11/20/09
अन्ताक्षरी २ गीतो भरी
कल की आन्ताक्षरी मै आप सभी ने बहुत साथ दिया, लेकिन उस मै पहला दिन होने के कारण बहुत सी गलतिया मेरे से हुयी, कुछ गलतियां आप से हुयी, लेकिन सब मिला कर बहुत अच्छा लगा, ऎसा लगा जेसे हम सब बचपन मै दो तीन ग्रुपो मै बेठे एक दुसरे को हराने की ओर अपने अपने ग्रुप को जीताने की सोच रहे है, ओर सभी ने बढ चढ कर हिस्सा लिया.
अब पहले गलतियो की बात करते है, मेने ने पहले कोई नियम ठीक से नही बताये, क्योकि जितने मुझे पता था वो मेने लिख दिये बाद मै मेने देखा तो काफ़ी बाते समझ मै आई, तो आज हम फ़िर से नयी आन्ताक्षरी शुरु करे, उस से पहले आप को यह बता दे कि कई बार एक ही समय मै दो तीन साथी टिपण्णी मै अपना गीत दे देते है, तो उस समय उसी गीत को माना जायेगा जो सब से पहले आया, बाकी लोगो को दोवारा से ओर नये शव्द से गीत ढुढना होगा, दुसरी बात कई बार कोई नया साथी बीच मै बिना समझे ही अपनी तरफ़ से कोई गीत लिखे ओर एक दो लोग उसे फ़लो कर दे तो भी सही अक्षर से दोवारा आंतक्षरी उसी स्थान से चलेगी जहा से गडबडी शुरु हुयी, ओर हर गलती पर आप लोग भी टिपण्णी दे कर उस गलती को सुधार सकते है.
हर आन्ताक्षरी मै पहली अन्ताक्षरी के गीत दोवारा आ सकते है, लेकिन जो अन्ताक्षरी चल रही है उस मै एक गीत सिर्फ़ एक बार ही चलेगा, ओर जिस के जबाब सही ओर सब से अन्त मै होगे, वोही विजेता होगा, बाकी बाते अगली पोस्ट मै, जेसे जेसे हम आगे बढते रहे गे हमे अपनी गलतियो का पता चलता रहेगा, बीच बीच मै आप लोग भी साबधान करते रहे, ओर साथी लोगो की गलतिया भी सुधारते रहे, सही जबाब देने के लिये जबाब को जल्द टिप करे.
मेने पहले लिखा था कि जिस के जबाब सब से ज्यादा होगे, लेकिन हमारी बीबी ने कहा कि यह गलत है, जिस के जबाब सब से अन्त मै आयेगा, ओर भारतीय समय के अनुसार रात एक बजे तक आयेगा वोही विजेता होगा, ओर उसे लम्बा इंतजार भी करना होगा, जेसे आप कोई गीत छोड देते है, ओर काफ़ी समय तक कोई उस गीत के आखरी अक्षर से आगे नही बढता तो ओर रात के एक बजे या उस से पहले लम्बे समय तक कोई नही आता तो आप विजेता बन जायेगे, ओर अगर रात तक अन्ताक्षरी चलती रही तो रात एक बजे कुछ समय के लिये अन्ताक्षरी को रोक कर ओर आखरी अक्षर को दुसरे दिन की शुरु आत से फ़िर शुरु किया जायेगा..
मै कभी कभी आप लोगो का साथ देने आता हुं, इस लिये मै विजेता कभी नही बन पाऊगां, हा अगर आप लोगो को ऎतराज हो तो मै आप सब के संग गीत के बोल भी नही लिखूगां, वो सिर्फ़ इस लिये लिखता हुं कि कई बार कोई अकेला पड जाता है, बस इस लिये अगर मेरा जबाब आन्तिम हुया तो मेरे से पहले वाला विजेता कहलयेगा
कल की विजेता तो अल्पना जी बन गई, एक दम आई ओर विजेता बन गई,वेसे आप सब ने बहुत बहुत साथ दिया, ओर मजा भी खुब आया
ओर आज की अन्ताक्षरी का अक्षर है..... ल....... तो चलिये आज इस अक्षर से शुरु करे..... साथ मै अपनी राय भी दे... क्या अन्ताक्षरी का कोई निश्चित समय रखा जाये, अगर हा तो कब से कब तक. आप की राय की भी इंतजार है
कल जिन जिन लोगो के साथ दिया सब का बहुत बहुत धन्यवाद
अब पहले गलतियो की बात करते है, मेने ने पहले कोई नियम ठीक से नही बताये, क्योकि जितने मुझे पता था वो मेने लिख दिये बाद मै मेने देखा तो काफ़ी बाते समझ मै आई, तो आज हम फ़िर से नयी आन्ताक्षरी शुरु करे, उस से पहले आप को यह बता दे कि कई बार एक ही समय मै दो तीन साथी टिपण्णी मै अपना गीत दे देते है, तो उस समय उसी गीत को माना जायेगा जो सब से पहले आया, बाकी लोगो को दोवारा से ओर नये शव्द से गीत ढुढना होगा, दुसरी बात कई बार कोई नया साथी बीच मै बिना समझे ही अपनी तरफ़ से कोई गीत लिखे ओर एक दो लोग उसे फ़लो कर दे तो भी सही अक्षर से दोवारा आंतक्षरी उसी स्थान से चलेगी जहा से गडबडी शुरु हुयी, ओर हर गलती पर आप लोग भी टिपण्णी दे कर उस गलती को सुधार सकते है.
