8/26/11
मैं गुनहगार हूँ
क्योंकि मैनें ऐसी सरकार को चुना है, जिसके राज में अपने ही देश की संसद के सामने भारतमाता की जय और वंदेमातरम बोलने पर मुँह बंद कर दिया जाता है।
अभी-अभी न्यूज में दिखाया जा रहा है कि रोहतक का रहने वाला मनजीत नामक व्यक्ति संसद के गेट नंO 1 पर खडा था। उसके कपडों पर मैं अन्ना हूँ लिखा था। जैसे ही उसने वंदेमातरम का नारा लगाया, वहां मौजूद सिक्योरिटी ने उसे पकड लिया। ठीक है कि सुरक्षाकर्मी को अपना कर्त्तव्य करना चाहिये और उसे गिरफ्तार करना चाहिये, क्योंकि गेट नंO 1 केवल वी वी आई पी, मंत्रियों और सांसदों के लिये है। शायद संसद की सुरक्षा की दृष्टी से उसे यहां नहीं होना चाहिये था। लेकिन उसे हथकडी पहनाने के बजाये, उसका मुँह बंद करना, बाल खींचना, गर्दन दबोचना क्या उचित है???
मनजीत का मुँह इसलिये बंद किया जा रहा था कि वह भारतमाता की जय और वंदेमातरम के नारे लगा रहा था और अन्ना समर्थक था।
नाम
अन्तर सोहिल,
शिकायत
15 comments:
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
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अब काले अंग्रेजों से सत्ता छीन कर आजादी लेने का वक्त आ गया है।
ReplyDeleteइंकलाब जिन्दाबाद!!
शायद तभी बदलाव इतनी जल्दी संभव नही है।
ReplyDeleteहां अब हम सब के जागने का समय आ गया हे,मैने टी वी मे देखा उस आदमी का मुंह बंद करते हुये.... जो कि गलत हे, अब सब को यही करना पडेगा...इंकलाब जिन्दाबाद!! इंकलाब जिन्दाबाद!!मनजीत जिन्दाबाद!!
ReplyDeleteअल्लह तेरोनाम, ईश्वर तेरो नाम।
ReplyDeleteनालायकों को सन्मति दे भगवान॥
रामराम.
कुल्हाड़ी को खोज-खोज कर उस पर पैर मार रहे हैं।
ReplyDeletechinta mat karo..........
ReplyDeletetoofan aa raha hai
ab thakut to giyo...ha ha ha
JAI HIND
यह बेहद अफ़सोस जनक है की अपनें ही देश में यह सब हो रहा है.
ReplyDeleteहम धनाड्यों को, बाहुबलियों को और डाकुओं, हत्यारों को संसद में भेज रहे है ताकि वे दोनों हाथों से जनता को निचोड सके। यदि कोई अन्ना बीच में आएगा तो उसका अन्न भी छुडाने से नहीं हिचकेंगे॥
ReplyDeleteजो समझदार हैं वे तो गुनाह स्वीकार कर लेंगे..अगले चुनाव में ध्यान भी देंगे लेकिन उनका क्या जो सिर्फ सजा ही जान पाते हैं नहीं जानते गुनाह क्या है!
ReplyDeleteआशा है कि ...ये आंधी कुछ बदलाव की धूल उड़ा जाए .
ReplyDeleteराज भैया का हाल बताइये...?
ReplyDeleteआपको साधुवाद है। बहुत अच्छा लिखा है। इन भ्रष्ट राज नेताओं का बस चले तो ये आतंकवादियों के नाम पर स्मारक, सड़कें और बुत बनाने लगे।
ReplyDeleteek prayaas hum bhi kar rahe hain, yadi aap ka sneh milta to badi kripa hoti... www. jan-sunwai.blogspot.com
बिलकुल सही कह रहे हैं आप।
ReplyDelete------
मनुष्य के लिए खतरा।
...खींच लो जुबान उसकी।
♥
ReplyDeleteआपको नवरात्रि पर्व की बधाई और शुभकामनाएं-मंगलकामनाएं !
-राजेन्द्र स्वर्णकार
आपका जिक्र यहाँ भी है ……http://redrose-vandana.blogspot.comये आपकी धरोहर है
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