तो सज्जनो ओर सज्ज्नियो सोचो मत आज से ही हमारी बेईमान पार्टी के सद्स्य बने, हमारी इस पार्टी का नाम हे* ठगबंधन* ओर हमारा चुनाव चिन्ह होगा ठेंगा, यानि जो भी हमारे ठेंगे पर मोहर लगाये गा, वो दस बीस साल पश्चतायेगा.
आप सभी मेम्बर जी को ओर जो नये मेम्बर बनाना चाहे जल्द से जल्द हमारी इस महान पार्टी के सद्स्य बने, मेम्बर बने ओर लोगो को ठगे, सद्स्य फ़ीस हम ने थोडी कम रखी हे, तो इस का मतलब यह नही कि हमारी पार्टी भुखी नंगी हे, अजी फ़ीस तो दिखाने के लिये हे, बाकी काम तो हमारे अर्थशास्त्री जी समझा देगे, लेकिन डरे नही अगर एक रुपया डालोगे तो उस से १०० रुपये बना सकते हो.
हमारी पार्टी के झंडे का रंग विलकुल सफ़ेद होगा, ओर उस पर हमारा ठेंगा काले रंग मे होगा, जल्दी किजिये हमे हर राज्य मे हजारो सेवक( गुंडे बदमाश) चाहिये, हजारो सदस्य चाहिये(ठग) काम बहुत हे समय सिर्फ़ दो साल का, आज ही हमारी बेव साईट पर जा कर अपना अपना काम लिखवाये thaagbhandhan chor uchakk.ath.lot.pot
आप सब की सदस्यता के फ़ार्म हमे किसी भी तरह से ३२ मार्च से पहले पहले मिल जाने चाहिये, सब तरह की सिफ़ारिस भी चलेगी रिश्वत के संग,बदनाम, लुच्चे लफ़ंगो, कातिलो ओर दंगा फ़सादियो को इस पार्टी मे उच्च पद दिये जायेगे.
जोर से बोलो *ठगबंधन* मुरदा वाद
यह ठगबन्धन ताऊ नीत गठबन्धन से बन्धन करले तो जीत पक्की है।:)
ReplyDeleteप्रणाम
हा-हा-हा-हा-हा मजा आ गया भाटिया साहब पढ़कर ! यही हो रहा है पिछले कुछ चुनाव से देश के भिन्न-बिण कोनो से दो-दो चार-चार चोर आकर पालियामेंट में गठबंधन बना देश को लूट रहे है !
ReplyDeleteहा हा हा ! अरे भाटिया जी , इस पार्टी का मेम्बर बनने के लिए क़ाबलियत कहाँ से लायें ।
ReplyDeleteअगर दूल्हे में दम हुआ तो बारात अपने आप बन जायेगी |
ReplyDeleteसच्चाई लिये तीक्षण व्यंग्य!!
ReplyDeleteबधाई!! राज जी।
सही दिशा में जा रहे हैं... अच्छा है...हा हा
ReplyDeleteताऊ आपकी पार्टी के अध्यक्ष पद के लिये अपने आपको प्रस्तुत करता है.
ReplyDeleteरामराम.
जब सरकार बन जाये तो खबर कीजियेगा काहे की हम सीधे मंत्री बनने में विश्वास रखते है सिर्फ पार्टी का सदस्य नहीं |
ReplyDeleteवास्तव में यह व्यंग्य नहीं है आज कल कई पार्टियों के सदस्य बनने का योग्यता यही है |
RAJ ji maine jila maha sachiv ke liye aavedan kar diya hai aap thodi sifarish kar dena.
ReplyDeletebehtreen vayang
ई अंगुठा कहां लगाना एवं किसे दिखाना है स्पष्ट करें।
ReplyDeleteऔर जहाँ बिना कुछ लगाए एक लाख सैंतिश करोड़ रुप्या अंदर कर लिया जाता हम तो उसी पार्टी में जाएगें। 1 लगा के 100 के चक्कर में क्यों पड़ें :)
sahi farmaya ,kursi ka nasha hota hi aesa jo hamse bahut kuchh karwa leta hai .sundar .
ReplyDeleteहा-हा-हा,मजा आ गया.
ReplyDelete..ठग गठबंधन के विचारक महोदय, इस में यही समस्या है बड़े-बड़े आ जाते हैं कुर्सी हथियाने। हमारे जैसे लोग तो उनका ही साथ देंगे न..! ताऊ को कुर्सी दो। अंतर सोहिल के मंतर पर तत्काल विचार करें नहीं तो कुर्सी गयी।
ReplyDelete..प्यारा कटाक्ष।
अंतर सोहिल जी का समर्थन करते हैं जी हम भी.
ReplyDeleteहम तैयार हैं... शर्त यह है कि हमारी पार्टी का सारा काला धन स्विज़ बैंक में नहीं बल्कि स्टेट बैंक में रखा जाएगा और उसके पाई पाई का हिसाब कार्यकर्ताओं को दिया जाएगा :)
ReplyDeleteताऊ के पीछे पीछे हम भी लाईन में हैं. अध्यक्ष न सही उपाध्यक्ष के लिए ही जुगाड बैठ जाये :)
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