हर आन्ताक्षरी मै पहली अन्ताक्षरी के गीत दोवारा आ सकते है, लेकिन जो अन्ताक्षरी चल रही है उस मै एक गीत सिर्फ़ एक बार ही चलेगा, ओर जिस के जबाब सही ओर सब से अन्त मै होगे, वोही विजेता होगा, बाकी बाते अगली पोस्ट मै, जेसे जेसे हम आगे बढते रहे गे हमे अपनी गलतियो का पता चलता रहेगा, बीच बीच मै आप लोग भी साबधान करते रहे, ओर साथी लोगो की गलतिया भी सुधारते रहे, सही जबाब देने के लिये जबाब को जल्द टिप करे.
मेने पहले लिखा था कि जिस के जबाब सब से ज्यादा होगे, लेकिन हमारी बीबी ने कहा कि यह गलत है, जिस के जबाब सब से अन्त मै आयेगा, ओर भारतीय समय के अनुसार रात एक बजे तक आयेगा वोही विजेता होगा, ओर उसे लम्बा इंतजार भी करना होगा, जेसे आप कोई गीत छोड देते है, ओर काफ़ी समय तक कोई उस गीत के आखरी अक्षर से आगे नही बढता तो ओर रात के एक बजे या उस से पहले लम्बे समय तक कोई नही आता तो आप विजेता बन जायेगे, ओर अगर रात तक अन्ताक्षरी चलती रही तो रात एक बजे कुछ समय के लिये अन्ताक्षरी को रोक कर ओर आखरी अक्षर को दुसरे दिन की शुरु आत से फ़िर शुरु किया जायेगा..
मै कभी कभी आप लोगो का साथ देने आता हुं, इस लिये मै विजेता कभी नही बन पाऊगां, हा अगर आप लोगो को ऎतराज हो तो मै आप सब के संग गीत के बोल भी नही लिखूगां, वो सिर्फ़ इस लिये लिखता हुं कि कई बार कोई अकेला पड जाता है, बस इस लिये अगर मेरा जबाब आन्तिम हुया तो मेरे से पहले वाला विजेता कहलयेगा
कल की विजेता तो अल्पना जी बन गई, एक दम आई ओर विजेता बन गई,वेसे आप सब ने बहुत बहुत साथ दिया, ओर मजा भी खुब आया
ओर आज की अन्ताक्षरी का अक्षर है..... ल....... तो चलिये आज इस अक्षर से शुरु करे..... साथ मै अपनी राय भी दे... क्या अन्ताक्षरी का कोई निश्चित समय रखा जाये, अगर हा तो कब से कब तक. आप की राय की भी इंतजार है
कल जिन जिन लोगो के साथ दिया सब का बहुत बहुत धन्यवाद
नाम
अन्ताक्षरी
89 comments:
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
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ReplyDeleteलड़ना झगड़ना झगड़ के अकड़ना
ReplyDeleteछोड़ो छोड़ो इन बातों को इन से होगा क्या
छोटी छोटी बातों पे चिढ़ना बिगड़ना
समझो समझो इन बातों से कुछ भी नहीं मिलता
Movie: Duplicate
Singer(s): Kumar Sanu
लोकतन्त्र की बलिवेदी पर,
ReplyDeleteइन्दिरा ने बलिदान दिया।
महायज्ञ की आहुति बनकर,
अपना जीवन दान दिया।।
लंका निश्चर निकट निवासा इहाँ कहाँ सज्जन क वासा
ReplyDeleteतेरी दुनिया से होके मजबूर चला
ReplyDeleteमैं बहुत दूर बहुत दूर बहुत दूर चला
दिलचस्प ...
