाने कितने ही ई-मेल आते हैं 'जान-पहचान' वालों के इस झूस की ओर से। बिना खोले-देखे सीधे इसे स्पैम घोषित कर देता हूँ, भले ही मेरे बेटे की ओर से आया हो!
ReplyDeleteआज सुबह-सुबह आपकी तरफ से भी मुझे यही मेल प्राप्त हुई थी। इसमें लिखा था Raj Bhatia wants to be your friend
ReplyDeleteमैनें तो तुरन्त डिलीट कर दिया जी
प्रणाम
me to aksar delet karta hun is tarha ki chize
ReplyDeleteआज मुझे भी 4 :23 am पे आपके नाम से jhoos .com के तरफ से ऐसा ही इ.मेल आया था जिसे हमने spam में डाल दिया क्योकि मुझे पता था की जब हमारी आपकी इ.मेल पे बात चित हो चुकी है तो आप मुझे इस jhoos पे दोस्ती के लिए क्यों आमंत्रित करेंगे ? नेट भी ठगी का धंधा बनता जा रहा है ,और इसलिए मेरा आप सबसे आग्रह है की जिस किसी ब्लोगर का प्रोफाइल पूरा न दिखे उसके ब्लॉग पे कमेन्ट भी न करने जाएँ और न ही ऐसे बुरका पहन कर ब्लॉग लिखने वालों के ब्लॉग को पढ़ें या उसके फोलोवर बने ऐसा करना आपके लिए घातक हो सकता है ,हमने तो इस दिशा में सुरक्षा के लिए किसी भी ब्लॉग पर कमेन्ट देने से पहले उसका पूरा प्रोफाइल चेक करना शुरू कर दिया है ? जरा सोचिये जो अपनी पहचान छुपा रहा है वह ठीक उसी तरह नहीं है की रात में तो चोरी करता है और दिन में राम कथा कहता है और उसकी पहचान भी गुप्त है ,इसलिए हम सब को मिलकर इन पहचान छुपाकर लिखने वालों से सावधान रहना चाहिए ,जो अच्छे लोग है उनसे मेरा आग्रह है की कम से कम अपना पूरा प्रोफाइल ब्लॉग पर अभी डाल दें जिससे आपको भी हम गलत समझने की भूल न कर बैठें / भाटिया साहब आपने सबको सावधान किया इसके लिए हमसब आपके आभारी हैं ,हमने इस दिशा में और भी विस्तृत जाँच शुरू कर दी है ,मुझे जैसे जैसे कुछ सुराग हाथ लगेगा हम आप सब को भी अवगत कराते रहेंगे ,फ़िलहाल सतर्क और सावधान रहिये क्योकि यहाँ बुरका पहन कर छुड़ा घोपने वाले हर कदम पे खरें हैं |
ReplyDeleteउपयोगी सूचना देने के लिए आभार!
ReplyDeleteहम भी सावधान हो गये हैं!
फिर भी सुरक्षा की दृष्टि से बदल लेते हैं!
वो डाल-डाल तो हम पात-पात।
ReplyDeleteयह टिप्पणी वाला डिब्बा खुलता ही नहीं है। आज भी बड़ी देर बाद खुला, जब मैं भी अड़ गया कि देखूं कब तक नहीं खुलता।
आजकल ऐसे मेल दिनेश राय द्विवेदी जी की और से आ रेहे हैं !शुक्रिया!
ReplyDeleteआजकल इस तरह की मेल बहुत आ रही हैं । लेकिन जान पहचान वालों की भी होती हैं । मेरे पास आज ही इंदु पूरी की तरफ से आई है । पता नहीं वो भी क्या ऐसी ही है ?
ReplyDeleteऐसी स्पॅम मेल अक्सर आती हैं ... सावधानी बरतने की ज़रूरत है .. फ़ायर वाल ज़रूर लगाएँ अपने क्म्प्यूटर में ...
ReplyDeleteये झूस का आमंत्रण मुझे भी अनेक बार मिला है और आप से भी। लेकिन इन आमंत्रणों से तंग आ चुका हूँ। उन्हें देखे बिना हटाना ही एक मात्र उपाय है।
ReplyDeleteआपके नाम से हमारे पास भी आया था, लेकिन देखते ही हमारी छठी इन्द्री सक्रिय हो गयी। भाटिया जी ये झूस -वूस के चक्कर में कब से पडने लगे, बकवास है। और हटा दिया।
ReplyDeleteलो कल्लो बात्! अजी भाटिया जी..हम तो अभी आप ही के नाम से मिली इस मेल को डिलीट करके आ रहे हैं....
ReplyDeleteकमाल है!
सादर वन्दे !
ReplyDeleteये तो रोज का चक्कर है, मै ऐसे मेल देखते ही डिलीट कर देता हूँ | ब्लोग से ही फुरसत नहीं मिलती | हाँ नहीं तो, फिर इन झमेलों में कौन फसे |
बढ़िया किया आप फसे कम से कम हम तो बचे !
रत्नेश त्रिपाठी
हमारे पास भी झूस में सदस्य बनने के कई ऑफर आ चुके हैं..मुझे तो लगता है कि मैंने भी अपना पासवर्ड दिया होगा..!
ReplyDelete..मेरे मित्र भी एक बार पूछ रहे थे कि तुमने ऐसा मेल क्यों भेजा..? यह झूस क्या है..! जबकि मैंने उन्हें कोई मेल नहीं भेजा था..!
..पासवर्ड तो .... ऐसे बिंदी-में होता है क्या वह इसे पढ़ सकता है..?
दिनेश राय द्विवेदी जी मुझे भी ई मेल भेजते रहते हैं :)
ReplyDeleteकोई दूसरे गिरिजेश राव भी कभी कभार मेल भेज देते हैं ।
दिनेश राय द्विवेदी जी मुझे भी ई मेल भेजते रहते हैं :)
ReplyDeleteकोई दूसरे गिरिजेश राव भी कभी कभार मेल भेज देते हैं ।
आपका न्यौता हमें भी मिला था.. हमने तो डिलीट कर दिया...:(
ReplyDeleteआपका आमंत्रण डिलिट करके जिस अपराध बोध से गुजर रहे थे, इस पोस्ट को पढ़कर उबर गये. :)
ReplyDeleteपासपोर्ट को पासवर्ड कहें तो बेहतर.
बहुत उपयोगी पोस्ट.
ReplyDeleteरामराम.
बहुत उपयोगी पोस्ट.
ReplyDeleteरामराम.
दराल साहब!
ReplyDeleteआपकी बात .............
हा हा हा हा
जो मर्जी समझिए ,मगर जिन्हें मैं सम्मान देती हूँ उनकी सोच मेरे बारे मे ऐसी हो तो........
दुःख तो होगा न?
झूस कौन है ऐसा क्यों कर रहा है मैं नही जानती .