10/5/08

ध्यान से देखे क्या माजरा हे

अरे आप टकटकी लगा कर ओर ध्यान से देखे, क्या यह सब सच मे घुम रही है, या बस आंखॊ का धोखा ही है ?? लेकिन कुछ ना कुछ तो है.


18 comments:

  1. धोखा ही लग रहा है!!

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  2. भाटिया जी आप तो ऐसे न थे। आप कब से धोका देने लगे। हा हा हा हा उलझा दिया था आपने।

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  3. अजीब उलझन है ! कुछ गड़बड़ तो जरुर है ! ठीक है फ़िर आकर समझते हैं ! ये कौन सा तिलिस्म है !

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  4. शायद इसे देख कर ही किसीने कहा होगा कि आंखों देखी पर विश्वास नहीं करना चाहिए।

    कहां से लाते हैं आप खोज-खोज कर अजूबे?

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  5. आपने सच में घुमा ही दिया । कुछ नया हो तो जरूर ही अच्छा लगता है ।

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  6. ये तो हमारे भूतमहल के डाइनिंग हाल में लगा था ! आप कहाँ से उतार लाये ? कहीं यूनिटी भूतनी को पता चल गया तो ?
    वो ढुण्ढ रही होगी ! हिटलर ने गिफ्ट किया था ये उसको ! नाम मेरे को भी याद नही आरहा !

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  7. धोखा है मगर मस्त है ...... हम ऎसी चीज़ें कई बार इस्तेमाल करते है अलग अलग Training Programmes में.

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  8. आप इतना न घुमाइए कि घूमता-घूमता जर्मन पंहूच जाउं। रोटियां खिलानी पड़ जाएंगी आपको।

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  9. Wah bhatiaji, Kalabajon ki dunia men yah bhi ek kala hi hai.achha laga. aap man bhi bahlate rahte hain.dhanywad.

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  10. भाटिया जी, धोखा ही लग रहा है!!
    उलझा दिया आपने। कहां से लाते हैं आप अजूबे?

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  11. dhokha hi sahi khubsurat sa hai..

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  12. वाह भाटिया साहब ! कुछ जादू तो दिख रहा है ! कहीं ये गेसटाल्ट वाला जादू तो नही है ! जिसमे एक तस्वीर में कभी एक लड़की दिखाई देती है और कभी एक बुढिया दिखाई देती है ! ये भूतनाथ अभी हमारे घर आए हैं इन्होने ये ज्ञान दिया है ! हमको असली नकली पता नही है :)

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  13. मजेदार बेहतरीन

    वीनस केसरी

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  14. एक लहर सी उठ रही है...

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  15. यह ऐसा नजरों का धोखा है, जो आंखों को भी चकरा देता है।

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  16. मुझे भी धोखा ही लग रहा है.. लेकिन है बड़ा मजेदार :)

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  17. आंखों पे भरोसा मत कर,
    दुनिया जादू का खेल है,
    हर चीज़ यहां एक धोखा़,
    हर बात यहां बेमेल है...

    जब पूरे कुंएं में भांग पडी़ हो , धोका देना राष्ट्रीय धर्म, तो आप इस छोटी सी कामयाबी पर वाह वाही ले रहे है? किसी नेता के हत्थे चढ़ गया तो क्या होगा?

    एक तो ये भरपूर नेता, उसपे ये धोखा़धड़ी, मेरी तौबा!!

    फ़िर भी मानना पडे़गा कि इतने सारे अनुभवी लोगों को धोका देने में सफ़ल रहे !! (मुझ को मिला कर भाई साहब)

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मुझे शिकायत है !!!

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उन्होंने ईश्वर से डरना छोड़ दिया है , जो भ्रूण हत्या के दोषी हैं। जिन्हें कन्या नहीं चाहिए, उन्हें बहू भी मत दीजिये।