12/30/10
आईये गजरेला ( गाजर का हलवा) बनाये ओर फ़िर खाये....
मेरे छोटे बेटे का जन्म दिन २८ दिसम्बर को था, उस दिन उस की पसंद का खाना बना, ओर उसे तोहफ़ा नगद पेसो के रुप मे मिला,अब बडे हो गये हे, हां उस दिन उस की मनपसंद खीर मुख्या खाने मे बनी थी,
ओर १ जनवरी को मेरे बडे बेटे का जन्म दिन हे, ओर आज उस की पसंद का खाना बना हे, ओर उस की पसंद का मुख्या गाजर का हलवा बना, क्योकि हम लोग सिर्फ़ मजबुरी मे ही होटल का खाना खाते हे, वर्ना भुखा रहना पसंद करते हे, तो आईये देखे हमारे गाजर के हलवे की रुप रेखा केसे बना यह गाजर का हलवा, ओर अगर आप को पसंद हो तो जरुर आये हमारे यहां, ओर खुब खाये गाजर का हलवा.
बाजार से करीब ४ किलो गाजर लाये....
फ़िर उन्हे अच्छी तरह से मैने पानी मे धोया, अजी यह देखे
देखा मै सच बोल रहा था ना, ओर फ़िर मैने इन्हे आगे ओर पीछे से इस काले चाकू से काटा भी
फ़िर इन्हे एक बरतन मे डाल कर बीबी के हवाले कर दिया, ओर हमारी इकलोती बीबी ने इसे खुब अच्छी तरह से छीला.... जी यकीन नही आ रहा तो यह देखिये ..
अब यकीन आ गया ना, अरे आज हमारी रसोई मे बहुत काम था हमारा चुल्हा भी खराब हो गया हे इस लिये वो सामने रखा छोटा चुल्हा रोटी बनाने के लिये अलग से रखा हे. एक तरफ़ हम इस गाजरो को धो धो कर बीबी को देते रहे ओर बीबी ने सारी गाजरे छील दी. फ़िर हमे हुकम दिया कि अब इन्हे बारीक कद्दू कस यानि बारीक बारीक कर दे, तो जनाब हम ने भारत मे तो कई बार हाथ छीलवाया हे गाजर फ़िसल जाये ओर हमारा हाथ घिस जाता था, लेकिन इस बार हम ने कोई गलती नही की, बस अपनी मिक्सी निकाली अरे हां जी यह देखे.....
फ़िर इस का सारा समान सेट किया.
फ़िर इसे कस दिया, यानि इसे बंद कर दिया इस के सारे पुर्जे इस मे डाल कर, ओर फ़िर हम ने काफ़ी गाजरे इस मे डाल दी, लेकिन बाबा यह तो एक दम से चलेही ना, यानि मिक्सर तो चले लेकिन गाजरो का बाल भी बांका हुया जी, तभी बीबी ने बताया तो हम ने इसे वेसे ही चलाया... अजी हाथ कंगन को आरसी क्या खुद ही देख ले....
देखा ना बस यही मार खा गया हिन्दुस्तान, लेकिन हमारी बीबी ने बताया कि अजी ऎसे नही, फ़िर उस ने एक गाजर कद्दु कस कर के दिखलाई, ओर फ़िर हम लग गये लंगोट कस के अजी खुद ही देख ले....
देखा बिना नारी के नर बेकार हे जी, फ़िर तो हम ने जी फ़टा फ़ट गाजरे डालनी शुरु कर दी ओर एक परात( बडा बर्तन) नीचे भर गया, जब भी कुतरन नीचे आती हम दुसरी गाजर से उसे वहां से हटा देते, देख लो एक परात तो हम ने भर ही ली..
देखा ना यह परात हम ने भर ली, अजी अभी तो आधी गाजरे ओर पडी हे, इसे मैने एक बडे पतीले मे पलट लिया, ओर फ़िर शुरु....
हां जी फ़िर शुरु हो गया जी मै यह देखे....
देखा मै कितना काम करता हुं घर पर, बेचारा मर्द, फ़िर जब सारी गाजरे कुतर दी तो इस मशील को खोला, जिसे बीबी ने बाद मे साफ़ कर दिया, जी देख ले इस मशीन को खोला, देख ले अंदर भी बहुत समान था जी....
