9/12/09
लॊ जी हम हो गये कामयाब
कल शाम से इस ब्लांग के कारण बहुत परेशान हो गया जेसे एक शराबी बिना पीये बेचेन हो जाता है, एक जुआरी बिना जुये के बेचेन हो जाता है, कारण मै जिस भी ब्लांग पर जाऊ झट से सारा सिस्टम ही बेकार हो जाये यानि बन्द, किसी तरह से दो चार ब्लांग पर टिपण्णी भी दे दी, लेकिन बहुत तंग हो गया, फ़िर बहुत हाथ पेर मारे, लेकिन पल्ले कुछ नही पडा, तो बच्चो को बुलाया, बच्चो ने भी खुब हाथ पेर मारे.. लेकिन नतीजा कुछ नही, फ़िर बोले पापा हम सुबह इसे ठीक कर देगे,
सुबह बच्चे फ़िर से मेरे लेपटाप के संग कुस्ती करने लग गये तीन चार बार मिटाया, फ़िर चलाया, फ़िर इंस्टाल किया... लेकिन Mozilla Firefox तो बीबी की तरह से नखरे ही दिखाता रहा, काफ़ी कुछ मिटाया, फ़िर इंस्टाल किया... लेकिन कुछ नही, फ़िर अंतिम फ़ेसला कि अब लेपटाप को सारे के सारे को दोवारा इंस्टाल किया जाये यानि शनिवार इस के नाम.... बेटॆ बेमन से हां कर रहे थे, लेकिन तेयार थे, तभी मेने बच्चो से कहा कि हम एक बार लेपटाप को कुछ दिन पहले की स्तिथि मै दोवारा लाते है, ओर फ़िर बेटे ने एक सप्ताह पहले से सेट कर के लेपटाप को नया स्टार्ट किया, साथ मै दो दर्जन आगरबती जलाई समीर जी के कहने से, ओर हनुमान चालिसा का पाठ ४० बार किया... बस अब मोजा ही मोजा...
चलिये अब हम चले खरीदारी करने के लिये,शाम को आप सब को टिपण्णियो की बोछार मै नहलाते है.
आप सब का धन्यवाद
सुबह बच्चे फ़िर से मेरे लेपटाप के संग कुस्ती करने लग गये तीन चार बार मिटाया, फ़िर चलाया, फ़िर इंस्टाल किया... लेकिन Mozilla Firefox तो बीबी की तरह से नखरे ही दिखाता रहा, काफ़ी कुछ मिटाया, फ़िर इंस्टाल किया... लेकिन कुछ नही, फ़िर अंतिम फ़ेसला कि अब लेपटाप को सारे के सारे को दोवारा इंस्टाल किया जाये यानि शनिवार इस के नाम.... बेटॆ बेमन से हां कर रहे थे, लेकिन तेयार थे, तभी मेने बच्चो से कहा कि हम एक बार लेपटाप को कुछ दिन पहले की स्तिथि मै दोवारा लाते है, ओर फ़िर बेटे ने एक सप्ताह पहले से सेट कर के लेपटाप को नया स्टार्ट किया, साथ मै दो दर्जन आगरबती जलाई समीर जी के कहने से, ओर हनुमान चालिसा का पाठ ४० बार किया... बस अब मोजा ही मोजा...
चलिये अब हम चले खरीदारी करने के लिये,शाम को आप सब को टिपण्णियो की बोछार मै नहलाते है.
आप सब का धन्यवाद
नाम
शिकायत
26 comments:
नमस्कार, आप सब का स्वागत है। एक सूचना आप सब के लिये जिस पोस्ट पर आप टिपण्णी दे रहे हैं, अगर यह पोस्ट चार दिन से ज्यादा पुरानी है तो मॉडरेशन चालू हे, और इसे जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा। नयी पोस्ट पर कोई मॉडरेशन नही है। आप का धन्यवाद, टिपण्णी देने के लिये****हुरा हुरा.... आज कल माडरेशन नही हे******
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चलो जी हमारी बधाई ले लो
ReplyDeleteबधाई लेलो जी आप तो, हम भी घरवालों से चोरी छिपे आपको बधाई देने आ ही गये.:)
ReplyDeleteरामराम.
बधाई! आप का संकट हल होने के लिए। लेकिन यह संकट का स्थाई हल नहीं है। फायर फॉक्स में कुछ एडवन्स डाउन लोड होते रहते हैं। उन में से कोई गड़बड़ कर रहा होगा। मेरे साथ भी सप्ताह भर पहले ऐसा ही हुआ था। मुझे पीडीएफ वाला एडवन हटाना पड़ा था। आप ने पिछले सप्ताह में सिस्टम रेस्टोर कर के संकट हल किया है। इस का अर्थ है कि इस एक सप्ताह में फायरफॉक्स में जो परिवर्तन आया उस के कारण यह सब था। यदि यह परिवर्तन फिर आया तो फिर गड़बड़ होगी। आप अब नया एडवन इंस्टाल करते समय ध्यान रखें।
ReplyDeleteशाम का इन्तजार लग गया.
