9/15/09
मेरी उलझण ? क्या मेरी यह उलझण सच है या एक वहम ?
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नमस्कार, यह मेल मुझे कई अलग अलग साथियो की तरफ़ से मिली, एक मित्र को मेने जब किसी बात के सिलसिले मै मेल किया ओर पुछा कि भाई यह मेल केसा ? तो मै उन का जबाब पढ कर हेरान रह गय, उन का कहना कि यह मेल तो आप ने मुझे भेजा था, तो साथियो मै किसी को ऎसा कोई मेल कभी नही भेजता, ओर यह मेल जरुर किसी तीसरे आदमी की शरारत है, इस लिये आप इस मेल को खोलने से पहले कम से कम दस बार सोचे, इसी मेल को नही, ऎसा कोई भी मेल आये तो उसे खोलने से पहले कई बार सोचे,
ओर मेने आज तक किसी को भी ऎसा कोई मेल नही किया, बस ओर्कुट ही किया था, पुजा से समबधित, या किसी को दस बीस मेल करो ऎसा मेल मुझे कई बार मिला लेकिन मै उसे ज्यादा तव्ज्जो नही देता, ओर ना ही उसे कभी आगे भेजता हू, आप सब साबधान हो जाये.
अगर किसी को इस मेल के बारे कोई जानकारी हो तो जरुर लिखे.
नमस्कार, यह मेल मुझे कई अलग अलग साथियो की तरफ़ से मिली, एक मित्र को मेने जब किसी बात के सिलसिले मै मेल किया ओर पुछा कि भाई यह मेल केसा ? तो मै उन का जबाब पढ कर हेरान रह गय, उन का कहना कि यह मेल तो आप ने मुझे भेजा था, तो साथियो मै किसी को ऎसा कोई मेल कभी नही भेजता, ओर यह मेल जरुर किसी तीसरे आदमी की शरारत है, इस लिये आप इस मेल को खोलने से पहले कम से कम दस बार सोचे, इसी मेल को नही, ऎसा कोई भी मेल आये तो उसे खोलने से पहले कई बार सोचे,
ओर मेने आज तक किसी को भी ऎसा कोई मेल नही किया, बस ओर्कुट ही किया था, पुजा से समबधित, या किसी को दस बीस मेल करो ऎसा मेल मुझे कई बार मिला लेकिन मै उसे ज्यादा तव्ज्जो नही देता, ओर ना ही उसे कभी आगे भेजता हू, आप सब साबधान हो जाये.
अगर किसी को इस मेल के बारे कोई जानकारी हो तो जरुर लिखे.
28 comments:
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
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सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी
ReplyDeleteभाटिया जी ,
ReplyDeleteप्रणाम |
http://www.orkut.co.in/Main#Profile?rl=ls&uid=267086216023243207 यह मेरी ऑरकुट profile का लिंक है | कृपया add करे |
आज कल spam mails बहुत आ रहे है और वो भी काफी पैमाने में सो हर मेल को बहुत सोच समझ कर खोलने में ही भलाई है !
म्मुझे भी मिला एक नही दो दो मेल पत्ते पर. एक को खोल भी दिया। भर भी दिया भेज भी दिया। अब यह पत्ता नही वो किसके घर के पत्ते पर पहूचा? लो राजभाई, आपके नाम के अन्धे भक्त, उतावलेपन मे सब कुछ हम कर गऐ। कोनो ही चिन्ता नही करे, हू ना!
ReplyDeleteहम निपट लुगा,उस चोर उचके से।
हे प्रभु यह तेरापन्थ
हो सकता है आपके पास इस तरह का कोई मेल आया हो .. और आपने उसे खोलकर कहीं पर क्लिक कर दिया हो .. अपना विज्ञापन करने के लिए उन्होने ऐसी व्यवस्था की होती है .. कि आपके सारे मित्रों को एक एक मेल चला जाता है .. ऐसे मेल आते हैं .. तो मैं उन्हे तुरंत डीलीट कर देती हूं !!
ReplyDeleteहम भी जान गये नहीं तो जाने अनजाने कई बार मेल खुल ही जाती है ।
ReplyDeleteहम तो पूरी तरह से सावधानी बरतते है जी ! अनजान मेल व अपनी पोस्ट का प्रचार करती मेल कभी खोलते ही नहीं |
ReplyDeleteएक उपाय..डिलिट. कई दिन से यही कर रहे हैं.
