राम राम जी की,
ओर सारी रात लगा कर हमारे साहब जी ने जो परिणाम घोषित किये वो इस प्रकार है...
इस फ़ल का नाम है, छल्ली, यानि भुट्टा ओर यह भारत मै बहुत मिलता है , बस एक तो यह बहुत छोटा था, दुसरे यह किसी ओर प्रजाति का है, इस लिये इस का रंग ढंग भी फ़िरंगियो की तरह से है,
लेकिन आप की नजरो ने इसे ताड ही लिया, सब से बडा कमाल फ़ोटो ग्राफ़र ने किया.
तो चलिये अब विजेतओ की ओर चले.
सब से पहला सही जबाब हिमांशु जी का आया,
दुसरे स्थान पर विजेता बने हमारे धीरू सिंह जी.
तीसरे स्थान पर विजेता बनी सीमा गुप्ता जी.
चोथे स्थान पर विजेता बनी अल्पना वर्मा जी.
पांचवे स्थान पर विजेता बने हमारे मीत जी.
छठे स्थान पर विजेता बने हमारे अभिषेक ओझा जी.
सांतवे स्थान पर विजेता बनी ममता जी.
आठंवे स्थान पर विजेता बने हमारे डी के शर्मा "वत्स" जी.
नॊवे स्थान पर विजेता बने हमारे कोइ नही जी.
सभी विजेताओ को बहुत बहुत बधाई.
अब चलते है उन लोगो की तरफ़ जो इस चित्र को देख कर मेरी तरह से भ्रमित हुये, यह सच है अगर मेने भी इस चित्र के नीचे इस का नाम ना पढा होता तो मै भी इसे अन्नानस या शरीफ़ा ही कहता.
सब से पहले आये प्रवीण शर्मा जी, ओर आते ही इसे Ananas bracteatus (Red Pineapple) बोल दिया, भाई हम ने कहा भी जल्दी जबाब मत दो, यह जो दिख रहा है वो नही है , ओर जो नही दिख रहा वो भी नही, बस ध्यान से देखो चलिये अगली बार सही, फ़िर आये स्मार्ट इंडियन (अनुराग जी) उन्होने तो इसे बच्चा बोल दिया अनानास का, चलिये अगली बार सही.
फ़िर आये हिमांशु जी ओर उन्होने भी इसे अनानास बताया, फ़िर पता नही क्यो अगले ही पल उन्होने सही जबाब भी दे दिया, ओर फ़िर आये उन्मुक्त जी उन्होने भी इसे अनानास ही बोला लेकिन साथ ही साथ बो इस का आधा सही जबाब भी देगये यानि यह छल्ली स्ट्रॉबेरी की जात से ही है, ऊपर मै अगर इस का नाम बता देता तो फ़िर यहा क्या बताता.
फ़िर आये विनय जी आप मे से किसी को भी कोई दिक्कत आये ब्लागिंग या अंतरजाल तकनीक से सम्बंधित कोई प्रश्न है अवश्य अवगत करायेंतकनीक दृष्टा/Tech Prevue तो आप इन से बात कर सकते है, बहुत अच्छा काम कर रहे है, धन्यवाद.
फ़िर आई संगीता पुरी जी, ओर वो भी इसे अनानास ही कह गई, चलिये अगली बार जो पुछुगां उसे बस थोडा ध्यान से देखे, आप के बाद आये संजय बेंगाणी जी, ओर उन्होने साफ़ कह दिया भाई हम कन्फ़ुजिन हो गये,
फ़िर आये सुनील कुमार छोंक्कर जी, बादशाहो यह अनानास तो ऎसे भी नही वेसे भी नही, कोई गल नही बादशहो फ़ेर सही, फ़िर अमित जी साइकल पर घुमते घुमते आये ओर बोले अजी यह अनानास ही है, हम ने चुपचाप अपनी मुंडी हिला दी, शायद उन्होने सही समझा, लेकिन हमे तो खांसी आई थी इस लिये मुंडी हिल गई.
फ़िर मीत जी आये पता नही उन्होने कहा कहा इसे ढुढा, लेकिन उन्हे यह कही नही मिला ना अनानास मै ना भुट्टॆ मै, जनाब लेपटाप सिर्फ़ हमारे पास नही, आप सब के पास है,ओर इन्ट्र्नेट भी, ओर मुझे भी पता है, आप पहेली देख कर झट से गुगल से ले कर सारे पेज ढुढो गे, इस लिये हम भी थोडा बच के ओर उम्र के हिसाब से चलते है, ताकि उस चित्र या पहेली तक आप दो दिन तक तो ना पहुच पायो.