ReplyDeleteऑनलाइन अन्ताक्षरी रोचक है ...
ReplyDeleteकोशिश करेंगे इसका हिस्सा बनने की ..!!
sachmuch mazedaar.......
ReplyDeleteअल्पना वर्मा जी को बधाई .. पर आपके इस निर्णय से दूसरे देश में रहनेवालों को फायदा हो जाएगा .. क्यूंकि हम चाहकर भी उतना नहीं जग सकते .. इस तरह आपका ये निर्णय भी गलत है !!
ReplyDeleteलाख छुपाओ छुप न सकेगा राज हो कितना गहरा
ReplyDeleteदिल की बात बता देता है असली नकली चेहरा ...!
यूँ शाम को ५-६ का वक्त मेरे ख्याल से ज्यादा उचित है !
ReplyDeleteye antakshari ka idea bahut badhiya laga,magar raat ke 1 baje ka samay antim ho ye jara behut der ho gayi.kuch pehle ka rakha jaye,ya jaise dusre din shaam tak ka samay bhi diya jaa sakta hai.baki sab jaisa thik samjhe.
ReplyDeleteरात ने क्या क्या ख्वाब दिखाए ...
ReplyDeleteएक बटा दो
ReplyDeleteदो बटे चार
छोटी-छोटी बातों में बंट गया संसार
रात के हमसफर थक के घर को चले /झूमती आ रही वो सुबह प्यार की ....
ReplyDeleteकोई ना कोई चाहिये
ReplyDeleteप्यार करने वाला
लाख छुपाओ छुप ना सकेगा...राज हो कितना गहरा /दिल की बात बता देता है असली नकली चेहरा
ReplyDeleteरंजना जी
ReplyDeleteरिपिट नही चलेगा
ये गाना आदरणीय गोदियाल जी पहले गा चुके हैं
ReplyDeleteलाखों है यहाँ दिल वाले, और प्यार नहीं मिलता
ReplyDeleteआँखों में किसी की वफ़ा का, इक़रार नहीं मिलता
आप सब की राय से ही चलेगे , वेसे आप लोगो यहां जब रात का एक बजता है तो हमारे यहां रात के ९ बजते है, ओर अब आप सब की राय से ही अगली अन्ताक्षरी चलेगी, मुझे आप सब की राय की जरुरत है, कोई ब्लागं मै मेरी मदद करना चाहे तो मै उसे इस ब्लांग का सदस्य बना लुगां चलिये अगला गीत "त" से
ReplyDeleteतुम मिले दिल खिले और जीने को क्या चाहिये
ReplyDeleteना हो तो उदास तेरे पास-पास मैं रहूंगा जिन्दगी भर
इस जीवन का प्यार मैनें तुझी से पाया
तू मिले दिल खिले और जीने को क्या चाहिये
सुबह 10:30 बजे (भारतीय समयानुसार) से शाम 5:30 तक अगर मैं आपकी कुछ सहायता कर सकता हूं तो बताईयेगा
ReplyDeleteकोशिश करुंगा कि कुछ काम आपका मैं भी कर सकूं
प्रणाम स्वीकार करें
ये कौन आया, रोशन हो गई महफ़िल किसके नाम से
ReplyDeleteमेरे घर में जैसे सूरज निकल है शाम से
ये कौन आया
य* अक्षर से
अन्तर सोहिल भाई आप को मै अभी इस ब्लांग का सदयस बना देता हुं
आप का धन्यवाद
याद आ रही है .. तेरी याद आ रही है !!
ReplyDeleteहर चेहरा यहाँ चाँद तो हर ज़र्रा सितारा
ReplyDeleteये वादी-ए-कश्मीर है
फ़िर से ह* अक्षर
हमने तुमको देखा
ReplyDeleteतुमने हमको देखा, कैसे
हम-तुम सनम
सातों जनम
मिलते रहें हो जैसे
"स" से बताईये
आदरणीय भाटीया जी धन्यवाद
ReplyDeleteमगर यह तो बताईये कि मुझे क्या करना हो्गा??????
सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तां हमारा .. हम बुलबुले हैं इसकी ये गुलसितां हमारा !!