बाबा अब तो थक गया हुं, लेकिन बीबी बोली अब इसे पतीले मे भी पलट दो ना, ता कि इस मे ताजा दुध डाल कर हलके सेक पर रख देगे, जब तक हम जाग रहे हे यह होता रहे गा, फ़िर बंद कर देगे... अरे अरे मै तो भुल ही गया आप को आगे दिखाना यह देखे, मैने कितना काम किया हे....
फ़िर इन दोनो को एक बर्तन( पतीले) मे डाल दिया, बच्चे किसान के घर से ताजा दुध ले आये थे, फ़िर दुध इस मे डाल कर.... अरे अरे आज ही सारी बात बता दी तो अगली पोस्ट मे क्या करुंगा, चलिये अब हम भी थक गये ओर आप भी बुरी तरह से थक गये हे, अब इन्हे पकने दे. इस बारे अगली पोस्ट मे बात करेगे, कि आगे क्या ओर केसे हुआ, तब तक आप भी मेरी तरह से इस के पकने का इंतजार करे, अगर आप लोगो के पास कोई राय हो तो जरुर बताये कि इस मै क्या क्या मिलाना चाहिये हम तो इस मै दुध, चीनी, इलायची,काजू, बादाम, ओर खोया डालते हे, अजी नही डाला अभी तो बता रहा हुं, आप भी कुछ बताये.... चलिये आप सोचे कोई जल्दी नही... जब याद आये तो झट से टिपण्णी मे बता दे, वेसे हम सार एक दिन मै नही खायेगे, थोडा खाये गे, बाकी? किसी को नही खिलायेगे जी :) उसे फ़्रिजर मै रख देगे, फ़िर जब दिल किया निकाला गर्म किया ओर खाया, या कोई मेहमान आ गया तो उसे खिला दिया . पहली जनवरी तक यह बन जायेगा जी
चलिये इस राम कहानी को अगली पोस्ट मे पुरा करेगे ओर आप को दिखायेगे..... राम राम
ओर १ जनवरी को मेरे बडे बेटे का जन्म दिन हे, ओर आज उस की पसंद का खाना बना हे, ओर उस की पसंद का मुख्या गाजर का हलवा बना, क्योकि हम लोग सिर्फ़ मजबुरी मे ही होटल का खाना खाते हे, वर्ना भुखा रहना पसंद करते हे, तो आईये देखे हमारे गाजर के हलवे की रुप रेखा केसे बना यह गाजर का हलवा, ओर अगर आप को पसंद हो तो जरुर आये हमारे यहां, ओर खुब खाये गाजर का हलवा.
बाजार से करीब ४ किलो गाजर लाये....
फ़िर उन्हे अच्छी तरह से मैने पानी मे धोया, अजी यह देखे
देखा मै सच बोल रहा था ना, ओर फ़िर मैने इन्हे आगे ओर पीछे से इस काले चाकू से काटा भी
फ़िर इन्हे एक बरतन मे डाल कर बीबी के हवाले कर दिया, ओर हमारी इकलोती बीबी ने इसे खुब अच्छी तरह से छीला.... जी यकीन नही आ रहा तो यह देखिये ..
अब यकीन आ गया ना, अरे आज हमारी रसोई मे बहुत काम था हमारा चुल्हा भी खराब हो गया हे इस लिये वो सामने रखा छोटा चुल्हा रोटी बनाने के लिये अलग से रखा हे. एक तरफ़ हम इस गाजरो को धो धो कर बीबी को देते रहे ओर बीबी ने सारी गाजरे छील दी. फ़िर हमे हुकम दिया कि अब इन्हे बारीक कद्दू कस यानि बारीक बारीक कर दे, तो जनाब हम ने भारत मे तो कई बार हाथ छीलवाया हे गाजर फ़िसल जाये ओर हमारा हाथ घिस जाता था, लेकिन इस बार हम ने कोई गलती नही की, बस अपनी मिक्सी निकाली अरे हां जी यह देखे.....
