8/4/10
हिम्मत हो तो मोत से भी आदमी लड सकता है.....
आज फ़ेश बुक पर मुझे एक विडियो मिला, जो मेरे विचारो से पुर्णता मेल खाता है, मै हमेशा कहता हुं कि हमे आखरी दम तक अपने हक के लिये लडना चाहिये, ओर अगर समानए मोत भी खडी हो तो भिड जाना चाहिये, जीत हिम्मत करने वालो की होती है, यकिन ना हो तो यहां देखे........
नाम
अच्छी बाते
15 comments:
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
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बहुत सही और सटीक कथन है आपका.
ReplyDeleteरामराम.
भाटिया जी , आपके विचारों और darwins theory of natural selection से बिलकुल मेल खाता हुआ विडिओ है ।
ReplyDeleteबेचारी शेरनी को लेने के देने पड़ गए ।
हिम्मते मरदा, मददे खुदा!
ReplyDeleteआज इंसानों में इस पशु जैसा हौसला भी नहीं , लोग जिन्दा हैं मुर्दों की तरह इसलिए ये देश और समाज मुर्दों के सौदागरों का होता जा रहा है ...
ReplyDeleteएक दम सहमत. अपनी डिक्शनरी में भी हिम्मत छोड़ने जैसा कोई शब्द नहीं है.
ReplyDeleteवाह जी, बड़ी हिम्मत से लड़ा..जान बचा ही ली. शानदार!!
ReplyDeleteदम है आपकी बात में
ReplyDeleteहिम्मत से क्या काम संभव नहीं ..सही कहा ...!
ReplyDeletesahi he..
ReplyDeletevery good video..
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteभाटिया साहब, इस देश का तो हर एक जेबरा(आमआदमी ) रोजमर्रा की जिन्दगी में इन कुछ सफ़ेद बस्त्र्धारी शेर (नी ) (गीदड़ की औलादों ) से इस तरह की कुश्ती रोज लड़ रहा है !
ReplyDeleteबेहतरीन और प्रेरक वीडियो क्लिप के लिये आभार
ReplyDeleteप्रणाम
ReplyDeleteएकदम सही कहा आपने।
किसी शायर ने भी कहा है कि पंखों से नहीं हौसलों से उड़ान होती है।
…………..
अंधेरे का राही...
किस तरह अश्लील है कविता...
एकदम सटीक बात कही है आपने राज जी!
ReplyDeleteसही कहा आपने!...जीत हंमेशा हिम्मत करने वाले की ही होती है!... विडियो कमाल का है!
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