ReplyDeleteरंगीला रे, तेरे रँग में
ReplyDeleteयूँ रँगा है मेरा मन
छलिया रे, न बुझे है
किसी जल से यह जलन
न अक्शर
अजी आप को मेल मै बता दुंगा,
ReplyDeleteना-ना करते प्यार तुम्हीं से कर बैठे
ReplyDeleteकरना था इन्कार मगर इकरार तुम्हीं से कर बैठे
"ठ" ले लो जी
राज जी आपको भी इंतजार था ना "ठ" का :)
ठंडी में पसीना चले न भूख न प्यास लगे
ReplyDeleteयार यही प्यार तो नहीं
daddyसे पूछूंगा
ग*
गाए जा गीत मिलन के तू अपने लगन के सजन घर जाना है !!
ReplyDeleteहंसते-हंसते कट जायें रस्ते
ReplyDeleteजिंदगी यूं ही चलती रहे
हमें तुम से प्यार कितना, ये हम नहीं जानते
ReplyDeleteमगर जी नहीं सकते तुम्हारे बिना
न*
नजर के सामने जिगर के पास कोई रहता है
ReplyDeleteवो हो तुम
हाल कैसा है जनाब का .. क्या ख्याल है आपका !!
ReplyDeleteओके म से देना था
ReplyDeleteमां मुझे अपनी आंचल में छुपा ले गले से लगा ले कि और मेरा कोई नहीं !!
हमें तुम से प्यार कितना, ये हम नहीं जानते
ReplyDeleteमगर जी नहीं सकते तुम्हारे बिना
न जाने क्यों होता है यह ज़िन्दगी के साथ ..अचानक यह मन किस के जाने के बाद करे फिर उसकी याद छोटी छोटी सी बात
ReplyDeleteतू इस तरह से मेरी ज़िंदगी में शामिल है
ReplyDeleteजहाँ भी जाऊँ ये लगता है, तेरी महफ़िल है
कृपया देखें .. यह प्रयास आपको कैसा लगा ....
ReplyDeletehttp://khatrisamaj.blogspot.com
हैं सबसे मधुर वो गीत जिन्हें, हम दर्द के सुर में गाते हैं
ReplyDeleteजब हद से गुज़र जाती है खुशी, आँसू भी छलकते आते हैं
है अगर दुश्मन जमाना हम किसी से कम नहीं कम नहीं !!
ReplyDeleteहाल कैसा है जनाब का?
ReplyDeleteक्या खयाल है आप का?
तुम तो मचल गये, हो हो हो
यूँही फ़िसल गये, हा हा हा
हाल क्या है दिलों का ना पूछो सनम
ReplyDeleteआपका मुस्कुराना गजब हो गया
ये मेरा दीवानापन है या मुहब्बत का सुरूर !!
ReplyDeleteरफ्ता-रफ्ता देखो आंख मेरी लडी है
ReplyDeleteआंख जिससे लडी है वो सामने ही खडी है
आंख जिससे लडी है वो तेरी मां से भी बडी है :)
ReplyDeletejust joking
हवाओं पे लिख दो हवाओं के नाम
ReplyDeleteहम अनजान परदेसियों का सलाम
मानो तो मैं गंगा मां हूं ना मानों तो बहता पानी !!
ReplyDeleteन जाने दिल विच की आया
ReplyDeleteएक प्रेम प्याला पी आया
मैं जी आया, मैं जी आया
ये दूनिया ये महफिल मेरे काम की नहीं .. मेरे काम की नहीं !!
ReplyDeleteहौले-हौले चलो मेरे बालमा
ReplyDeleteहम भी पीछे हैं तुम्हारे
रंग-बिरंगी राखी लेके आई बहना
ReplyDeleteओ राखी बँधवा ले मेरे वीर
भाटिया जी!
ReplyDeleteक्या इस बोस्ट में फिल्मी गीत ही लिखने हैं?
उनमें तो मैं माहिर नही हूँ!
शास्त्री जी आप फ़िल्मी भजन भी लिख सकते है, नये पुराने सभी, अजी अब हम सब मिल कर आप को भी माहिर कर देगे
ReplyDeleteरोते-रोते हंसना सीखो
ReplyDeleteहंसते-हंसते रोना
जितनी चाबी भरी राम ने
उतना चले खिलौना
अब रेलगाडी पकडनी है जी, चलता हूं, घर भी जाना है
ReplyDeleteसुबह 10:30 पर मुलाकात होगी
आने-जाने वालों को सभी को प्रणाम
न किसी की आँख का नूर हूँ
ReplyDeleteन किसी के दिल का क़रार हूँ
जो किसी के काम न आ सका
मैं वो एक मुश्त-ए-गुबार हूँ
होली के दिन दिल खिल जाते हैं .. रंगों में रंग मिल जाते हैं !!