फ़िर इस का सारा समान सेट किया.
फ़िर इसे कस दिया, यानि इसे बंद कर दिया इस के सारे पुर्जे इस मे डाल कर, ओर फ़िर हम ने काफ़ी गाजरे इस मे डाल दी, लेकिन बाबा यह तो एक दम से चलेही ना, यानि मिक्सर तो चले लेकिन गाजरो का बाल भी बांका हुया जी, तभी बीबी ने बताया तो हम ने इसे वेसे ही चलाया... अजी हाथ कंगन को आरसी क्या खुद ही देख ले....
देखा ना बस यही मार खा गया हिन्दुस्तान, लेकिन हमारी बीबी ने बताया कि अजी ऎसे नही, फ़िर उस ने एक गाजर कद्दु कस कर के दिखलाई, ओर फ़िर हम लग गये लंगोट कस के अजी खुद ही देख ले....
देखा बिना नारी के नर बेकार हे जी, फ़िर तो हम ने जी फ़टा फ़ट गाजरे डालनी शुरु कर दी ओर एक परात( बडा बर्तन) नीचे भर गया, जब भी कुतरन नीचे आती हम दुसरी गाजर से उसे वहां से हटा देते, देख लो एक परात तो हम ने भर ही ली..
देखा ना यह परात हम ने भर ली, अजी अभी तो आधी गाजरे ओर पडी हे, इसे मैने एक बडे पतीले मे पलट लिया, ओर फ़िर शुरु....
हां जी फ़िर शुरु हो गया जी मै यह देखे....
देखा मै कितना काम करता हुं घर पर, बेचारा मर्द, फ़िर जब सारी गाजरे कुतर दी तो इस मशील को खोला, जिसे बीबी ने बाद मे साफ़ कर दिया, जी देख ले इस मशीन को खोला, देख ले अंदर भी बहुत समान था जी....
बाबा अब तो थक गया हुं, लेकिन बीबी बोली अब इसे पतीले मे भी पलट दो ना, ता कि इस मे ताजा दुध डाल कर हलके सेक पर रख देगे, जब तक हम जाग रहे हे यह होता रहे गा, फ़िर बंद कर देगे... अरे अरे मै तो भुल ही गया आप को आगे दिखाना यह देखे, मैने कितना काम किया हे....
फ़िर इन दोनो को एक बर्तन( पतीले) मे डाल दिया, बच्चे किसान के घर से ताजा दुध ले आये थे, फ़िर दुध इस मे डाल कर.... अरे अरे आज ही सारी बात बता दी तो अगली पोस्ट मे क्या करुंगा, चलिये अब हम भी थक गये ओर आप भी बुरी तरह से थक गये हे, अब इन्हे पकने दे. इस बारे अगली पोस्ट मे बात करेगे, कि आगे क्या ओर केसे हुआ, तब तक आप भी मेरी तरह से इस के पकने का इंतजार करे, अगर आप लोगो के पास कोई राय हो तो जरुर बताये कि इस मै क्या क्या मिलाना चाहिये हम तो इस मै दुध, चीनी, इलायची,काजू, बादाम, ओर खोया डालते हे, अजी नही डाला अभी तो बता रहा हुं, आप भी कुछ बताये.... चलिये आप सोचे कोई जल्दी नही... जब याद आये तो झट से टिपण्णी मे बता दे, वेसे हम सार एक दिन मै नही खायेगे, थोडा खाये गे, बाकी? किसी को नही खिलायेगे जी :) उसे फ़्रिजर मै रख देगे, फ़िर जब दिल किया निकाला गर्म किया ओर खाया, या कोई मेहमान आ गया तो उसे खिला दिया . पहली जनवरी तक यह बन जायेगा जी
चलिये इस राम कहानी को अगली पोस्ट मे पुरा करेगे ओर आप को दिखायेगे..... राम राम
नाम
मजकिया फ़ुल झडी
23 comments:
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
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वाह !
ReplyDeleteअच्छा बना गाजर का हलवा !
उम्दा पोस्ट !
सुन्दर प्रस्तुति..
नव वर्ष(2011) की शुभकामनाएँ !
किशमिश , पिस्ता भी डाल सकते हैं ..