ReplyDeleteऐसी ही मेल हमें भी मिली थी। पर हमें तो अब कोई चीज आश्चर्य नहीं लगती। सीता जी को सोने का हिरण आश्चर्य लगा था। उस का नतीजे में रामायण रच गई।
ReplyDeleteकल तीन बार तो पाउण्डों और डालरों और यूरोज की लाटरियाँ खुलीं। हम ने सब को स्पेम कर दिया। अब पड़ी रहें वहाँ महिने भर तक फिर उन्हें मृत्युदंड। इन का इलाज यही है।
हमने तो सीख रखा है डिलीट करना.:)
ReplyDeleteरामराम.
हम तो अब सावधान हो गए, यदि कोई ऐसा मेल आयेगा तो तत्काल डिलीट कर देंगे।
ReplyDeleteराज की बात यह है कि
ReplyDeleteसब कुछ संभव है
असंभव कुछ नहीं
।
दिनों दिन ये स्पैम मेल बड़ते जा रहे हैं हम भी ताऊ जी की तरह बस सीधा डिलीट ही कर देते हैं, अब क्या है वाइरस भी हो सकता है....सावधान तो रहना ही होगा...
ReplyDeleteregards
हमारे पास भी कल परसों यही मेल आया था......लेकिन शुक्र है कि हमने तो देखते ही डिलीट कर दिया!!!
ReplyDeleteaise mail delete karne mein hi samjhdari hai,yahi sikh gaye ab tak:)
ReplyDeleteश्रीमान जी सही कह रहे हैं इस तरह के मेल से सावधान रहना चाहिए . हो सके तो ऐसे मेल को तो डिलीट ही कर देना चाहिए .
ReplyDeleteaise mail se savdhan rahane ki jarurat hai..
ReplyDeletekahi par click na kare ye sab social networking ka faila hua jaal hai jo ek site se dusare site tak jata hai aur waha se id lekar invitation bhejeta hai..
kripaya ignore kare aise mail ko..dhanywaad
अब हम भी डीलिट अस्त्र शस्त्र का प्रयोग करेगे......
ReplyDeleteसमय पर चेताने का शुक्रिया...भाटिया जी
ReplyDeleteनीरज
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteमेल से रहें सावधान
ReplyDeleteयह तो फीमेल भी कहती हैं
फिर भी मेल के साथ ही रहती हैं
मेल से ही होता है खतरा
और मेल से ही होती है मित्रता
मेल मानव का स्वभाव है
मेल ही खतरा जनाब है
मेल की महिमा अपरंपार
इतना ही लिखूंगा
मैं इस बार
मेल से ही बनती है रेल
मेल से ही मिलती है जेल।
निरस्त अस्त्र का प्रयोग इन परिस्थितियों मे सर्वथा उचित है भाटिया जी । हम भी यही करते हैं ।
ReplyDeleteइस डिजिटल दुनिया में जरा बच के !
ReplyDeleteबहुत अच्छी सलाह है मेरे जैसों के लिये धन्यवाद्
ReplyDeleteअच्छा हुया आपने सावधान कर दिया धन्यवाद्
ReplyDeleteमै तो बस आपको धन्यवाद कहूँगा......
ReplyDeleteइस तरह की चीजों का कचरा पेटी का रास्तादिखाना ही सही रहता है।
ReplyDelete( Treasurer-S. T. )
bhatiya jo aapke blog par likkhi soochna ko padhkar kuch uljhan me hoon. aap ne khulkar kuchh likha nahi ki aap kis dharm ki baat kar rahe hai.agar aap yah katax hiundu dharm ke un logo par kar rahe hai jo ki islaam va issaiyat ko galat bataate hai ,to aapki nigaah me guru nanak,swaami dayanad,swaami vivekaanand,guru govind singh,lala lajpat rai,bheem rav ambeddkar,veer sawarkar sabhi galat hai.
ReplyDeleteRaj ji,
ReplyDeletehamse pahile Naveen Ji ka comment ham to samjhey hi nahi...lagta hai galat jagah teep kar chale gaye hain u..
Khair accha hua aapne bata diya nahi to 'aap kuch kahein aur ham na aayein aise to haalaat nahi' waala geet gate hue jawaab de hi dete ..
bahut bahut shukriya aapka..