ReplyDeleteहम ने जफ़ा न सीखी, उनको वफ़ा न आई
ReplyDeleteपत्थर से दिल लगाया, और दिल ने चोट खाई
इन्साफ़ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के
ReplyDeleteये देश है तुम्हारा, नेता तुम्हीं हो कल के
दुनिया के रंज सहना और कुछ न मुँह से कहना
सच्चाइयों के बल पे आगे को बढ़ते रहना
रख दोगे एक दिन तुम संसार को बदल के
कहता है दिल तुम हो मेरे लिये, मेरे लिये, जी मेरे लिये
ReplyDeleteहाँ दिल्रुबा हम हैं तेरे लिये, तेरे लिये, जी तेरे लिये
फ़िल्म मेम साहिब १९५६ मदन मोहन, तलत आशा मीनाकुमारी ओर शम्मी कपूर
ReplyDeleteये प्यार की राहें है
ReplyDeleteइन ज़ुल्फ़ों के साये में
कुछ देर ठहर जायें
ये रातें, ये मौसम, नदी का किनारा, ये चंचल हवा
ReplyDeleteकहा दो दिलों ने, की होंगे न मिल कर, कभी हम जुदा
देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान!
ReplyDeleteकितना बदल गया इंसान कितना बदल गया इंसान !!
न ये चाँद होगा न तारे रहेंगे
ReplyDeleteमगर हम हमेशा तुम्हारे रहेंगे
गीत गाता चल ओ साथी गुनगुनाता चल !!
ReplyDeleteलागा गोरी गुजरिया से नेहा हमार
ReplyDeleteहोइ गवा सारा चौपट मोरा रोजगार
रंगमहल के दस दरवाज़े -२
ReplyDeleteना जाने कौन सी खिड़की खुली थी
सय्याँ निकस गये मैं ना लड़ी थी -२
सर को झुकाये मैं तो चुपके खड़ी थी
थोडा रूक जाएगी तो तेरा क्या जाएगा !!
ReplyDeleteथोडा सा ठहरो, करती हुं तुम से वादा, पुरा होगा तुम्हारा इरादा, मै हुं सारी की सारी तुम्हारी काहेको जल्दी करो....
ReplyDeleteगा* अक्षर से
ReplyDeleteगुन गुना रहे हैं भौंरे खिल रही है कली कली !!
ReplyDeleteलागा, चुनरी में दाग, छुपाऊँ कैसे
ReplyDeleteलागा, चुनरी में दाग
चुनरी में दाग, छुपाऊँ कैसे, घर जाऊँ कैसे
सुन सुन दीदी तेरे लिए एक लडका आया है !!
ReplyDeleteहोके मजबूर मुझे उसने भुलाया होगा
ReplyDeleteज़हर चुपके से दवा जानके खाया होगा
तेरा गांव बडा प्यारा मै तो गया मारा आके यहां रे आके यहां रे !!
ReplyDeleteरंग और नूर की बारात किसे पेश करूँ
ReplyDeleteये मुरादों की हंसीं रात किसे पेश करूँ, किसे पेश करूँ
राही मनवा दुख की चिंता क्यूं सताती है .. दुख तो अपना साथी है !!
ReplyDeleteस रे ग म तुम भी गाओ
ReplyDeleteस रे ग म
ये तो हुए सुर अब इन पे बिठाएं बोल तेरे नैना
तेरे नैना
तुम ऐसा करो ये गाओ मेरे नैना
मेरे नैना
हाँ तेरे नैना मेरे नैनों से मीठी मीठी बातें करते हैं
जब नैना बातें करते तब दिल मुलाकातें करते हैं
Movie: Bhrashtaachaar
Singer(s): Anuradha Paudwal, Suresh Wadkar
हम भी अगर बच्चे होते -२
ReplyDeleteनाम हमारा होता गबलू बबलू
खाने को मिलते लड्डू
और दुनिया कहती happy birthday to you
happy birthday to you
यू//// य!!
ReplyDeleteये चांद सा रोशन चेहरा, ज़ुल्फ़ों का रंग सुनहरा
ReplyDeleteये झील सी नीली आँखें, कोई राज़ है इनमें गहरा
आज की आंतक्षरी यही समाप्त हुयी ओर कल नयी आंतक्षरी भारतिय समय अनुसार सुबह १० बजे शुरु होगी. आप सभी का धन्यवाद
ReplyDeleteकौन जीता?? :)
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