वक्त गया तो बात गयी, बस वक्त की कीमत होती है"
देर ना हो जाये कहीं देर ना हो जाये
तिलयार टूरिस्ट कॉम्पलेक्स |
दिल्ली से रोहतक |
वक़्त आने पर बता देंगे तुझे ए आसमाँ हम अभी से क्या बताएँ क्या हमारे दिल में है
तिलयार टूरिस्ट कॉम्पलेक्स |
दिल्ली से रोहतक |
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
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"मैं कहता हूं कि आप अपनी भाषा में बोलें, अपनी भाषा में लिखें। उनको गरज होगी तो वे हमारी बात सुनेंगे। मैं अपनी बात अपनी भाषा में कहूंगा। जिसको गरज होगी वह सुनेगा। आप इस प्रतिज्ञा के साथ काम करेंगे तो हिंदी भाषा का दर्जा बढ़ेगा।" -- महात्मा गांधी
"अंग्रेजी का माध्यम भारतीयों की शिक्षा में सबसे बड़ा कठिन विघ्न है।...सभ्य संसार के किसी भी जन समुदाय की शिक्षा का माध्यम विदेशी भाषा नहीं है।" -- महामना मदनमोहन मालवीय
अन्तर सोहिल जी
ReplyDeleteनमस्कार !
बेहतरीन समारोह स्थान
...मुलाकात का मज़ा आएगा
.............ढेर सारी शुभकामनाऎँ!!!
इस मुलाक़ात को लेकर सभी लोग रोमांचित है |
ReplyDeleteहम तो आने से रहे.... हमारी शुभकामनाएं आती रहेंगी :)
ReplyDeleteJankari ke liye shukriya
ReplyDeleteDhanyawad, Sohil ji!
ReplyDeleteआपकी पोस्ट का लिंक ग्राम-चौपाल में --रोहतक ब्लोगर सम्मलेन बनाम कोपेन-हेगेन सम्मलेन
ReplyDeleteशुक्रिया!
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