फ़िर आये मोहन जी अरे मोहन जी हम अभी फ़ोन किये देते है आप के घर, ओर आप की बीबी को कह देते है की आज भुट्टे को भुन कर नमक मिर्च ओर नीबू लगा कर ओर एक एक दाना हमारे मोहन जी के मुहं मे डाले फ़िर पुछे बताऒ जी यह क्या है, यह कोन सा फ़ल है.
राम राम अरे ताऊ आज तो तेरा बन्दर भी घणे गुस्से मै है, उसे गुस्सा इस बात का है कि अगर ताऊ इसे सीता फ़ल ही बोल देता तो सब से अलग दिखता, अगर सीता फ़ल नही तो, तरबुज ही बोल देता, लेकिन ताऊ भुट्टॆ को छोड अनानास के पीछे भाग लीया, चलो इस बार इस बन्दर की सिफ़रस पर ताऊ की कम्पर्ट्मेन्ट आ गई,
फ़िर आई रचना जी साथ मै लाई एक बडा सा लिंक.... बाप रे मै तो डर ही गया सोचा सायाने अब पकडा गया, ओर फ़िर डरते डरते उस लिंक पर गया.... फ़िर मेरे साथ साथ ताऊ का बन्दर भी खुश हो गया, अजी रचना जी यह शरीफ़ा नही, चलिये अगली बार सही.
करलो बात फ़िर आई रंजना भाटिया जी , अरे रंजना जी भाटिया लोग इतनी जलदी हार नही मानते, शायद इसी लिये आप ने एक नया फ़ल इजाद कर दिया, उसे नाम दिया **गड़बड़ कनफूजन फल** चलिये इसे भी ढुढते है ओर फ़िर पुछते है.
अरे ममता जी आप का जबाब देने का ढंग भी सब से न्यारा मना भी कर रही है ओर साथ मे सही जबाब भी दे रही है, लगता है आप बहुत जल्दी मै थी, ओर गलती से सही जबाब दे गई, चलिये कोई बात नही अगली बार बिना गलती किये गलत जबाब देदेना.
डी के शर्मा जी का जिक्कर ऊपर तो हो चुका है दोवारा इस लिये कि उन्होने हम सब को लोहडी की बहुत बहुत बधाई दी है, यह लोहडी का त्योहार वेसे तो पुरे भारतवर्ष मै किसी ना किसी नाम से मनाया जाता है लेकिन पंजाबियो मे इसे बहुत बडा त्योहार मानते है आप सब को भी इस लोहडी की बहुत बहुत बधाई, ओर शर्मा जी तुहानु भी.
अर्विन्द मिश्रा जी ओर प्रवीण त्रिवेदी जी ने भी इसे अनानास बताया, अभी मै कुछ बोलता उस से पहले ही शाश्वत शेखर जी आये ओर नमस्ते कर के बोले अजी यह तो शरीफ़ा है, अजी शॆखर साहब आज के जमाने मे मेरे सिवा शायद ही कोई शरीफ़ा हो.
फ़िर आये दिनेश राय जी ओर उन का जबाब पढ कर हंसी ना रोक पाया, क्योकि उन के जबाब के साथ साथ उन का चित्र भी देख रहा था, वेसे उन्होने भी इसे गंजा अनानास कहा.
फ़िर आये हमारे शुभम जी ओर उन्होने इसे अनार बता दिया, साथ मे केमरे का कमाल भी, अरे वाह.
ओर अन्त मै आये हमारे
Zakir Ali Rajnish (TSALIIM) जो खुद इतनी पहेलिया पुछते है, लेकिन हमे कभी भी नही जीतते, हम से सोचा चलो इन्हे जिता दे, लेकिन बाबा इन्होने भी इसे अनानास ही बताया, अजी बताया कया इसे तो कोई भी अनानास ही कहेगा घोषित ही कर दिया, आप का भी धन्यवाद
ओर इस के बाद कोई नही आया..........
आप सब का बहुत बहुत धन्यवाद, अगर किसी भाई का नाम रह गया हो तो वो ताऊ पर मुकदमा ठोक सकता है क्योकि यह सब ताऊ के बन्दर का काम है अभी बन्दर जी बीयर पी कर आराम से सो रहे है. ओर हेरी से उन की पक्की दोस्ती हो गई है.मिलते है अगली आसान सी पहेली मै, आप सब को राम राम
जीतने वालोको बधाई !!!
