चलिये अब आप को खुले दिल से टिपण्णिया दुंगा, पहले थोडा परेशान हो गया था, आज सारा दिन अगर आप को फ़ेस बुक पर मेरी तरफ़ से कोई गल बात की टिपण्णी आई हो तो उसे हटा दे, वो मेरी तरफ़ से नही थी, मेरा एकाऊंट करीब यहां के समय के अनुसार ७:४५ पर ही मेरे हाथ लगा हे.जिन्होने पिछली पोस्ट मे टिपण्णीया दी ओर मेरी हिम्मत बढाई उन सब का धन्यवाद
2/1/11
फ़ेस बुक एकाऊंट...साबधान जी... मिल ही गया
शुक्र भगवान का फ़िर इन गुगल ओर फ़ेस बुक वालो का, कि मेरी तीन चार घंटे की मेहनत रंग ले आई, जब मैने बार बार अपना एकाऊंट लाग इन करना चाहा तो हर बार गलती दिखाये, फ़िर मैने अपने लेपटाप को स्केन किया कही इसी मे बिमारी ना हो गई हो, यहां भी सब ठीक था, फ़िर मैने फ़ेस बुक को ही इंफ़ार्म किया, तो काफ़ी देर बाद उन्होने मुझे एक कोड भेजा, जब मैने वो कोड डाला तो फ़िर आगे का रास्ता मुझे मिलता रहा ओर फ़िर मैने अब नया पासवर्ड डाला, लेकिन फ़ेस बुक ने मुझे बताया कि आज सुबह ५,१५ पर किसी ने मेरा पासवर्ड बदल लिया था, लेकिन एक सवाल का जबाब ना दे सकने के कारण वो मेरा ई मेल ना बदल सके, बस यही से मै बच गया, आप सब भी अपने कोड मे सिर्फ़ ना० ही मत दे कुछ अक्षर भी बीच मे डाले.
चलिये अब आप को खुले दिल से टिपण्णिया दुंगा, पहले थोडा परेशान हो गया था, आज सारा दिन अगर आप को फ़ेस बुक पर मेरी तरफ़ से कोई गल बात की टिपण्णी आई हो तो उसे हटा दे, वो मेरी तरफ़ से नही थी, मेरा एकाऊंट करीब यहां के समय के अनुसार ७:४५ पर ही मेरे हाथ लगा हे.जिन्होने पिछली पोस्ट मे टिपण्णीया दी ओर मेरी हिम्मत बढाई उन सब का धन्यवाद
चलिये अब आप को खुले दिल से टिपण्णिया दुंगा, पहले थोडा परेशान हो गया था, आज सारा दिन अगर आप को फ़ेस बुक पर मेरी तरफ़ से कोई गल बात की टिपण्णी आई हो तो उसे हटा दे, वो मेरी तरफ़ से नही थी, मेरा एकाऊंट करीब यहां के समय के अनुसार ७:४५ पर ही मेरे हाथ लगा हे.जिन्होने पिछली पोस्ट मे टिपण्णीया दी ओर मेरी हिम्मत बढाई उन सब का धन्यवाद
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19 comments:
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
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बधाई हो सर!
ReplyDeleteबधाई हो सर!
ReplyDeleteमुबारकां !
ReplyDeleteबहुत सही ... ऐसा ही होता है...मैं भी अपने अकौंत को तीन दिन तक एंट्री नहीं कर पायी थी ... मैं कहाँ हिमालय की पहाड़ियों में रहने वाली ..मुझे फेसबुक ने मेप के साथ बताया के हैदराबाद के इस लोकेसन से आपका अकाउंट खोला गया है ... अतः आप पासवार्ड तुरंत बदले यही नहीं सभी अकाउंट के बदल दें ...
ReplyDeleteचलो जी मेहनत रंग लाई।
ReplyDeleteचलिए बला टली -अब अब जोर जोर से राहत की सांस लें !:)
ReplyDeleteचलिए अंत भला तो सब भला। :)
ReplyDeleteबस एक प्रश्न पूछना चाहूँगा- आप पासवर्ड को पासपोर्ट क्यों लिखते हैं?
चलिये आपकी चिन्ता समाप्त हुयी। अब मिठाई तो पेन्डिन्ग हो गयी। शुभकामनायें।
ReplyDeleteहैकर से बचे
ReplyDeleteलाखों पाये
शुभकामनायें
प्रणाम
चलिए बाल बाल बच गयी ............. फेसबुक की लाईफ. अब तो डर ही रहता है किसी दिन किसी की नज़र पद जाये ब्लॉग पर.
ReplyDeleteभाटिया साहब , पता नहीं क्या मजा अता है इन लोगो को ऐसा करने में !
ReplyDeleteअच्छा हुआ हम फेसबुक के लफडे में नहीं पडे :)
ReplyDelete@ सोमेश सक्सेना भाई मे गलती से लिख बेठा, वेसे भी बहुत गलतियां करता हुं लिखने मे बाद मे पता चलता हे, लेकिन तब तक देर हो चुकी होती हे:) चलिये अब पासवर्ड लिख दिया. धन्यवाद गलती बताने के लिये
ReplyDeleteआजकल लोग कहां हैक करते हैं, ये तो बस bot हैं जो यहां वहां जहां तहां यूं ही डोलते रहते हैं लोगों के अकाउंट हैक करते हुए :)
ReplyDeleteबधाई.
ReplyDeleteबड़ा खतरनाक चक्कर है...घनचक्कर में डालने वाला।
ReplyDeleteलगता है आपकी रोज रोज की शिकायतों से कोई काफी परेशान हो गया है. चलिए अंत भला तो सब भला.
ReplyDelete:)
ReplyDeleteआज ४ फरवरी को आपकी यह सुन्दर भावमयी शिकय्रती पोस्ट चर्चामंच पर है... आपका आभार ..कृपया वह आ कर अपने विचारों से अवगत कराएं
ReplyDeletehttp://charchamanch.uchcharan.com/2011/02/blog-post.html