ReplyDeletevery tasty !
ReplyDeleteआदरणीय अंतर सोहेल जी
ReplyDeleteगाजर का हलवा मजा आ गया ...आपको और आपकी मित्र मण्डली ..तथा पूरे परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें ...स्वीकार करें
सुबह - सुबह ही मुंह में पानी आ गया. इसे देखकर के. लेकिन क्या हैं कि मीठा कुछ ज्यादा न हो इसलिए में नहीं खा सकता.
ReplyDeleteआप इसका आनंद लीजिये. और हाँ गाना जरुर सुनियेगा:- शीला कि जवानी...............
sweet halwa - Happy new year .
ReplyDeleteओ हो
ReplyDeleteये 2010 जाता जाता कम्बख्ती का काम कर गया। हलवा भी नहीं खाने दिया।
आजा भाई 2011, गाजर का हलवा तो खाने को मिलेगा।
हमारे लिए भी बचा लेना ...स्वाद अभी से महसूस कर रहे हैं ! नए वर्ष पर परिवार को मंगल कामनाएं अमित !
ReplyDeleteमिठास पकने से पहले ही आ गयी इस पोस्ट के माध्यम से........सुंदर प्रस्तुति..
ReplyDeleteनूतन वर्ष २०११ की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई स्वीकार करें ...
सब का मुँह मीठा करा दिया आपने इस नये साल के शुरू में। अब साल बर मिठास भरी रहे। यही आशा है।
ReplyDeleteनये साल की बहुत बहुत शुभकामनाएं।
नया साल भी इस गज़र के हलवे की तरह मीठा मीठा रहे ...यम्म्मी ...
ReplyDeleteअब पक गया होगा जी
ReplyDeleteआंच से उतार लीजिये, वर्ना जल जायेगा
वैसे आप हमें तो खिलायेंगे नहीं (आपने लिखा है) तो हम क्यों बतायें कि इसमें और क्या-क्या डाल सकते हैं :)
प्रणाम
दोनों बच्चों को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteबच्चों को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें | मै तो इस माल को देखा कर अभी से होठो पर जीभ फिरा रहा हू |
ReplyDeleteआहा , आहा , भाटिया जी , ज़र्मन गाजरों से बने हलवे की खुशबू यहाँ तक आ रही है जी ।
ReplyDeleteअभी लाते हैं खरीद कर--मशीन ।
नव वर्ष की मीठी मीठी शुभकामनायें ।
गजरेला बनकर तैयार है जी।
कितनी मेहनत करते हैं आप।
अब खाना शुरु किया जाए।
नहीं तो ठन्डा हो जाएगा।
नव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनाएं
चुड़ैल से सामना-भुतहा रेस्ट हाउस और सन् 2010 की विदाई
मुह में पानी आ गया सर जी.
ReplyDeleteनव वर्ष मंगलमय हो.
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाए...
ReplyDelete*काव्य-कल्पना*:-दर्पण से परिचय
*गद्य सर्जना*:-पुराने साल की कुछ यादे
नववर्ष आपके लिए मंगलमय हो और आपके जीवन में सुख सम्रद्धि आये…एस.एम् .मासूम
ReplyDeleteनूतन वर्ष 2011 की शुभकामनाएं
आपकी पोस्ट 1/1/11-1/11 की प्रथम वार्ता में शामिल है।
कल बनाया, चखा, आज गरम कर के खाएँगे।
ReplyDeleteमुबारक हो नया साल, आप को और सब को!!!
नए साल में आप कामयाबी की नई मंजिलें पाएँ!!!
कहानी छोडि़ये हलवा कहां है
ReplyDeleteनये वर्ष में इंटरनेट से इंट्रेस्टिंग प्रवेश
पेट्रोल पानी मिट्टी का तेल बचायेगा
जो आयेगा ग्यारह में आशीष भरपूर पायेगा
यह इंटरनेट है प्यारे
सदा ही यूं गुदगुदायेगा
10 का 11
11 का 111
नव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeleteपल पल करके दिन बीता दिन दिन करके साल।
नया साल लाए खुशी सबको करे निहाल॥