ReplyDeleteवैसे पहेलिया अगर ज्यादा कठिन होती गईं तो अपने ब्लॉग में प्रश्नों को कैसे बनाया जाए ठेल दूँगा !!
कृपया इसे धमकी के आलावा और कुछ न समझा जाए !!
chitr ka link dae
ReplyDeleteसभी विजेताओं को मेरी ररफ से बधाई... और जिन्होंने कोशिश की उन्हें भी शुक्रिया...
ReplyDeleteराज जी एक सवाल आपने जो साइड कोलम में हिसाब-किताब दिया है....
वो किस चीज का है....
---मीत
अच्छा तो ताऊ यहाँ आपके पास कपा बैठा है? ये ताऊ का बंदर नही बल्कि ख़ुद ताऊ है. उसके ब्लॉग से आज ताऊ गायब है और वहां शायद कुश या सीमाजी असली ताऊ हैं.
ReplyDeleteऔर ताऊ को आपने यहाँ पहेली का रिजल्ट बनाने में लगा रखा है. इसी लिए ताऊ स्टाइल में रिजल्ट निकाले हैं आपने. भाटिया जी ताऊ को ज़रा जल्दी घर भिजवा दीजिये वरना ताई आती ही होगी लट्ठ लेके. :)
अच्छा तो यह बात है...मतलब ताउ अपनी पोस्टें इन्हीं बंदर महोदय से लिखवाते थे। अब चूंकि ये जनाब यहां आकर विराजमान हो गए हैं, इसलिए पोस्ट ठेलने के काम में ताउ ने कुश भाई को लगा दिया :)
ReplyDeleteतिवारी जी क्या कहा आपने...ये बंदर खुद ताउ है ...भाई बड़ा गड़बड़ मामला है..खुद ताउ से बड़ी पहेली कोई नहीं :)
ReplyDelete@मीत जी यह जो गजट हिसाब किताब का है यह आप सब की टिपण्णियो का है, यानि किस्ने कितनी टिपण्णियां दी, अगर आप को चाहिये तो भेज दुंगा.
ReplyDelete@ रचना जी विशवास करना चाहिये, मुझे नही लगता कोई कोई छोटी छोटी बातो पर झुट बोलेगा,फ़िर मै तो वेसे ही इन सब बाते के बिरुध हुं, आप को मै इस चित्र का लिंक तो नही दे सकता,क्योकि यहा मुझे ओर भी बहुत से चित्र मिले है, जो पहेली के रुप मे पुछ सकता हूं, लेकिन आप को नाराज भी नही कर सकता, इस लिये मेने पिछली पोस्ट मे बहुत सारी छल्लियां(भुट्टे) वाला चित्र लगा दिया है, आप उसे देख ले, अगर फ़िर भी नही तो अगली पहेली की प्रथम विजेता बन जाये आप को जब भी भारत आया ऎसे भुट्टॆ तोहफ़े मए दे दुगां यह मेरा वचन है, लेकिन अगली पहेली की प्रथम विजेता बने, या बिलकुल सही जबाब दे, किसी की भी मदद ले, पहेली बिलकुल कठिन नही है, बोलिये मंजुर???
सभी विजेताओं को बधाई..........
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बधाई..और मकर संक्रांति और गणेश चतुर्थी की भी शुभकामनायें .
ReplyDeleteपहली नज़र में ही भुट्टा लगा रहा था--इस के कारन हैं-
१--आप ने अपनी पहेली में लिखा था--रंग पर न जायें..दूसरा भारत में बहुत होता है..
२-देखते है आप इस के दानो को देखीये..एक दम साफ़ भुट्टे के दाने हैं...बीच बीच में भुट्टे के बाल/रेशे भी निकलते देख सकते हैं.
३-दानो के साइड में देखें बिल्कुल भुट्टे के दाने जैसा बसे है.
४-अन्नानास की कई प्रजातियों से मिलन करा लिजीये...इस के दानो जैसी नजदीकी नहीं मिलेगी..
५-शरीफे से भी भिन्न है-आप दोनों चित्र साथ रख कर मिलान कर लें ख़ुद समझ जायेंगे--
धन्यवाद.
इस बार आप की जवाबी पोस्ट तो बड़ी ही रोचक है...ये ताऊ का बन्दर वहां बर्फ देखने गया है और आप ने काम पर लगा दिया -नहीं उस ने ख़ुद ही जिद्द की होगी--आदत जो है..बढ़िया पोस्ट लिखने की--इस बार वाकई मजेदार पोस्ट है.