ReplyDeleteओह चलो हम बचे हुए है क्योंकि हम फ़ायर फ़ोक्स का उपयोग नहीं करते हैं।
ReplyDeleteकामयाबी के लिए बधाई !!
ReplyDeleteनिष्कर्ष: हनुमान चालीसा हमेशा काम में आता है.
ReplyDeleteभाई जी
ReplyDeleteसादर वन्दे !
सारा वाकया बड़ा ही मजेदार रहा!
बधाई हो जी !
ReplyDeleteशाम भी हो गई !
सिस्टम को पीछे की तारीख में ले जाने वाला फार्मूला बहुत ही बढ़िया है मैंने भी इसे कई बार आजमाया है |
ReplyDeleteदिनेशराय द्विवेदी जी आप की बात सही है, कल कोई एडवन ही फ़ंस गया था, जिसे मै ढूंढ के हार गया, मेरे बच्चो ने भी खुब ढुंढा लेकिन मिला नही, लेकिन इस का हल ढूंढना ही पडॆगा, मेरे बच्चो ने अपने पीसी से हर चीज मिलाई फ़िर भी कामयाब नही हुये, चलिये अब जब काम चलता है चले फ़िर कोई अन्य उपाय देखेगे.
ReplyDeleteआप सभी का धन्यवाद
बहुत बहुत बधाई। हमारी अनुपस्थिति में क्या-क्या हो गया।
ReplyDeleteबड़े-बड़े शहर में ... बड़े-बड़े लोगों के साथ छोटी-छोटी बातें होती रहती हैं !
ReplyDeleteआप इस तरह घबराया मत करो जी !
वैसे ये रि-स्टोर वाला फार्मूला तो आपको सबसे पहले
आजमाना चाहिए था ! मैं तो अपने सिस्टम पे चार
ब्राउजर रखता हूँ ! कोई न कोई तो सही चलेगा !
सबने बधाई आपको ही दी ... और मैंने यहाँ जो
शनिदेवता पे पांच रुपये चढाये ... उसका क्या ???
बधाई हो जी :)
ReplyDeletechaliye sab thik ho gaya,bahut badhai
ReplyDeleteबधाई |
ReplyDeleteचलिए यह तो खुश्क्बरी सुनायी आपने
ReplyDeleteबधाई...!!
ReplyDeleteआपकी लेखनी को मेरा नमन स्वीकार करें.
ReplyDeleteभाईसाहब! अब सब ठीक हो ही गया है तो इस खुशी मे पार्टी वार्टी हो जाऍ।
ReplyDeleteआभा♥♥♥♥♥♥र
ताऊ का पहला ग्रहाक पहुचा अपना प्लोट लेने चन्द्रमा पर- देखे कोन है ?
Mumbai Tiger
हे! प्रभु यह तेरापन्थ
लो जी चिठ्ठाजगत मे आपकी धडाधड टिप्पणियों की स्थिति की वजह से दुबारा आगये.:) अब आगये तो कुछ ना कुछ लिखेंगे ही. उम्मीद है अब बराऊजर का स्वास्थ्य ठीक चल रहा होगा?
ReplyDeleteरामराम.
अब तो अगले दिन की भी शाम होने को आई लेकिन भाटिया जी हमें वो आपकी ओर से टिप्पणियों की बौछार अब तक नहीं दिखाई दी.:)
ReplyDeleteभाटिया जी मेरे साथ भी ऐसा ही हो रहा है । क्या करू बहुत तंग हूँ इस से जब तक बच्चे नहीं आते इसका नखरा सहना ही होगा।कंछन भाभी जी को मेरी नमस्ते कहियेगा । हमे पता चल गया उनका नाम बधाई और शुभकामनायें
ReplyDeleteBhatiya ji, shukr hai aapka laptop chal pada nahi to hamara kya hota??
ReplyDeletelekin hamare blog par to aapki nazarein-inaayat nahi hui hain abhi...!!!
asha hi nahi apitu vishwaas hai aap aur aapka laptop swasth hain...
बधाई ढेर सारी :)
ReplyDeleteMyComputer >> Properties >> System Restore पर जा कर "Turn off system restore" और फिर "apply"
फिर "Turn off system restore" और फिर एक बाए "Apply"
करना नही भूलें क्यो की वायरस जो होते हैं वो फिर कूछ दिनो बाद वापस आ जाते हैं :) जैसे मै :)))(ब्लागींग छोड कर फिर आ जाता हूं)
bahut bahut badhaayee..
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