जेबकरतो से सावधान
अरे हटो हटॊ मैने काम पे जल्दी पहुचना हे....
सुनो जी बच्चो को छोड के जलदी आ जाना.......
अजी हंस क्यो रहे हे? अभी तो हेंडिल पर भी जगह खाली पडी हे.... लटक लो आप भी:)
इसे कहते हे असली जुगाड...पाकितानी जुगाड एक चक्कर मे ही आधा गांव शहर पहुच जाये...अभी जगह बहुत हे जी...
अजी मोपेड हे तो क्या हुआ... अभी तो आगे टोकरी खाली हे.... रोकू बेठना हो तो?
यह तो गया काम से... अरे इस लंगुर का हेल्मेट नही लगाया ना.... वो सामने देख....
अरे रोको रोको तुमे पुलिस नाका नही दिख रहा... गडी के कागज दिखओ, ओर इस लंगुर को हेलम क्यो नही पहनाया, चलो जल्दी से लाईसेंस भी दिखाओ, यह नाका बहुत मजबुत हे, मंजी घुमा के..
मज़ेदार चित्र, भाटिया जी। पहले चित्र में बाइक स्टार्ट भी तो करनी पडेगी।
ReplyDeleteपहला चित्र प्रेरक है ...यहाँ भी दूध के ड्रम लटकाए एक लड़की को कई बार देखा है बाईक पर...
ReplyDeleteबाईक है या मालगाड़ी ...:)
हा हा हा!तुहाडा वी जवाब नइ।
ReplyDeleteराम राम
मजेदार चित्रों से सजी पोस्ट गुदगुदाने के लिए उपयुक्त है. हा हा ...
ReplyDeleteकौतुक भरी दृश्यावली
ReplyDeleteवाह राज साहब मजा आ गया आज सुबह सुबह पोस्ट को देख कर(चित्र के साथ की पक्तियाँ पढकर ) इतना हंसा कि पेट दुखने लगा।
ReplyDeleteहम भी एक बार इसी तरह बाइक पर लटक कर जा चुके है एक बाइक पर हम पांच बच्चे और एक चलाने वाला बहुत मजा आया था तब बच्चे थे, अब तो सोच कर भी डर लगता है अपने बच्चो को तो ऐसे नहीं भेज सकते | सभी चित्र मजेदार है |
ReplyDeleteये ताऊ को ही पीछे लटका ही लिया आपने आखिर.:)
ReplyDeleteरामराम.
हा हा हा हा हा ! दूसरा बेस्ट laga भाटिया जी ।
ReplyDeleteबढ़िया चित्र... पर अंत में नो-एन्ट्री आ गई ना :)
ReplyDeleteहा हा हा...बहुत खूब !
ReplyDeleteजाट देवता की राम राम,
ReplyDeleteजाट देवता खुश हुए,
पाकिस्तानी छोडो , हिन्दुस्तानी भी कुछ कम नहीं , ऐसे जुगाड में ।
Isi trh traffic ki samsya hal hogi
ReplyDelete