ReplyDeleteचलो जी हम भी विजेताओं को बधाई दे देता हूँ . पर ये ताऊ का बन्दर पढ़ क्या रहा जी ?
ReplyDeleteसबको बधाई. हम तो आ ही नहीं पाये.,
ReplyDeleteनमस्कार। ओह हो पहली बार आपकी पहेली का जवाब दिया और वो भी ग़लत...खैर हम भी मानने वालों में से नही है, आज से प्रतियोगिता शुरू, पहला सही जवाब देकर ही मानेंगे|
ReplyDeleteagar aap pehali puchchtey haen to uska answer bhi aap ke paas hona chahiyae , is mae visvaas aa avishvaas ka prashn nahin haen .
ReplyDeleteprashn haen knowledge ka
agar aap ki pehli kwal mahkhol/ khilvaad haen / time pass haen to koi prashn hii nahin haen
mae chitrkaar aur chitr ka link chahtee hun
savi vijeta ko bdhai!
ReplyDeleteजनाब भाटिया साहब,
ReplyDeleteलम्बे समय से आप से कहना चाहना था पर लगा आप कहीं बुरा न मान जाएं. पर अब कह रहा हूं सारे रिस्क लेकर. कृपा करके 'बुझो' को 'बूझो' कर दें.
बस साब यही अर्ज़ थी.
बुरा न मानें.
त्यौहार मुबारक!
रचना बात क्या है, क्या आप को यह चित्र दिख रहा है??, फ़ोटो ओर चित्र मै दिन रात का अन्तर होता है,
ReplyDeleteमेने सही जबाब दे दिया है ओर सभी उस जबाब से खुश है, सभी पढे लिखे है, इन मे से कोई डा0 है तो कोई वकील, यानि मेरे टिपण्णी कार अनपढ नही जो मेरी कल्पना को ही सच मान ले, ओर ना ही मै उन का विशवास तोडना चाहता हू, हां अगर मै कभी गलती कर दु तो मै जरुर लिंक दे देता हूं,
वेसे तो आप को लिंक मांगने का कोई हक नही, लेकिन चलिये मै आप को लिंक भी दे दुगां, लेकिन मेरे कल के सबाल का जबाब मुझे सही चाहिये, वरना बात यही खत्म.
वेसे जब हम ने किसी चीज को देखा ना हो तो विश्वास करना थोडा कठीन होता है,
सभी विजेताओं को बधाई..........
ReplyDeleteआदणीय राज जी,
ReplyDeleteविजेताओं आदि को तो सबने बधाई दे डाली, बचे आप सो अब आपको पहेली और पर्व दोनों की बधाई और सादर प्रणाम ।
वेसे तो आप को लिंक मांगने का कोई हक नही,
ReplyDeletethanks mr bhatia for these words
सभी विजेताओ को बहुत बहुत बधाई.
ReplyDeleteRegards
चलिये कभी मैं भी तो जीता. धन्यवाद.
ReplyDeleteराज जी नमस्कार
ReplyDeleteकैसे हैं ताऊ के पडोसी
भाटिया जी सबसे पहले तो विजेताओं को मेरी ओर से बधाई भेज दो।
दूसरा आपने एक काम कल गलत किया कि जो दूसरा फोटो आज लगाया हे वह तभी साथ में ही लगा देना चाहिए था ताकि हम सभी को आसानी रहे
तीसरा और अंतिम काम कि हिसाब किताब मुझे भी चाहिए क्योंकि मैंने जो लगाया है वह कुछ ओर ही शो कर रहा हे मतलब जिन्होंने कभी मेरे ब्लाग पर झांका भी नहीं उन्हीं का लेखा जोखा दे रहा हे आप सभी का नहीं दे रहा तो एक बार मेरे बलाग पर आकर देख भी लो और मेरा हिसाब भी कर दो हो सके मुझे मेल कर दो
आपके पडोसियों का शुभचिंतक
भाटिया जी एक बात की गौर करना कि चाहे मैं आपकी हर पहेली में भाग लेता हूं और हमेशा जीतता भी आया हूं क्योंकि मनके जीते जीत है मन के हारे हार लेकिन आपके बलाग में कमेंट के मामले में नंबर वन चल रहा हूं सबसे ऊपर फिर भी आपने मेरा कोई लिंक भी नहीं लगा रखा अपने बलाग पर बस आप माफ करना
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